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दुनिया में कोरोना ने सबसे ज्यादा ‘पॉलिटिकल’ क्लास को प्रभावित किया, ब्रिटेन-रूस के पीएम समेत दस बड़े भारतीय नेता हुए संक्रमित

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भोपाल. दुनियाभर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 87 हजार पार कर गई है। जबकि आठ हजार से अधिक लोगों ने इसकी वजह से देश में जान गंवाई है। दुनिया में 71 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और मरने वालों की संख्या 4 लाख पार कर चुकी है।

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रोफेसर फ्रैनकोइज बालोक्स के मुताबिक, दुनिया में कोरोना ने जिस ‘क्लास’ को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है वो पॉलिटिक्स है। उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया है कि राजनेता लोगों के संपर्क में ज्यादा आते हैं। वो बार-बार हाथ मिलाते हैं और बैठकें भी बाकी लोगों से ज्यादा करते हैं।

इसके अलावा जो दूसरी वजह गिनाई है वो ये कि ज्यादातर देशों में राजनेताओं की औसत उम्र ज्यादा है। रिसर्च के मुताबिक, राजनेता पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने के बाद भी खुद को क्वारैंटाइन नहीं कर रहे। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प हैं। इसके अलावा दफ्तर, स्कूल या कॉलेज की तरह पॉलिटिकल एस्टेब्लिशमेंट लॉकडाउन के दौरान भी बंद नहीं किए गए।

भारत के साथ ही दुनिया के कई देशों के शीर्ष राजनेता कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं। ताजा मामला चेन्नई का है जहां बुधवार को कोरोना के कारण डीएमके के विधायक जे.अंबाजगन का चेन्नई में निधन हो गया। वो 62 वर्ष के थे। 3 जून को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

इससे पहले 1 जून को पूर्व केंद्रीय मंत्री व लद्दाख से तीन बार सांसद रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी नामग्याल का कोरोना की वजह से निधन हो गया। मौत के एक दिन बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।

तीन दिन पहले ही भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां माधवी राजे सिंधिया कोरोना पॉजिटिव पाए गए। दोनों की टेस्ट रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई। वो देश के सबसे बड़े और चर्चित नेता हैं जो कोरोना संक्रमित हुए।

लॉकडाउन ने बर्बाद किया पॉलिटिकल प्रोफेशन
एक दिन पहले ही भाजपा की केंद्र में दूसरी पारी का जश्न मनाने दिल्ली भाजपा के ट्विटर हैंडिल पर एक वीडियो अपलोड किया गया है। वीडियो में स्थानीय नेता एक गली में जनसंपर्क करते नजर आ रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाता ये वीडियो देश में कोरोना के चलते बर्बाद होते पॉलिटिकल प्रोफेशन का सबसे ताजा उदाहरण है।

कोरोना ने राजनीति के तौर तरीकों को भी बदला है। अब चुनाव प्रचार और वोटरों को साधने के तरीके भी बदल गए हैं। सबसे बड़े उदाहरण की बात करें तो बीते कुछ दिनों से देश के गृहमंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह लगातार ऑनलाइन रैलियां करते दिखाई दिए हैं। कोरोनाकाल की ये अब तक की सबसे बड़ी पॉलिटिकल रैली है।

अब टीवी, मोबाइल और सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव प्रचार का दायरा बढ़ेगा। चाय पे चर्चा, जनसभा और डोर टू डोर कैम्पेनिंग की जगह आने वाले दिनों में वोटरों तक पहुंचने के लिए और भी नए प्रयोग देखने को मिलेंगे।

देश के अनलॉक होने के साथ क्या पॉलिटिक्स बतौर प्रोफेशन को भी उबारने की कोशिश शुरू हो गई है। इस साल बिहार में चुनाव हैं। लगभग 6 महीने का वक्त बचा है। कोरोनावायरस और सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से भीड़ जुटाकर रैली या जनसभा करना भी अभी मुमकिन नहीं दिख रहा है।

