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हाथरस केस में नया ट्विस्ट:पीड़ित के भाई और आरोपी संदीप के बीच 6 महीने में 104 बार बातचीत हुई; 60 कॉल रात में की गईं, दोनों के घर 200 मीटर की दूरी पर

फोटो हाथरस के बुलगढ़ी गांव की है। यहां पीएसी और पुलिसबल की तैनाती की गई है। गांव में नेताओं का आना-जाना जारी है। ऐसे में लोगों पर खास नजर रखी जा रही है। मरने से पहले पीड़ित ने संदीप पर दुष्कर्म और गला दबाने का आरोप लगाया था 62 कॉल संदीप ने तो 42 कॉल पीड़ित के भाई ने एक-दूसरे को किए

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हाथरस में 19 साल की दलित लड़की के साथ कथित गैंगरेप और मौत के बाद आधी रात में जबरन अंतिम संस्कार करने को लेकर देशभर में गुस्सा है। इस बीच मुख्य आरोपी संदीप और युवती के भाई के बीच फोन कॉल्स को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दोनों के बीच 13 अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 तक 104 बार बातचीत हुई। पूरा कॉल ड्यूरेशन करीब 5 घंटे का है, जबकि दोनों के घर 200 मीटर की दूरी पर ही हैं। 62 कॉल संदीप ने तो 42 कॉल पीड़ित के भाई की तरफ से एक-दूसरे को किए गए। कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर)  के पास है। सीडीआर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। हालांकि, इस डिटेल की किसी भी अधिकारी और जांच एजेंसी ने पुष्टि नहीं की है।

जांच में लगी टीम के सूत्रों का दावा है कि पीड़ित के भाई का फोन उसकी पत्नी इस्तेमाल करती थी। इसी फोन से पीड़ित और संदीप के बीच बातचीत का दावा किया जा रहा है। सीडीआर में दोनों के बीच बातचीत में करीब 60 कॉल रात के समय का होना पाया गया। फिलहाल, इस केस की जांच कर रही एसआईटी को गृह विभाग ने 10 दिन का समय और दिया है।

पहचान उजागर करने पर ट्विटर, वेबसाइट्स पर एफआईआर
चंदपा थाने में एक्टीविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने पीड़ित की पहचान उजागर करने पर शिकायत की। मामले में ट्विटर और संबंधित वेबसाइट्स पर धारा 228ए आईपीसी, 72 आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। नूतन ने 29 सितंबर को शिकायत भेजी थी। इसमें ट्विटर पर पीड़िता का नाम लिए जाने, उसके नाम से ट्विटर पर विभिन्न हैशटैग चलाए जाने, पीड़ित की फोटो और वीडियो शेयर किए जाने के संबंध में कार्रवाई की मांग की थी।

क्या है पूरा मामला?
हाथरस में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की दलित युवती से कथित गैंगरेप किया था। आरोपियों ने युवती की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़ित की मौत हो गई। मामले में चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था। मंगलवार को सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पेश हलफनामे में भी रेप न होने की बात कही गई है।

योगी सरकार मामले की जांच SIT से करवा रही है। CBI जांच की सिफारिश भी की है। पीड़ित का शव जल्दबाजी में जलाने और लापरवाही के आरोपों के बीच हाथरस के एसपी समेत 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए हैं।

पीड़ित परिवार की सुरक्षा बढ़ाई गई है। पुलिस ने घर के बाहर डीएफएमडी मशीन लगाई है। उसी के अंदर से होकर लोग गुजर रहे हैं। यहां हर आने वाले व्यक्ति का पूरा ब्यौरा नोट किया जा रहा है।
पीड़ित परिवार की सुरक्षा बढ़ाई गई है। पुलिस ने घर के बाहर डीएफएमडी मशीन लगाई है। उसी के अंदर से होकर लोग गुजर रहे हैं। यहां हर आने वाले व्यक्ति का पूरा ब्यौरा नोट किया जा रहा है।

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