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कोरोना का धूम्रपान से कनेक्शन:महामारी के दौर में धूम्रपान भी जानलेवा, क्विट प्लान बनाकर छोड़ें आदत; महामारी के बाद एक लाख से ज्यादा लोगों ने छोड़ी स्मोकिंग

कम टार वाली सिगरेट पीना, खुद की बनाई हुई सिगरेट या संख्या कम कर देने से नहीं होता फायदा, छोड़ना ही बेहतर उपाय आपकी स्मोकिंग की आदत से बच्चे सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम का शिकार हो सकते हैं, इसमें बच्चे की अचानक मौत हो जाती है

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सिगरेट पीने के कारण लोगों के फेफड़ों में परेशानी, सांस लेने में दिक्कत तो होती ही है। मगर, महामारी के दौर में यह आदत और भी ज्यादा खतरनाक हो गई है। डब्ल्यूएचओ ने जून के आखिर में कहा था कि कोविड-19 की गंभीरता के बढ़ते मामलों और अस्पताल में मरीजों की मौत के तार स्मोकिंग से जुड़े हैं।

संगठन ने इसके बाद लोगों को स्मोकिंग छोड़ने की सलाह दी थी। स्मोकिंग से हमारे फेफड़ों की क्षमता को कम होती है और रेस्पिरेटरी इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में धुएं के आदि लोगों को भी महामारी से बचने के लिए यह आदत छोड़ना पड़ सकती है।

1 लाख से ज्यादा लोग छोड़ चुके हैं स्मोकिंग
एक्शन ऑन स्मोकिंग एंड हेल्थ (Ash) के सर्वे के अनुसार, कोविड-19 महामारी फैलने के बाद 1 लाख से ज्यादा लोगों ने स्मोकिंग से दूरी बना ली है। इनमें से बीते 4 महीनों में स्मोकिंग छोड़ने वाले 41 फीसदी लोग इसका कारण कोरोनावायरस को बताते हैं। इसके अलावा यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) ने पाया कि 2007 में इसका सर्वे शुरू होने के बाद अगर दूसरे वर्षों से तुलना की जाए तो जून 2020 तक सबसे ज्यादा लोगों ने स्मोकिंग छोड़ी है।

क्या हैं जोखिम?
कई डॉक्टर्स का मानना है स्मोकिंग नहीं करने वाले लोगों के मुकाबले स्मोकर्स ज्यादा गंभीर लक्षणों के जोखिम में हैं। जो कोविड सिम्प्टम ट्रैकर ऐप के अनुसार, नॉन स्मोकर्स की तुलना में स्मोकिंग करने वालों में कोरोनावायरस संक्रमण के तीन मुख्य माने जाने वाले लक्षणों (बुखार, लगातार खांसी, सांस में तकलीफ) के बनने की आशंका 14 प्रतिशत ज्यादा थी।

स्मोकिंग छोड़ने के लिए अपना कॉन्फिडेंस कैसे बढ़ाएं
कई लोग स्मोकिंग छोड़ने से डरते हैं, क्योंकि वे पहले भी कोशिश कर चुके, लेकिन असफल रहे। उन्हें लगता है कि यह बहुत कठिन है, क्योंकि वे छोड़ने के बाद होने वाले लक्षणों से उबर नहीं पाएंगे। उन्हें लगता है कि उनके पास कोई सपोर्ट नहीं है या वे इसमें सफल हो ही नहीं सकते हैं।

कुछ तरीके जिनकी मदद से आप में स्मोकिंग छोड़ने के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करेंगे

  • पहले एक दिन के लिए सिगरेट छोड़ने की कोशिश करें। फिर इसे दो दिन तक करें और क्रम को इसी तरह चलने दें।
  • रोल मॉडल्स को फॉलो करें। अपने आसपास के उन लोगों को देखें, जिन्होंने हाल ही में स्मोकिंग बंद की है। देखें कि आप उनके कौनसे तरीकों और प्रतिक्रियाओं को अपना सकते हैं।
  • हर कोशिश को मानें कि आप सीख रहे हैं। हर बार आपको पता लगता है कि क्या काम नहीं कर रहा और आपको सफल होने के लिए क्या करना होगा। आपको यह पता होना चाहिए कि स्मोकर्स के लिए बार-बार स्मोकिंग छोड़ना आम बात है, लेकिन वे बाद में सफल होते हैं।
  • स्मोकिंग छोड़ने को लेकर अपने निगेटिव मूड को सुधारें। कई लोगों को स्मोकिंग छोड़ते वक्त डर, तनाव और चिंता होती है। अपने आसपास परिवार और दोस्तों के भरपूर सपोर्ट को साथ रखें। अच्छे भोजन, एक्सरसाइज और पूरी नींद की मदद से हेल्दी लाइफस्टाइल तैयार करें।

स्मोकिंग छोड़ने के लिए “क्विट प्लान” तैयार करें
अगर आपने स्मोकिंग छोड़ने का फैसला कर लिया है तो यह बहुत अच्छी बात है। इसके लिए एक क्विट प्लान तैयार करें। इस प्लान में आपका अगला कदम, सलाह और सपोर्ट करने वाली चीजें शामिल होंगी। हमेशा याद रखें कि आप सफल हो सकते हैं।

ऐसे बनाएं “क्विट प्लान”

