LAC पर भारत मुस्तैद / चीन सीमा पर एयरफोर्स ने रात में मिग-29 एयरक्रॉफ्ट और चिनूक-अपाचे हेलिकॉप्टर से गश्त की, 3 दिन पहले भी ताकत दिखाई थी
लद्दाख में तैनात भारतीय वायुसेना का अपाचे हेलिकॉप्टर। यहां फॉरवर्ड एयरबेस से लड़ाकू विमानों के अलावा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी लगातार उड़ान भर रहे हैं। यहां रूस के इल्यूशिन-76 और एंटोनोव-32 के साथ अमेरिकन सी-17, सी-130 जे एयरक्राफ्ट भी तैनात किए गए हैं भारतीय वायुसेना के सुखोई-30, एमकेआई और मिग-29 फाइटर प्लेन 3 दिन पहले भी यहां उड़ान भरी थी
चिनूक-अपाचे हेलिकॉप्टर से गश्त की, 3 दिन पहले भी ताकत दिखाई थी
लेह. भारतीय वायुसेना लद्दाख में चीन सीमा पर लगातार ताकत दिखा रही है। अब उसने रात में भी गश्त तेज की है। सोमवार रात फॉरवर्ड एयरबेस पर मिग-29 एयरक्रॉफ्ट और चिनूक, अपाचे हेलिकॉप्टर से निगरानी की गई। इससे पहले तीन दिन पहले भी यहां सुखोई-30, एमकेआई और मिग-29 फाइटर प्लेन ने उड़ान भरी थी।
ग्रुप कैप्टन ने कहा- रात का ऑपरेशन हैरान करता है
इस मौके पर सीनियर फाइटर पायलट और ग्रुप कैप्टन ए राठी ने कहा कि रात के ऑपरेशन में चौंकाने का भाव होता है। भारतीय वायुसेना आधुनिक संसाधनों और हौसले से भरे जवानों के साथ हर हालात का सामना करने के लिए पूरी तरह प्रशिक्षित और तैयार है।
फॉरवर्ड एयरबेस से लड़ाकू विमानों के अलावा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी उड़ान भर रहे हैं। इनमें रूस के इल्यूशिन-76 और एंटोनोव-32 के साथ अमेरिकन सी-17, सी-130 जे शामिल हैं। ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से जवानों को अलग-अलग जगह पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा हथियार एलएसी के पास पहुंचाए जा रहे हैं।
15 जून को हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे
15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के 40 से अधिक सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन ने अभी तक अपने मारे गए सैनिकों की संख्या नहीं बताई है।