Newsportal

रंगभेद को खत्म करने की मुहिम / Fair & Lovely क्रीम से हटेगा फेयर शब्द, यूनिलिवर कंपनी अपनी 45 साल पुरानी क्रीम का नाम बदलेगी

कंपनी ने कहा है कि वह अपने ब्रैंड की पैकेजिंग से फेयर, व्हाइटनिंग और लाइटनिंग जैसे शब्दों को हटा देगी यूनिलिवर कंपनी सिर्फ फेयर एंड लवली ब्रैंड से ही भारत में सालाना 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा का कारोबार करती है

0 229

नई दिल्ली. एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलिवर (HUL) अपने ब्रैंड फेयर एंड लवली (Fair & Lovely) का नाम बदलेगा। कंपनी ने फेयर एंड लवली से फेयर शब्द को हटाने की बात कही है। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नया ब्रैंड नाम सभी मंजूरी के बाद लॉन्च किया जाएगा।

कंपनी का यह फैसला रंग भेदभाव को खत्म करने के लिए दुनियाभर में चल रहे विरोध के चलते लिया गया है। अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में मौत के विरोध में पिछले कुछ समय से लगातार दुनिया में ब्लैक लाइव मैटर मूवमेंट चल रहा है। सेलिब्रिटीज समेत बिजनेस वर्ल्ड के कई दिग्गज इस मूवमेंट में अपना समर्थन दे चुके हैं।

फेयर, व्हाइटनिंग और लाइटनिंग जैसे शब्दों पर हटाया जाएगा

यूनिलिवर ब्यूटी एंड पर्सनल केयर डिवीजन के अध्यक्ष सनी जैन ने कहा कि हम इस बात को समझते हैं कि फेयर, व्हाइट और लाइट जैसे शब्द सुंदरता की एकतरफा परिभाषा को जाहिर करते हैं, जो कि सही नहीं है। हम इसे सुधारना चाहते हैं।

कंपनी ने कहा है कि वह अपने ब्रैंड की पैकेजिंग से फेयर, व्हाइटनिंग और लाइटनिंग जैसे शब्दों को हटा देगी। इसके अलावा विज्ञापनों और प्रचार सामग्री में हर रंग की महिलाओं को जगह दी जाएगी। भारत के अलावा यह क्रीम बांग्लादेश, इंडोनेशिया, थाईलैंड, पाकिस्तान और एशिया के कई देशों में बिकती है।

45 साल पहले शुरू हुई थी फेयर एंड लवली

सन 1975 में हिंदुस्तान यूनिलीवर ने ‘फेयर एंड लवली’ नाम की एक गोरा करने वाली क्रीम लॉन्च की। देश में गोरेपन की क्रीम के बाजार का 50-70 फीसदी हिस्सा फेयर एंड लवली के पास ही है। यूनिलिवर कंपनी सिर्फ फेयर एंड लवली ब्रैंड से ही भारत में सालाना 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा का कारोबार करती है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.