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स्पुतनिक वैक्सीन के लिए सैकड़ों किमी का सफर कर सूरत आना चाहते हैं महाराष्ट्र, MP और राजस्थान के लोग, वेटिंग लिस्ट में रोज 300 लोग बढ़ रहे

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कोरोना की रशियन वैक्सीन ‘स्पुतनिक’ लगवाने के लिए मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान के लोग सैकड़ों किमी की यात्रा कर गुजरात के सूरत आने को तैयार हैं। जबकि यहां पहले से ही वैक्सीन लेने वालों की लंबी लाइन है। स्पुतनिक का पहला सेंटर सूरत में बना था, इसलिए रशियन वैक्सीन को लेने के लिए गुजरात के अलग-अलग शहरों के अलावा दूसरे राज्यों के लोग भी वेटिंग में हैं।

सूरत के स्पुतनिक वैक्सीन सेंटर में 524 ऐसे लोग हैं, जो गुजरात के अलग-अलग शहरों और दूसरे राज्यों से हैं। यहां रोज वैक्सीन की उपलब्ध डोज से तीन गुना ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं, जिससे वेटिंग लिस्ट बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान के मुंबई, उज्जैन और माउंट आबू से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं।

कम से कम साइड इफेक्ट और दोनों डोज के बीच कम गैप होने के चलते स्पुतनिक लोगों की पहली पंसद गई है। सूरत में ही स्पुतनिक वैक्सीन के लिए पांच हजार से ज्यादा लोग वेटिंग में हैं। स्पुतनिक वैक्सीन के सेंटर किरण और शेल्बी अस्पताल में हैं। यहां पेड वैक्सीन लगाई जा रही है। यहां अब तक 1,478 लोगों को स्पुतनिक के डोज लग चुके हैं। किरण अस्पताल में रोज 110 लोगों को टीका लग रहा है। वहीं वेटिंग लिस्ट में रोजाना 300 लोग बढ़ रहे हैं।

सूरत के बाद सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन नवसारी से

1144 रुपए का एक डोज
स्पुतनिक के एक डोज के लिए 1,144 रुपए देने होते हैं। इसमें 994 रुपए का डोज और 150 रुपए अस्पताल चार्ज शामिल है। स्पुतनिक के एक वॉयल में एक ही डोज होता है। इससे बचे हुए डोज खराब होने का डर नहीं रहता है और एक व्यक्ति होने पर भी वैक्सीन दी जा सकती है। जबकि कोवीशील्ड और कोवैक्सिन के एक वॉयल में 10 डोज होते हैं। ऐसे में कम से कम 7 लोग होने पर ही वॉयल खोला जाता है। क्योंकि एक बार वॉयल खुलने के बाद अगर डोज बचती है, तो वह खराब हो जाती है।

सूरत में 2 सेंटर हुए, अहमदाबाद में भी 4 खुले
स्पुतनिक वैक्सीन के लिए सूरत में अब दो पेड सेंटर हो गए हैं। किरण अस्पताल के बाद शहर के शेल्बी अस्पताल में भी स्पुतनिक वैक्सीन लगाई जाने लगी है। इससे अब वैक्सीन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा। इससे पहले शेल्बी अस्पताल में रोज 50 से 60 लोग स्पुतनिक को लेकर इनक्वायरी कर रहे थे। वहीं अहमदाबाद में भी 4 स्पुतनिक सेंटर खुल गए हैं।

किरण अस्पताल के ट्रस्टी मथुर सवाणी ने बताया, ‘हमने स्पुतनिक के कुल 3,200 डोज मंगवाए थे, जिनमें से अब तक 1,200 डोज लगा दिए हैं। हमारे पास औसतन 100 लोगों को हर दिन वैक्सीन देने की क्षमता है इसलिए लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। फिर भी हम कोशिश कर रहे हैं ज्यादा से ज्यादा लोगों को डोज लगें।’

दो डोज के बीच सबसे कम गैप
डॉक्टर्स के मुताबिक स्पुतनिक वैक्सीन के साइड इफेक्ट नाम मात्र के हैं। इसे लगवाने के बाद बुखार और दूसरी कोई समस्या न के बराबर है और आधे घंटे के ऑब्जर्वेशन की भी जरूरत नहीं है। स्पुतनिक के दो डोज के बीच सबसे कम 21 दिन का गैप है। इसलिए व्यक्ति 21-22 दिन में कंप्लीट वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट ले सकता है। जिन्हें विदेश जाना है या किसी और वजह से वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट चाहिए, उनके लिए स्पुतनिक पहली प्राथमिकता है।

नवसारी के कार्तिक पटेल बताते हैं कि वे पिछले डेढ़ महीने से स्पुतनिक वैक्सीन का इंतजार कर रहे थे। सूरत में स्पुतनिक आते ही उन्होंने तुरंत रजिस्ट्रेशन करवा लिया। तीन बाद उनका नम्बर आया और वैक्सीन लगी। वैक्सीन के बाद कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ।

भरूच भोलाव के प्रकाश कप्तान का कहना है कि एक सप्ताह पहले उन्हें सोशल मीडिया से पता चला कि सूरत के किरण अस्पताल में स्पुतनिक वैक्सीन आने वाली है तो उन्होंने तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाया। उन्होंने ऐसा भी सुना है कि यह वैक्सीन डेल्टा प्लस वैरिएंट पर भी ज्यादा असरदार है। यह 90% तक इफेक्टिव है।

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