इंटरनेशनल योग डे:शिल्पा शेट्टी से मलाइका अरोड़ा तक, बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेसेस खुद को योग के जरिए रखती हैं फिट
Yoga की 4 पॉजिटिव कहानियां:मुरादाबाद की दीप्ति को योग ने दोबारा पैरों पर खड़ा किया, मेरठ में 7 साल के जैद को मिला नया जीवन; कानपुर में सास-बहू ने निमोनिया को हराया
आज इंटरनेशनल योग डे है। आजकल बॉलीवुड की तमाम हस्तियां भी खुद को फिट रखने के लिए योग का ही सहारा ले रही हैं। सेलेब्स को अक्सर जिम के बाहर स्पॉट किया जाता है, लेकिन अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए सेलेब्स सिर्फ जिम ही नहीं बल्कि योग भी करते हैं। इंटरनेशनल योग डे के अवसर पर जानते हैं ऐसी ही बॉलीवुड की कुछ फेमस एक्ट्रेसेस के बारे में जो खुद को योग के जरिए ही फिट रखती हैं।
शिल्पा शेट्टी
46 साल की शिल्पा को अब योग गुरु के नाम से ही जाना जाने लगा है। योग प्रमोट करने के लिए शिल्पा ने ‘शिल्पा योग’ नाम से डीवीडी भी लॉन्च की थी। वे अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी योग से जुड़े वीडियो पोस्ट करती रहती हैं।
मलाइका अरोड़ा
47 साल की उम्र में भी मलाइका अरोड़ा बाकी कई एक्ट्रेसेस से ज्यादा फीट हैं। उनकी इस फिटनेस और फिगर का राज योग ही है। उन्होंने अपने डेली रूटीन में योग को भी शामिल किया है। घंटों जिमिंग करने के बाद भी मलाइका योग के लिए समय निकाल ही लेती हैं।
बिपाशा बसु
42 साल की फिटनेस फ्रीक बिपाशा बासु भी अपने फिगर को मेंटेन रखने के लिए योग करती हैं। वे भी योग को लेकर एक डीवीडी लॉन्च कर चुकी हैं। बिपाशा अपने पति करण सिंह ग्रोवर के साथ योग करते हुए फोटो और वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं।
जैकलीन फर्नांडिज
जैकलीन भी खुद को फिट रखने के लिए योग करती हैं। वे कई सोशल मीडिया पर अपनी योग करते हुए फोटो शेयर कर चुकी हैं।
आलिया भट्ट
बॉलीवुड में ‘चुलबुल गर्ल’ के नाम से मशहूर आलिया पहले काफी मोटी थीं, लेकिन बाद में उन्होंने योग के जरिए ही कई किलो तक अपना वजन कम किया है। कहा जाता है कि आलिया वजन कम करने के लिए हफ्ते में दो बार ‘आष्टांग योग’ किया करतीं थीं और अभी भी आलिया ने योग को अपने रूटीन में शामिल किया हुआ है।
करीना कपूर खान
बेबो के नाम से फेमस करीना के जीरो फिगर का राज भी योगा ही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीना रोजाना 50 बार सूर्य नमस्कार और 45 मिनट बाकी योगासन करती हैं। प्रेग्नेंसी में भी उन्होंने योग करते हुए कई वीडियो शेयर किए थे।♦
Yoga की 4 पॉजिटिव कहानियां:मुरादाबाद की दीप्ति को योग ने दोबारा पैरों पर खड़ा किया, मेरठ में 7 साल के जैद को मिला नया जीवन; कानपुर में सास-बहू ने निमोनिया को हराया
हर 21 जून यानी आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर करोड़ों लोगों के योग करते हुए तस्वीरें आती हैं। वैसे, आज हम आपको 4 ऐसी पॉजिटिव कहानियां बताने जा रहे हैं जो आपको नियमित योग करने के लिए प्रेरित करेंगी। इन कहानियों ने ये भी साफ कर दिया कि अगर आप योग का साथ अपनाएंगे तो बड़ी से बड़ी बीमारियों को भी हरा सकते हैं। पढ़िए मुरादाबाद, मेरठ, मथुरा और कानपुर से ऐसी ही 4 कहानियां…
मुरादाबाद : एक्सीडेंट ने कोमा में पहुंचाया, योग ने पैरों पर खड़ा किया
