MP में सिंध नदी के 2 और पुल बहे:दतिया में सेंवढ़ा और इंदुर्खी पुल तिनके की तरह बहे; 24 घंटे में 4 पुल टूटे, अमायन और गोराघाट के पुल भी खतरे में
सिंध नदी ने ग्वालियर-चंबल अंचल में तबाही मचा दी है। पहली बार सिंध नदी का रौद्र रूप लोगों ने देखा है। बुधवार सुबह दतिया जिले में सिंध नदी पर बने सेंवढ़ा और इंदुर्खी पुल बह गए। इसके पहले मंगलवार को सिंध नदी के बहाव में रतनगढ़ वाली माता और लांच-पिछोर का पुल भी बह गया था। अब दतिया जिले के गोराघाट, भिंड के अमायान नदी के मेंहदा घाट का पुल भी खतरे में हैं। दोनों पुलों पर पानी आ गया है।
ककेटो और मड़ीखेड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद मंगलवार की दोपहर से लगातार सिंध नदी में पानी बढ़ रहा है। सिंध नदी के उफान पर आने से अब तक दतिया जिले के चार पुल टूट चुके हैं। वहीं गोराघाट और भिंड जिले के अमायन पुल को भी खतरा है।
बीहड़ में नाव नहीं चलती, रेस्क्यू मुश्किल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर और SP से चंबल और सिंध नदी के जलस्तर की जानकारी ली है। यहां सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बीहड़ में पानी भरने पर नाव नहीं चलाई जा सकती। रेस्क्यू करने के दौरान भी बेहद सतर्कता बरतनी होती है, ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद मुश्किल है।
गांवों में लोगों के घर खाली कराए जा रहे
सिंध और चंबल नदी के किनारे के पर्रायच, इंदुर्खी, गिरवासा, रेंमजा, महायर गांवों को खाली कराया जा रहा है। दतिया जिले के सेंवढ़ा नगर में निचली बस्ती को खाली कराया जा चुका है। वहीं, चंबल किनारे के अटेर, चौम्हो, नावली वृंदावन, खैरहट गांव में पानी आ गया है। मुशावली गांव से एक बुजुर्ग को रेस्क्यू किया गया है। इसके अलावा भारौली पुलिस ने बाढ़ में फंसे एक परिवार को सुरक्षित निकाला है।
रेस्क्यू का काम आर्मी और NDRF के हवाले
भिंड SP मनोज कुमार सिंह ने कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। हर थाने की पुलिस गांवों में तैनात की जा चुकी है। NDRF और आर्मी को भी बुलाया जा रहा है। यदि किसी को कोई परेशानी है, तो वह पुलिस कंट्रोल रूम में सूचित कर सकता है। रेस्क्यू के लिए टीमें तैनात की जा चुकी हैं।