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गैंगस्टर विकास दुबे का करीबी अमर दुबे एनकाउंटर में मारा गया; विकास का साला ज्ञानेंद्र मध्यप्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया

विकास की तलाश में दबिश जारी, मंगलवार को फरीदाबाद में देखा गया विकास के टैक्सी या ऑटो से मूवमेंट करने का शक, आस-पास के इलाकों की पुलिस अलर्ट

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  • कानपुर. चौबेपुर के बिकरू गांव में हुए शूटआउट के छठे दिन पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के करीबी अमर दुबे का एनकाउंटर कर दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने हमीरपुर में अमर को मार गिराया। अमर बिकरू के शूटआउट में शामिल था और विकास का राइट हैंड कहा जाता था। पुलिस ने अमर पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। दूसरी ओर विकास के साले ज्ञानेंद्र प्रकाश को मध्यप्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया है।
    अमर दुबे (बाएं) विकास दुबे के साथ। (फाइल फोटो)

    अमर की ऑटोमैटिक गन बरामद
    अमर की ओर से हुई फायरिंग में एसआई मनोज शुक्ला और एसटीएफ का एक सिपाही घायल हो गया। एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि एनकाउंटर आज तड़के हुआ। अमर के हमीरपुर में होने की सूचना पर एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची। अमर को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। हमीरपुर के एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि अमर की ऑटोमैटिक गन और बैग बरामद कर लिए हैं। फोरेंसिक टीम जांच कर रही है।

    अमर ने सीओ की हत्या की थी
    कानपुर शूटआउट की एफआईआर में अमर दुबे का नाम 14वें नंबर पर और वॉन्टेड अपराधियों की लिस्ट में पहले नंबर पर था। अमर ने 10 बदमाशों के साथ बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्र की हत्या की थी। अमर और उसके साथी मिश्र को घसीटकर विकास दुबे के मामा प्रेम कुमार पांडे के घर में ले गए और गोलियों से भून दिया। धारदार हथियार से भी वार किए थे। प्रेम कुमार पांडे पहले ही एनकाउंटर में मारा जा चुका है।

    कानपुर एनकाउंटर के बाद पुलिस ने विकास की गैंग में शामिल लोगों के फोटो जारी किए थे।

    अमर का लखनऊ में भी घर
    शूटआउट के बाद अमर और विकास साथ-साथ फरार हुए थे, लेकिन औरैया से दोनों अलग-अलग हो गए। औरैया में दिबियापुर हाइवे पर रविवार को लावारिस कार मिली थी। अमर उसी कार में भागा था। गाड़ी में मिले अमर के डॉक्यूमेंट से पता चला कि लखनऊ में भी उसका घर है। यह भी पता चला कि अमर और विकास रिश्तेदार थे। अमर रंगदारी और शराब के ठेकों से वसूली करता था।

    विकास की तलाश में दबिश जारी, फरीदाबाद में देखा गया
    कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई को विकास दुबे गैंग ने पुलिस की टीम पर फायरिंग कर दी थी। हमले में 8 पुलिसकर्मियों की जान चली गई। एसटीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमें विकास और उसके साथियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। विकास मंगलवार को फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया।

    होटल के सीसीटीवी में दिखा विकास दुबे।

    सूत्रों के मुताबिक विकास फरीदाबाद के सेक्टर-87 में अपने रिश्तेदार के घर रुका था। अपने साथियों अंकुर और प्रभात को होटल में रुकवाया था। उनसे मिलने विकास होटल गया था। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही विकास फरार हो गया। अंकुर और प्रभात को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

    यूपी, हरियाणा समेत 5 राज्यों में अलर्ट
    गुड़गांव के कमिश्नर केके राव ने एक ऑडियो मैसेज में कहा है कि विकास गुड़गांव में एंट्री कर सकता है। उसके पास पर्सनल गाड़ी नहीं है। वह थ्री-व्हीलर या टैक्सी से मूवमेंट कर सकता है। सभी बॉर्डर पर नजर रखी जाए। इसके साथ ही यूपी, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा में अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में पुलिस विकास और उसके गुर्गों की तलाश कर रही हैं। विकास की पहचान के तौर पर बताया गया है कि वह लंगड़ा कर चलता है।

