देश के 70% हिस्से में समय से पहले पहुंचा मानसून, अब तक 191 जिलों में सामान्य से 60% ज्यादा बारिश; 3 दिन में उत्तर भारत के 8 राज्य भी कवर होंगे
नई दिल्ली. मानसून ने देश के तकरीबन 70% हिस्से को कवर कर लिया है। दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों को भिगोने के बाद मानसून अब मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में सक्रिय हो गया है। इन तीनों राज्यों में मानसून की एंट्री 14 जून को ही हो चुकी है। 2 दिनों से इन इलाकों में अच्छी बारिश भी हो रही है। अगले 24 घंटों में यह उत्तराखंड में भी दस्तक दे सकता है। हालांकि राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहुंचने में अभी 2 से 3 दिन और लग सकते हैं।
प्री-मानसून और मानसून से अब तक देश में कितनी बारिश हुई?
प्री-मानसून और मानसून से अब तक देश में अच्छी बारिश हुई है। गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में तो सामान्य से 60% से ज्यादा बारिश हो चुकी है। शुरुआती तीन हफ्तों तक यानी 1 जून से 22 जून के बीच देश के 681 जिलों में से 28% यानी 191 जिलों में सामान्य से 60% से ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। 23% जिलों में सामान्य से 20-59% ज्यादा बारिश हुई है।
अब तक कहां-कहां पहुंचा मानसून?
- दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून को केरल पहुंचा था। 4 से 10 जून के बीच यह कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में पहुंचा। अगले पांच दिनों में यानी 15 जून तक मानसून ने देश के आधे से ज्यादा हिस्सों को कवर कर लिया।
- मानसून की अब तक की स्पीड बहुत अच्छी रही है। वक्त से पहले यह गुजरात पहुंचा। मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी इसने वक्त से एक हफ्ते पहले ही दस्तक दे दी। हालांकि, पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंचने में इसने 5 दिन ज्यादा लगाए। आमतौर पर पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में 5 जून तक मानसून पहुंच जाता है। इस बार यहां 10 जून को पहुंचा।
कहां पहुंचना बाकी है?
- मानसून अभी तक देश के उत्तर पश्चिमी भागों में नहीं पहुंचा है। हालांकि, यहां रुक-रुक कर प्री-मानसून की बारिश होती रही है। फिलहाल, उत्तराखंड में तो यह 23 जून को ही दस्तक दे देगा।
- दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में मानसून 24 से 25 जून के बीच पहुंचेगा। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भी 25 जून तक मानसूनी बारिश देखने को मिल सकती है।
- राजस्थान में भी इसके 25 जून तक पहुंचने के अनुमान हैं, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो यहां मानसून के लिए लोगों को 30 जून तक भी इंतजार करना पड़ सकता है।