प्लेन एक बार रनवे से लौट आया तो लोगों ने कलमा पढ़ना शुरू कर दिया, क्रैश होने के बाद 10 फीट नीचे छलांग लगाकर खुद को बचाया
कराची. पाकिस्तान के कराची में शुक्रवार को हुए प्लेन हादसे में 99 में से सिर्फ 2 लोग बच पाए। इनमें से एक मोहम्मद जुबेर हैं। उन्होंने मीडिया को फोन पर हादसे के बाद का हाल बताया। जुबैर ने कहा- “चारों तरफ आग ही आग दिख रही थी। कुछ नजर नहीं आ रहा था, सिर्फ लोगों की चीख सुनाई पड़ रही थी। एक तरफ थोड़ी लाइट नजर आई, मैं अपनी सीट बेल्ट खोलकर उसी तरफ बढ़ गया। मैंने 10 फीट नीचे कूदकर खुद को बचाया।”
लोग ईद मनाने आ रहे थे
पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर जुबेर गुजरांवाला में एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। प्लेन क्रैश होने की वजह से थोड़े जख्मी हो गए, लेकिन गनीमत रही कि जान बच गई। उन्होंने बताया- “ईद मनाने के लिए कई परिवार लाहौर से कराची आ रहे थे। जिस तरह सफर रहा उससे किसी को नहीं लगा कि कोई दिक्कत होगी, बल्कि सभी को सेफ लैंडिंग की उम्मीद थी।
लैंडिंग के अनाउंसमेंट के 2-3 मिनट में प्लेन क्रैश हो गया
जुबेर ने बताया, “फ्लाइट एक बजे लाहौर से चली। पायलट ने अनाउंसमेंट किया कि हम कराची में लैंड करने वाले हैं। जहाज नीचे आने लगा तो एक-दो झटके लगे। प्लेन थोड़ा रनवे के ऊपर आया भी, लेकिन पायलट ने बड़ी होशियारी के साथ दोबारा उसे ऊपर उड़ा दिया। इसके बाद लोगों ने कलमे पढ़ने शुरू कर दिए। 10 से 15 मिनट तक जहाज ऊपर उड़ता रहा। पायलट ने एक सेफ जगह देखी, जहां ज्यादा भीड़भाड़ नहीं थी। उसने दोबारा अनाउंसमेंट किया कि हम लैंड होने वाले हैं, लेकिन 2-3 मिनट में ही प्लेन क्रैश हो गया।”
हादसे से पहले पायलट और एटीसी की बातचीत
पायलट : सर हम सीधा आने की कोशिश कर रहे हैं। इंजन फेल हो चुका है। (वी हैव लॉस्ट द इंजन)
एटीसी : आप नीचे उतरने की कोशिश कीजिए। रनवे तैयार हैं।
पायलट : मे डे (mayday) पाकिस्तान 8303।
यही पायलट के आखिरी शब्द थे। इसके बाद प्लेन क्रैश हो गया।