350 प्रवासी श्रमिकों को मुंबई से कर्नाटक वापस घर भेजने के बाद, अभिनेता सोनू सूद ने एक बार फिर से बसों का इंतजाम किया है. अभिनेता ने उत्तर प्रदेश सरकार से 500 प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने की अनुमति लेकर उन्हें उनके घर भेजा. आगे सोनू सूद 3000 और प्रवासी मज़दूरों को घर भेजने की योजना बना रहे हैं.
जैसा कि यूपी सरकार ने कोरोना के बढ़ते खतरे के कारण अपने राज्य की सभी सीमाओं को सील कर रखा है. लिहाज़ा, सोनू ने अपनी दोस्त नीति गोयल की मदद से सरकार से 500 प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजने की अनुमति ली और मुंबई के वडाला से लखनऊ, हरदोई, प्रतापगढ़ और सिद्धार्थनगर समेत यूपी के अलग-अलग हिस्सों के लिए बसें रवाना करवाई. कुछ बसें उन्होंने झारखंड और बिहार के लिए भी निकालीं.
खास बात यह कि बसों में रवाना होने वाले सभी प्रवासियों को सोनू ने अपने पैसे से खाने का भी इंतजाम किया है. मज़दूरों की मौजूदा स्थिति पर सोनू ने कहा कि प्रवासियों मज़दूरों को अपने घर से दूर सड़कों पर भूखे-प्यारे घूमते हुए देखना उनको बहुत दुखी कर रहा है. लिहाज़ा वो उन्हें घर तक पहुंचाने की अपनी कोशिश जारी रखेंगे. उनकी कोशिश रहेगी कि वो आखिरी प्रवासी को उसके घर पहुंचा सकें.
बता दें, सोनू इंडस्ट्री के पहले ऐसे ऐक्टर हैं जो प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए परिवहन की व्यवस्था कर रहे हैं. बता दें, सोनू पंजाब में डॉक्टरों को करीब 1500 पीपीई किट्स दान कर चुके हैं. रमजान के मौके पर भिवंडी के हजारों प्रवासी मजदूरों को वो भोजन उपलब्ध कराते हुए भी दिखे थे. इसके अलावा मुंबई में मौजूद अपने होटेल के दरवाजे भी वो मेडिकल स्टॉफ के रहने के लिए खो चुके हैं.
कोरोना संकट में सोनू सूद का यह योगदान देश याद रखेगा.