  • एक तारीख तय करें: जितना जल्दी हो सके स्मोकिंग छोड़ने के लिए तारीख चुनें। स्मोकिंग छोड़ने के लिए खुद को थोड़ा वक्त देना आपको फोकस और मोटिवेट रहने में मदद करेगा। बर्थडे या कोई जरूरी दिन चुनना अच्छा रहेगा, लेकिन आपको किसी नियम को मानने की जरूरत नहीं है। आप आज से भी स्मोकिंग बंद कर सकते हैं।
  • परिवार, दोस्तों और साथ काम करने वालों को बताएं: अपने फैसले के बारे में उन लोगों को जरूर बताएं जो आपसे ज्यादा संपर्क में रहते हैं। उन लोगों से सपोर्ट करने के लिए कहें। इसके अलावा अगर कोई साथी स्मोक करता है तो उसे समझने के लिए कहें। उन्हें बताएं कि अगर आप आसपास हैं तो स्मोक न करें।
  • चुनौतियों के बारे में पहले ही जान लें: स्मोकिंग छोड़ना आसान नहीं है और अगर आपने फैसला किया है तो आप बहादुर हैं। इस दौरान आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार रहें और खासतौर से पहले हफ्ते की मुश्किलों के लिए।
  • आपने आसपास से तंबाकू प्रोडक्ट्स हटा दें: सबसे जरूरी है तंबाकू के संपर्क में कम से कम आना। अगर आपके आसपास तंबाकू की चीजें हैं तो उन्हें हटा दें। स्मोकिंग एरिया में जाने से बचें और अपने साथियों को आपके सामने स्मोक न करने के लिए कहें।

सिगरेट में शामिल होते हैं 7 हजार से ज्यादा जहरीले कैमिकल्स
स्मोकिंग से केवल स्वास्थ्य ही नहीं आपके आसपास रहने वाले लोग भी प्रभावित होते हैं। डब्ल्यूएचओ की “ए गाइड टू फॉर टोबैको यूजर्स टू क्विट” के अनुसार, तंबाकू अपने करीब आधे यूजर्स को मार देता है क्योंकि तंबाकू प्रोडक्ट्स बहुत ही जहरीली चीजों से तैयार किए जाते हैं। तंबाकू स्मोक में 7 हजार से ज्यादा कैमिकल्स होते हैं, जिसमें से कम से कम 250 को हानिकारक और कम से कम 69 को कैंसर का कारण माना जाता है।

स्मोकिंग से जुड़े कुछ फर्जी दावे
खासतौर से विकासशील देशों में कई स्मोकर्स तंबाकू स्मोकिंग के खतरों को नहीं समझते हैं। इसके पीछे का कारण कंपनियों के गुमराह करने वाला डाटा बताया जाता है। ये रहे स्मोकिंग से जुड़े कुछ फर्जी दावे।

  • कम टार वाली सिगरेट सुरक्षित हैं: सुरक्षित सिगरेट जैसी कोई चीज नहीं होती है। कम टार वाली सिगरेट भी दूसरी सिगरेट की तरह हानिकारक हो सकती है।
  • खुद तंबाकू रोल कर बनाई गई सिगरेट सुरक्षित हैं: इस तरह की सिगरेट में भी कई कैमिकल्स होते हैं। रिसर्च बताती हैं कि खुद तंबाकू रोल कर बनाई गई सिगरेट भी फैक्ट्री में बनी सिगरेट के बराबर या उससे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। स्टडीज में पता चला है कि खुद तंबाकू रोल कर सिगरेट बनाने वाले लोग ऐसी सिगरेट तैयार करते हैं जो ज्यादा टार और निकोटीन बनाती हैं।
  • सिगरेट की संख्या कम कर देने से हेल्थ रिस्क कम हो जाएंगे: सिगरेट पीने का कोई भी सुरक्षित स्तर नहीं है। कुछ लोग सिगरेट की संख्या को कम कर स्मोकिंग हैबिट को सुरक्षित बनाने की कोशिश करते हैं। इनमें से कई लोगों को काफी मुश्किल होती हैं और वे वापस उतनी ही सिगरेट दोबारा शुरू कर देते हैं। हालांकि, सिगरेट की संख्या कम करना जोखिम को थोड़ा कम जरूर कर देता है, लेकिन लंबे फायदे के लिए इसे छोड़ना ही बेहतर है।
  • केवल बुजुर्ग ही स्मोकिंग से बीमार होते हैं: स्मोकिंग करने वाले सभी लोगों में बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। सभी उम्र के लोग फेफड़ों की क्षमता कम होना, खांसी, जल्दी थकान जैसी शॉर्ट टर्म परेशानियों से जूझते हैं। स्मोकिंग सूंघने और स्वाद लेने की ताकत को भी खत्म करती है।

हर साल 80 लाख जानें लेता है तंबाकू
तंबाकू के नुकसान को सभी लोग जानते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, तंबाकू की वजह से होने वाली बीमारियों जैसे कार्डिवैस्क्युलर डिसीज, फेफड़ों की परेशानी, कैंसर, डायबिटीज और हाइपरटेंशन से हर साल 80 लाग लोग अपनी जान गंवा देते हैं। स्मोकिंग से रेस्पिरेटरी इंफेक्शन्स, कैंसर, अंधापन, नपुंसकता, हार्ट अटैक जैसी कई बीमारियां होती हैं। इसके अलावा अगर प्रेग्नेंट महिला तंबाकू सेवन करती है तो इससे कम वजन वाले बच्चे के जन्म की आशंकाएं बढ़ जाती हैं।

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