कहानी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रहने वाली दीप्ति ग्रेवाल की है। 2010 में एक रोड एक्सीडेंट के बाद दीप्ति डेढ़ महीने तक कोमा में रहीं। तबीयत में सुधार हुआ तो अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया, लेकिन तब तक दीप्ति इतनी टूट चुकी थीं कि वह अपने पैरों पर भी खड़ी नहीं हो पा रहीं थीं। घरवालों ने डॉक्टर्स के कहने पर धीरे-धीरे एक्सरसाइज कराना शुरू किया। दीप्ति ने खुद नियमित योग को अपने जीवन में शामिल कर लिया। देखते ही देखते वह पूरी तरह से फिट हो गईं। आज वह स्पोर्ट्स की बेहतर खिलाड़ी बन चुकी हैं। नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पोर्ट्स से योग में कोच का प्रशिक्षण लिया और आज इंटरनेशनल लेवल पर अलग-अलग प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। 2019 में हुई 8 वीं एशियन योग चैंपियनशिप में भी दीप्ति ने भारत की ओर से हिस्सा लिया। दीप्ति मुरादाबाद के कम्पोजिट विद्यालय डिडौरा में सहायक अध्यापिका भी हैं।
मेरठ: जैद को योग ने बनाया मजबूत
मेरठ के करीम नगर में रहने वाला सात साल के मोहम्मद जैद नन्हें योग गुरु के नाम से मशहूर हैं। हमेशा बीमार रहने वाले जैद के माता पिता ने डॉक्टरों के कहने पर बेटे के शारीरिक विकास के लिए योग शुरू कराया था। जैद के अब्बू महताब बुनकर हैं। बताते हैं जैद बहुत कमजोर था। लोग कहने लगे थे कि ये नहीं बच पाएगा। तब डॉक्टर्स ने योग कराने की सलाह दी। धीरे-धीरे योग ने जैद को नया जीवनदान दे दिया। बचपन से योग करते-करते जै़द इतना हुनरमंद हो गया कि आज हर तरह के आसन, यौगिक क्रियाएं करता है। 21 जून 2015 को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाबा रामदेव के साथ योग दिवस पर योगासन कर चुका है। राष्ट्रीय स्तर की योग प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीत चुका है। अब जैद का ख्वाब देश के लिए योग, जिमनास्ट में मेडल लाना है। महताब कहते हैं योग करने से बिरादरी (मुस्लिम कम्युनिटी) के लोग नाराज भी हुए लेकिन समय के साथ-साथ अब सब ठीक होने लगा है।
मथुरा : किसी 40 साल से कम नहीं हैं 103 साल के बाबा राम आसरे
मथुरा के गोवर्द्धन परिक्रमा मार्ग में रहकर संतों की सेवा कर रहे बाबा राम आसरे दास महाराज को देखकर आप उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगा सकते की उनकी 103 साल से ज्यादा की उम्र हो चुकी है। लेकिन आज भी वह 84 से ज्यादा योग क्रियाएं करते हैं। योग ने उन्हें इतना फिट रखा हुआ है कि 40 साल के लोग भी उनके आगे कमजोर पड़ जाएंगे। राम आसरे दास महाराज ने 70 साल पहले ही अयोध्या छोड़ दी थी। इसके बाद वह वृंदावन आ गए। यहां जीवन योग साधना को समर्पित कर दिया। चक्रासन में दोनों हाथ और दोनों पैर जमीन पर रखे होने के बाद इतनी तेजी से घूमते हैं कि देखने वाले पलक तक नहीं झपकाते। हाथों की मात्र तीन उंगलियों पर पूरे शरीर का वजन रखकर मयूर आसन भी परफेक्ट अंदाज में करते हैं। कच्छव, कमल, गर्भ, भगि तथा पद्मासन में कहीं कोई अटकाव नहीं दिखता ।
कानपुर : सास-बहू को योग ने दिया नया जीवनदान
कोरोना की सेकेंड वेव में न जाने कितनों ने अपनों को खो दिया। लेकिन पॉजिटिव सोच और योग पर विश्वास के चलते कानपुर की सास-बहू ने न सिर्फ कोरोना को मात दी, बल्कि अपनी इम्युनिटी को भी मजबूत किया। कानपुर के सिंधी कॉलोनी में रहने वाली सोनिया खत्री और उनकी 66 साल की सास मीरा खत्री को निमोनिया हो गया। सांस लेने में दिक्कतें शुरू हो गईं। तब दोनों ने कोरोना के ट्रीटमेंट के साथ योग भी करना शुरू किया। सुबह-शाम दो-दो घंटे योग किया। इस तरह बीमारी पर जीत हासिल कर ली। सोनिया बताती हैं कि उनकी सास को ज्यादा दिक्कत शुरू हो गई थी, लेकिन योग क्रिया से 48 घंटे बाद ही आराम मिलना शुरू हो गया था। मन में विश्वास रखते हुए कपालभाती, भस्तिका और अनुलोम-विलोम क्रिया से सांस लेने में आने वाली समस्या दूर हो गई। इसके अलावा फेफड़े से संक्रमण दूर करने के लिए रबड़ नीति, कुंजन क्रिया और जलनीति क्रिया को किया।