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UP चुनाव से पहले प्रेशर पॉलिटिक्स:केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हो सकती हैं अनुप्रिया, हरसिमरत की जगह मिल सकता है मौका; पति भी योगी कैबिनेट में आ सकते हैं

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उत्तर प्रदेश की सियासत में गुरुवार को दो बड़ी हलचल देखने को मिली। पहली ये कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अचानक दिल्ली पहुंच गए। यहां उन्होंने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। दूसरी ये कि अपना दल (एस) की अध्यक्ष और सांसद अनुप्रिया पटेल ने भी गृहमंत्री शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद से एक बार फिर राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि अनुप्रिया मोदी कैबिनेट में वापस शामिल हो सकती हैं। उन्हें हरसिमरत कौर बादल की जगह केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।

यूपी सरकार में भी नेताओं के हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग
सूत्रों की मानें तो अनुप्रिया ने केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश में भी संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में अपना दल के प्रतिनिधित्व को लेकर अमित शाह से बात की। यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रदेश के निगम और आयोग में पार्टी नेताओं को शामिल करने के लिए कहा। बताया जाता है कि कई मुद्दों पर शाह और अनुप्रिया में सहमति भी बन गई है।

मोदी की दूसरी सरकार में नहीं मिली थी जगह

अपना दल (एस) की अध्यक्ष व सांसद अनुप्रिया पटेल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
अपना दल (एस) की अध्यक्ष व सांसद अनुप्रिया पटेल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।

2014 में जब मोदी सरकार आई थी तब अनुप्रिया पटेल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन 2019 में उन्हें जगह नहीं मिली। इसके बाद से ही वह नाराज बताई जा रहीं थीं। हालांकि, उन्होंने खुलकर कभी भी मोदी सरकार या योगी सरकार पर हमला नहीं किया। अब अगले साल उत्तर-प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में अनुप्रिया ने फिर से गठबंधन को लेकर भी बातचीत शुरू कर दी है। बताया जाता है कि गुरुवार को अमित शाह से हुई मुलाकात के दौरान उन्होंने ये कहा कि अगर अगले साल चुनाव में ये गठबंधन जारी रखना है तो इसके लिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कराया जाए और यूपी में उनके नेताओं को सरकार में जगह दी जाए। अनुप्रिया ने अपने MLC पति आशीष पटेल को योगी मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए भी दबाव बनाया। यूपी में अपना दल एस के 9 विधायक हैं। एक विधायक को मंत्री बनाया गया है।

समाजवादी पार्टी के साथ अपना दल के गठबंधन की चर्चाएं
कुछ दिनों पहले तक यूपी में अनुप्रिया पटेल की समाजवादी पार्टी के साथ जाने को लेकर खूब चर्चा हो रही थी। कहा जा रहा था कि यूपी में सत्ताधारी बीजेपी को मात देने के लिए समाजवादी पार्टी इस बार छोटे-छोटे दलों को मिलकर एक मजबूत गठबंधन बनाने में जुटी है। इस कड़ी में सपा की नजर अनुप्रिया पटेल की अपना दल (सोनेलाल) पर है। अनुप्रिया का कुर्मी वोटों पर काफी अच्छी पकड़ है। लिहाजा यह बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनो के लिए खास महत्व रखती है।

मुलाकात का कोई सियासी मकसद नहीं
अनुप्रिया पटेल की अमित शाह के मुलाकात के बाद दैनिक भास्कर ने अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल से बात की। आशीष पटेल ने कहा कि ‘पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने गृह मंत्री अमित शाह से शिष्टाचार मुलाकात किया है। इसके पीछे कोई सियासी मकसद नहीं था। बहुत दिनों में गृहमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई थी। इसलिए वह मिलने गई थीं। इसके पीछे कोई एजेंडा नहीं हैं।’

 

UP से दिल्ली तक सियासी हलचल:अचानक दिल्ली पहुंचे योगी से करीब डेढ़ घंटे मिले अमित शाह, इसी बीच भाजपा अध्यक्ष नड्डा प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंचे

राहुल गांधी के करीबी जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के अगले ही दिन यूपी की सियासत में एक और बड़ी हलचल दिखी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अचानक दो दिन का दिल्ली का प्रोग्राम बना लिया। गुरुवार शाम करीब चार बजे वो दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के घर भी पहुंच गए। यहां उनकी करीब डेढ़ घंटे तक शाह के साथ मीटिंग हुई।

इसी बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे हैं। योगी आज ही नड्डा से भी मिलेंगे। इसके बाद कल वे मोदी से भी मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार और अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर योगी ये मुलाकातें कर रहे हैं।

अनुप्रिया भी शाह से मिलीं, नजर मंत्रिमंडल विस्तार पर
अभी अमित शाह के साथ अपना दल (एस) की अध्यक्ष व सांसद अनुप्रिया पटेल की मीटिंग जारी है। सूत्रों ने बताया कि संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया अपनी बात शाह के सामने रख सकती हैं। इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव भी उनका एजेंडा हो सकता है। इसके अलावा अगले साल होने वाले चुनावों में प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा कर सकती हैं।

अपना दल (एस) की अध्यक्ष व सांसद अनुप्रिया पटेल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
अपना दल (एस) की अध्यक्ष व सांसद अनुप्रिया पटेल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।

मोदी-शाह तक पहुंच चुकी है UP की रिपोर्ट
कुछ दिनों पहले ही भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने उत्तर प्रदेश में संगठन और सरकार के कामकाज का जायजा लिया था। कई मंत्रियों से मुलाकात करके उनकी नाराजगी जानी थी। संगठन से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने इसकी पूरी रिपोर्ट 5 और 6 जून को दिल्ली में हुई बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा से शेयर की थी। फिर नड्‌डा और बीएल संतोष इस रिपोर्ट को लेकर PM मोदी के पास पहुंचे थे। उन्हें पूरी रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है।

PM मोदी से मिलने का एजेंडा

  • कोरोना महामारी के सेकेंड वेव में कैसे हालात रहे और सरकार ने कैसे कम समय में इन हालात पर काबू पाया?
  • थर्ड वेव के लिए यूपी में कैसी तैयारी है? कैसे हेल्थ सेक्टर में काम किया है?
  • बच्चों को लेकर सरकार ने अस्पतालों में क्या व्यवस्था की है?
  • पोस्ट कोविड के लिए सरकार की रणनीति और तैयारियों की रिपोर्ट पेश करेंगे CM योगी।
  • वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर भी जानकारी देंगे।
  • UP में 2022 में विधानसभा चुनाव है, उससे पहले राज्य को कोरोना फ्री करने की बड़ी चुनौती सरकार के सामने है। इसको लेकर भी प्रधानमंत्री से चर्चा संभव है।

जल्द हो सकता है कैबिनेट का विस्तार
CM योगी के दिल्ली पहुंचते ही एक बार फिर से UP में कैबिनेट विस्तार को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताया जाता है कि योगी के UP आने के बाद इसका ऐलान हो सकता है। सरकार में कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है। इसके अलावा कुछ लोगों को संगठन में भी जिम्मेदारी दी जाएगी। तमाम निगम, आयोग और बोर्ड के पद भी भरे जाने हैं।

20 दिन में UP से मिले 5 बड़े संकेत

  • जल्द ही यूपी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
  • सरकार से नाराज विधायकों को संगठन में बड़ा पद और मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
  • BJP के चुनावी मैदान में उतरने से पहले RSS की एक टीम जनता के बीच जाएगी।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही अगले साल होने वाले चुनाव में BJP का चेहरा होंगे।
  • डिप्टी CM केशव मौर्य को भी बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

 

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