ISCE बोर्ड का फैसला / 1 जुलाई से होने वाली ICSE एग्जाम्स भी रद्द, यहां भी CBSE की असेसमेंट प्रोसेस के आधार पर रिजल्ट तय होगा
इससे पहले CISCE बोर्ड ने स्टूडेंट्स को दिया था इस बार परीक्षा छोड़ने का विकल्प मुंबई हाईकोर्ट ने बोर्ड को स्टूडेंट्स के लिए मार्किंग स्कीम लाने के भी निर्देश दिए थे
CBSE बोर्ड के बाद अब काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने भी जुलाई में होने वाली 10वीं- 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया है। यह परीक्षाएं 1 जुलाई से आयोजित होनी थी, जिसे अब CBSE के बाद CISCE बोर्ड ने भी रद्द कर दी है।
बोर्ड ने कोर्ट में बताया कि वह सीबीएसई की प्रक्रिया के मुताबिक ही मूल्यांकन करेगा। हालांकि, बोर्ड परीक्षा बाद में आयोजित की जाएगी या नहीं इस बारे में फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है। इस बारे में मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति एसएस शिंदे की बेंच ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की।
बोर्ड ने दिया ऑप्ट आउट ऑप्शन
इससे पहले बोर्ड ने स्टूडेंट्स को परीक्षा छोड़ने का विकल्प भी दिया था, जिसके बाद कहा गया था कि परीक्षा छोड़ का विकल्प चुनने वाले स्टूडेंट का रिजल्ट इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर तय किया जाएगा। इस बारे में मुंबई हाईकोर्ट ने बोर्ड को ऐसे स्टूडेंट्स के लिए मार्किंग स्कीम शेयर करने के भी निर्देश दिए थे। हालांकि अभी तक बोर्ड की तरफ से ऐसी कोई मार्किंग स्कीम साझा नहीं की गई है।
राज्य सरकार परीक्षा कराने से किया इंकार
इससे पहले मुंबई हाईकोर्ट में राज्य सरकार ने साफ कर दिया था कि वह बोर्ड को राज्य में परीक्षा आयोजित करने की अनुमति नहीं दे सकता। दरअसल, राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए राज्य सरकार ने यह फैसला लिया। मार्च में आयोजिक होने वाली यह परीक्षाएं कोरोना और लॉकडाउन के कारण स्थगित कर दी गई थी।