पंजाब/ अमृतसर में खड़ी कारों में लगी आग, अब पूरे पंजाब में आग लगाने की चेतावनी
पंजाब में अब तक कुल 2033 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। 2 बाहरी लोगों समेत 39 की मौत हो चुकी, सोमवार से कर्फ्यू खत्म किए जाने का ऐलान, 31 मई तक लॉकडाउन की स्थिति ही रहेगी
पंजाब में अब तक कुल 2033 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। 2 बाहरी लोगों समेत 39 की मौत हो चुकी है, वहीं 1500 ठीक भी हो गए हैं। दूसरी ओर इन हालात से निपटने के लिए तीसरे फेज के देशव्यापी लॉकडाउन का रविवार को 14वां और आखिरी दिन है। सोमवार से देश में नए दिशा-निर्देश लागू होंगे, वहीं पंजाब में भी कर्फ्यू की बजाय अब लॉकडाउन की स्थिति ही रहेगी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्थिति साफ कर दी है कि आगामी 31 मई तक राज्य में लॉकडाउन जारी रहेगा।
- अमृतसर के गोलबाग में रविवार तड़के साढ़े 3 बजे तीन गाड़ियों को अचानक आग लग गई। नगर निगम और ढाब बस्ती की राम सेवा सोसायटी की फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर काबू पाया। आरोप है कि इन तीनों कारों को किसी शरारती तत्व ने जान-बूझकर जलाया है। डिप्टी कमिश्नर जगमोहन सिंह, एडीसीपी हरजीत सिंह धालीवाल, एसीपी सुखजिंद्र सिंह भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
- जिस जगह खड़ी कारें जलने की घटना घटी है, वहीं पास ही एक पेड़ पर एक पोस्टर भी लगा मिला। इस पोस्टर पर पंजाबी भाषा में लिखा था, कारें हमने जलाई हैं। 18 मई को सारे पंजाब में कारें और बसें जलाएंगे। इस चेतावनी के बाद पंजाब पुलिस ही नहीं, विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।
1200 श्रमिकों को लेकर मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई पहली ट्रेन
जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन से 1200 लोगों को लेकर रविवार सुबह 10 बजे पहली ट्रेन मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हो चुकी है। इसके अलावा 4 और ट्रेनों में आज इलाके से 4800 और श्रमिकों को भेजा जाना है। दोपहर 2 बजे बरकाकाना, शाम 5 बजे सुल्तानपुर, देर शाम साढ़े 7 बजे फैजाबाद और रात 11 बजे जौनपुर के लिए भी ट्रेनें जाएंगी। श्रमिक ट्रेनों को चलाने को लेकर प्रबंधों को लेकर अब प्रशासन भी तेजी लाने लग गया है, मगर व्यवस्था में सुधार किए जाने कि अभी भी बेहद गुंजाइश है। लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलने के बाद भी जालंधर प्रशासन का स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण नहीं है।
दो दिन से श्री लक्ष्मी नारायण व अन्य विग्रहों के दर्शन कर पा रहे हैं भक्त
अमृतसर महानगर में शनिवार को कर्फ्यू के 55वें दिन भक्तों को श्री दुर्ग्याणा तीर्थ में सुशोभित भगवान श्री लक्ष्मी नारायण व अन्य विग्रहों के दर्शन करने का आनंद मिला। सुबह साढ़े 5 बजे मंगला आरती के साथ मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। साढ़े 7 बजे शृंगार, दोपहर 12 बजे राज भोग, साढ़े 12 बजे राज भोग दर्शन, एक बजे राज भोग आरती की गई। दोपहर एक से तीन बजे तक बंद कर दिए गए। तीन बजे कपाट खोले गए। शाम सात बजे संध्या आरती, रात नौ बजे शयन आरती तथा साढे नौ बजे कपाट बंद कर दिए गए। रविवार को फिर से वही क्रम शुरू हो चुका है। श्री दुर्ग्याणा कमेटी के प्रबंधकों की ओर से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भक्तों को स्कैनिंग व सैनिटाइजेशन के बाद ही तीर्थ में प्रवेश करवाया जा रहा है।
लुधियाना से उत्तर प्रदेश के 10 जिलों के श्रमिकों को बस से भेजा जाएगा
औद्योगिक नगरी लुधियाना से शनिवार को 6 स्पेशल ट्रेनों के जरिये 7200 श्रमिकों को उनके घर भेज दिया गया है। साथ ही उत्तर प्रदेश के 10 जिलों के श्रमिकों को बस से भेजने की तैयारी भी प्रशासन ने शुरू कर दी है। डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि पंजाब सरकार के स्टेट ऑफिसर ने उत्तर प्रदेश सरकार को यह सुझाव दिया था, जिसे वहां की सरकार ने मंजूर कर लिया है। जल्द ही मथुरा, सहारनपुर, मेरठ, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, अलीगढ़, बुलंद शहर, मुज्जफरनगर, बागपत और हापुड़ से संबधित लोगों को बसों से उनके घर पहुंचाने का प्रबंध किया जाएगा। इन जिलों से संबधित लोगों को भी ऐसे ही मैसेज भेजे जाएंगे।
पठानकोट में राशन के लिए आम लोगों के अलावा किसानों ने भी किया मांगों को लेकर प्रदर्शन
पठानकोट के सुजानपुर में कर्फ्यू के बीच आम आदमी अपनी समस्याओं को लेकर परेशान है। एक तरफ राशन न मिलने पर कार्डधारक भड़क गए तो दूसरी ओर मागों को लेकर किसान सड़क पर उतर आए। अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा समिति के प्रदेश चेयरमैन सुरिंदर मन्हास, बीना देवी मोहल्ला किला सुजानपुर ,रश्मि गली घूमयारा, परमजीत कोर मोहल्ला शाहपुरी गेट, सुमन देवी ,गीता देवी, नरेंद्र कुमार ,काता देवी ने बताया कि उनके डिपो होल्डर की ओर से पिछले 6 महीने की आया गेहूं उन्हें नहीं दिया गया।
दूसरी तरफ जम्हूरी किसान सभा और कुल हिंद किसान संघर्ष तालमेल संघर्ष समिति ने जिला सचिव बलवंत सिंह की अध्यक्षता में रोष प्रदर्शन किया। मांग उठाई कि किसानों की फसल खरीद पर 200 प्रति क्विंटल बोनस, 10 एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को छह माह तक 10000 प्रति महीना दिया जाए। जो मजदूर घर आना चाहते हैं उनका आने जाने का प्रबंध किया जाए। स्वास्थ्य, भोजन, धान की बिजाई के लिए 16 घंटे बिजली दी जाए।