इंडियन पॉलिटिक्स में कोरोना की घुसपैठ
महाराष्ट्र में कोरोना ने सबसे अधिक कहर बरपाया है। 94 हजार से अधिक लोग यहां संक्रमित हो चुके हैं। महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल में भी कोरोना ने घुसपैठ की है। महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री व पूर्व सीएम अशोक चव्हाण 24 मई को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। हालांकि अब वे ठीक हो गए हैं।

सरकार के आवास मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड को अप्रैल में कोरोना हुआ था। एक वक्त ऐसा आया जब उनके बचने की संभावना 30 प्रतिशत थी। हांलाकि 10 मई को वो ठीक होकर घर आ गए।

महाराष्ट्र के बाद गुजरात कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। गुजरात में नरोडा से भाजपा विधायक बलराम थवानी की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इससे पहले 26 अप्रैल को अहमदाबाद नगर निगम में कांग्रेस के पार्षद बदरुद्दीन शेख की कोरोना से मौत हो गई।

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज 31 मई को कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 30 मई को उनकी पत्नी और पूर्व मंत्री अमृता रावत की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। इसके साथ ही सतपाल महाराज के आवास पर काम करने वाले करीब 17 लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई थी।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को 28 मई को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनमें कोरोना के लक्षण दिखे थे। हालांकि अब वे ठीक हो चुके हैं। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय झा 22 मई को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। 5 जून को ट्वीट कर उन्होंने अपने ठीक होने की जानकारी दी।

वर्ल्ड पॉलिटिक्स में कोरोना, चार प्रधानमंत्री संक्रमित
दुनिया में कोरोना से सबसे अधिक अमेरिका प्रभावित हुआ हैं जहां 20 लाख से अधिक लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इसके बाद दूसरा स्थान ब्राजील, तीसरे स्थान पर रूस और चौथे स्थान पर स्पेन है। अर्मेनिया, ब्रिटेन, रूस, गिनी-बिसाऊ जैसे चार देशों के प्रधानमंत्री कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं। इसके साथ ही कई देशों के उपराष्ट्रपति, मंत्री, स्पीकर भी कोरोना का शिकार हुए हैं।

अमेरिका

न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के दो सदस्य- हेलेन विंस्टीन और चार्ल्स बैरोन कोरोनावायरस संक्रमण का शिकार हो गए। रैंड पॉल पहले ऐसे अमेरिकी सीनेटर थे जो कोरोनावायरस के संक्रमण का शिकार हो गए। इसके साथ ही रिपब्लिकन पार्टी के फ्लोरिडा प्रतिनिधि मारियो डियाज बालार्ट और यूटा बेन मैकएडम्स का एक प्रतिनिधि भी कोरोना संक्रमण का शिकार हुआ था।

ब्रिटेन में कोरोनावायरस
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 27 मार्च को कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए थे। अब वे स्वस्थ हो गए हैं। ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैथ्यू हैंकॉक और वहां की हेल्थ मिनिस्टर नादिन डोरिस की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्य प्रिंस चार्ल्स और एलिस्टर जैक जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कैबिनेट के सदस्य हैं, कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

रूस 
रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन 30 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब वे पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के के प्रेस सचिव दिमित्री सर्गेयेविच पेसकोव और संस्कृति मंत्री ओल्गा हुसिमोवा भी कोरोना संक्रमण का शिकार हुए।

पाकिस्तान

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर, रेल मंत्री शेख राशिद अहमद, सिंध प्रांत के शिक्षा मंत्री सईद गनी भी कोरोना संक्रमित पाए गए।

इजराइल
इजराइल के स्वास्थ्य मंत्री याकोव लित्ज़मैन और उनकी पत्नी, जर्मनी में इजरायल के राजदूत जेरेमी इस्साकारोफ़ कोरोनावायरस संक्रमण का शिकार हो गए।

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