    कानपुर शूटआउट में अब तक क्या हुआ?
    2 जुलाई:
     विकास दुबे को गिरफ्तार करने 3 थानों की पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी, विकास की गैंग ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी।
    3 जुलाई: पुलिस ने सुबह 7 बजे विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का एनकाउंटर कर दिया। 20-22 नामजद समेत 60 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। विकास पर 2.5 लाख, अमर पर 25 हजार और दूसरे लोगों पर 18-18 हजार रुपए का इनाम घोषित।
    5 जुलाई: पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी दयाशंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया। पुलिस की गोली लगने से दयाशंकर जख्मी हो गया। उसने खुलासा किया कि विकास ने पहले से प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था।

कानपुर शूटआउट: कौन है अमर दुबे? / गोली चलाने में माहिर था, विकास पर आंख बंद कर विश्वास करता था, दादी ने कहा- मेरी सुनता नहीं था, इसलिए मारा गया

  • यह तस्वीर कानपुर शूटआउट में आरोपी अमर दुबे की है। बुधवार तड़के अमर दुबे को हमीरपुर में मार गिराया गया।यह तस्वीर कानपुर शूटआउट में आरोपी अमर दुबे की है। बुधवार तड़के अमर दुबे को हमीरपुर में मार गिराया गया।
  • बीते दो जुलाई की रात बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या करने में शामिल था अमर दुबे
  • अमर को हमीरपुर में पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया, उस पर 25 हजार का इनाम था

कानपुर. कानपुर के बिकरु गांव के गैंगस्टर विकास दुबे के साथी अमर दुबे को हमीरपुर जिले में बुधवार तड़के 4 बजे एनकाउंटर में मार गिराया गया है। एफआईआर में अमर का नाम 14वें नंबर पर था। आरोप है कि अमर ने 10 बदमाशों के साथ सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र को घसीटकर प्रेम कुमार पांडेय के घर के अंदर ले जाकर गोलियों और धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। प्रेम कुमार पांडेय विकास दुबे का मामा था। शुक्रवार सुबह प्रेम कुमार कर पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था। पुलिस ने विकास पर ढाई लाख का इनाम घोषित कर रखा है। मुठभेड़ में मारे गए अमर पर भी 25 हजार का इनाम घोषित था। विकास और उसकी गैंग ने 2 जुलाई की रात 8 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी।

कौन है अमर दुबे?

अमर दुबे बिकरु शूटआउट के मास्टमाइंड विकास दुबे का रिश्तेदार है। उसका घर विकास के घर के पास ही है। वह बीते शुक्रवार सुबह बिकरु गांव से दो किमी दूर जंगल में मुठभेड़ में मारे गए अतुल दुबे का सगा भतीजा था। दो दिन पहले पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोप है कि मुठभेड़ के समय कुछ पुलिसवाले जान बचाने के लिए आसपास के मकान में शरण लेना चाह रहे थे। लेकिन, पड़ोसी क्षमा ने घर का दरवाजा नहीं खोला और अंदर जाकर बदमाशों को घर के बाहर पुलिसवालों के होने की जानकारी दी। जिसके चलते 6 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

विकास आंख बंद कर अमर पर करता था विश्वास

ग्रामीणों के अनुसार, अमर दुबे विकास का साया बनकर रहता था। वह शिवली थाना क्षेत्र का रहने वाला है। लेकिन कुछ वर्षों से वह बिकरु गांव में ही रह रहा था। कई बार पुलिस उसे गिरफ्तार भी कर चुकी थी। लेकिन विकास के रसूख के चलते वह हर बार छूट जाता था। ग्रामीणों ने बताया कि रंगदारी वसूलने से लेकर शराब के ठेकों से वसूली करने का काम अमर दुबे के ही जिम्मे था। कई ऐसे काम थे, जिन्हें अमर करता था और विकास आंख बंद करके इस पर विश्वास करता था। अमर पर चौबेपुर थाने में पांच केस दर्ज हैं।

दादी ने कहा- मेरी सुनता नहीं था, इसलिए मारा गया

अमर के मारे जाने की खबर जब उसकी दादी को मिली तो वह फफक कर रोने लगीं। उन्होंने कहा कि परिवार हमारा बर्बाद हो गया। वह मेरी बात नहीं सुनता था, इसीलिए मारा गया। सोमवार देर रात चौबेपुर पुलिस ने दो महिलाओं के साथ एक और व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें एक महिला क्षमा थी। बताया जा रहा है कि अमर दुबे क्षमा का बेटा था।

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