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एथलीट्स ने तोड़ा कोरोना नियम / कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीत चुके विकास समेत 3 बॉक्सर ने क्वारैंटाइन नियम तोड़ा, दो खिलाड़ी ओलिंपिक क्वालिफाई कर चुके

विकास 69 किग्रा और सतीश 91 किग्रा कैटेगरी में पहले ही टोक्यो ओलिंपिक के लिए कोटा हासिल कर चुके हैं तीनों बॉक्सर पर पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट में सोशल डिस्टेंसिंग नियम तोड़कर साथियों से मिलने का आरोप

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  • भारतीय बॉक्सर सतीश कुमार और विकाश कृष्ण का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है। दोनों पर सोशल डिस्टेंसिंग नियम तोड़ने का आरोप है। -फाइल फोटोभारतीय बॉक्सर सतीश कुमार और विकाश कृष्ण का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है। दोनों पर सोशल डिस्टेंसिंग नियम तोड़ने का आरोप है। -फाइल फोटो

कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुके विकास कृष्ण यादव समेत समेत नीरज गोयत और सतीश कुमार पर कोरोना नियम तोड़ने का आरोप लगा है। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने क्वारैंटाइन नियम तोड़ने को लेकर इन एथलीट्स के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

सतीश ने एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता है, जबकि नीरज प्रोफेशनल बॉक्सर हैं। तीनों पर आरोप है कि उन्होंने पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एनआईएस) में सोशल डिस्टेंसिंग नियम तोड़ते हुए साथी खिलाड़ियों से घुल मिलकर बात की।

सतीश और विकास ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुके
साई ने कहा, ‘‘मामले की जांच शुरू कर दी है। दोषी अधिकारी और खिलाड़ियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’ विकास 69 किग्रा और सतीश 91 किग्रा कैटेगरी में पहले ही टोक्यो ओलिंपिक के लिए कोटा हासिल कर चुके हैं। कोरोना के बीच ओलिंपिक की तैयारियों को लेकर बॉक्सिंग कैंप 1-2 हफ्ते पहले ही शुरू हुआ है। इसमें ओलिंपिक क्वालिफाई कर चुके 7 दूसरे बॉक्सरों को भी क्वारैंटाइन में रखा गया है।

7 दिन रहना होता है क्वारैंटाइन
साई ने कहा, ‘‘कोरोना जांच के बाद ही खिलाड़ियों को कैंपस के होस्टल में एंट्री की अनुमति होती है। इसके बाद हमारी नई गाइडलाइंस के तहत खिलाड़ियों को होस्टल में ही 7 दिन क्वारैंटाइन में रहना होता है। छठे दिन कोरोना टेस्ट होता है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही खिलाड़ियों को साथियों के साथ मिलने की अनुमति होती है।’’

तीनों खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट निगेटिव
गोयत ने कहा, ‘‘मैं और विकास होस्टल के मैस में नहीं गए थे। हमारा कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद हमने एनआईएस एक्जक्यूटिव डायरेक्टर राज सिंह बिश्नोई की परमिशन के बाद ही कैंपस में गए थे। सिर्फ सतीश एक बार मैस में गया था, क्योंकि उसे इसके बारे में पता नहीं था। इसके बाद कुछ वेटलिफ्टर और एथलीट्स साथियों ने इसकी शिकायत की। सतीश की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।’’

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