गश्त पर निकला हेलिकॉप्टर क्रैश:पठानकोट के पास रणजीत सागर झील में आर्मी का ध्रुव हेलिकॉप्टर क्रैश, पायलट और को-पायलट सुरक्षित
पठानकोट के पास मंगलवार को आर्मी का ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर रणजीत सागर झील में क्रैश हो गया है। हादसे के बाद आर्मी एविएशन के पायलट और को-पायलट सुरक्षित हैं। NDRF और पुलिस का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
सूत्रों के मुताबिक, 254 आर्मी की एविएशन स्क्वाड्रन के ध्रुव हेलिकॉप्टर ने मामून कैंट से सुबह 10:20 बजे उड़ान भरी थी। रणजीत सागर झील के ऊपर हेलिकॉप्टर काफी नीचे उड़ान भर रहा था और वह क्रैश हो गया। पिछले 6 महीने में दूसरी बार स्वदेशी ध्रुव हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है। ध्रुव को देश में ही हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया है। यह एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) है।
गोताखोरों की मदद से तलाश जारी
आर्मी सूत्रों के मुताबिक, पठानकोट के साथ लगते जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में रणजीत सागर डैम के पास सैनिक हेलीकॉप्टर से गश्त कर रहे थे। डैम में बोट और गोताखोरों की मदद से हेलिकॉप्टर की तलाश की जा रही है। गहराई ज्यादा होने की वजह से हेलिकॉप्टर की लोकेशन पता नहीं चल पा रही है।
डैम से 30 किलोमीटर दूर मामून कैंट, आर्मी की रसद सप्लाई होती है
मामनू कैंड रणजीत सागर डैम से 30 किलोमीटर की दूरी पर है। मामून के जरिए ही जम्मू-कश्मीर में आर्मी के लिए रसद की सप्लाई की जाती है। डैम का 60 प्रतिशत हिस्सा जम्मू-कश्मीर में आता है। 40 प्रतिशत एरिया पंजाब की तरफ है। यह डैम रावी पर बनाया गया है। रावी पंजाब शाहपुर कंडी से होते हुए अजनाला और फिर पाकिस्तान की तरफ निकल जाती है। रणजीत सागर डैम के आसपास पंजाब का पठानकोट और जम्मू-कश्मीर का कठुआ शहर आता है।
शिप की मदद से हेलिकॉप्टर की तलाश जारी
रणजीत सागर डैम से पंजाब में खेती में सिंचाई का पानी और बिजली उपलब्ध कराई जाती है। यहां पावर जेनरेशन का काम पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड करता है। पंजाब सरकार का एक शिप निरीक्षण के लिए डैम में ही मौजूद रहता है। इसका इस्तेमाल डैम देखने आने वाले टूरिस्टों को भी घुमाने के लिए किया जाता है। अभी इसकी मदद से हेलिकॉप्टर को ढूंढने की कोशिश की जा रही है।
6 महीने पहले पठानकोट से जा रहा एडवांस हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था
इसी साल जनवरी में जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भारतीय सेना का एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुव क्रैश हो गया था। हेलीकॉप्टर के दोनों पायलट गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इन्हें नजदीक के मिलिट्री बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां एक पायलट ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
इंडियन आर्मी का ध्रुव हेलीकॉप्टर कठुआ के लखनपुर इलाके में क्रैश हुआ था। ध्रुव हेलीकॉप्टर को भारत में ही विकसित किया गया है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर (LCH) प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है।
6 महीने पहले भी ध्रुव हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था
- 17 अप्रैल 2020 को अपाचे हेलिकाप्टर होशियारपुर के खेतों में इमरजैंसी लैंड हुआ था। तकनीकी खराबी के कारण इसे लैंड करवाया गया था। इसमें दोनों पायलेट सुरक्षित बच गए थे। इंडियन एयरफोर्स का यह हेलिकाप्टर भी पठानकोट एयरबेस से ही उड़ा था।
- 25 जनवरी 2021 जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भारतीय सेना का एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुव क्रैश हो गया। हादसा लखनपुर में हुआ। हेलीकॉप्टर के दोनों पायलट गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इन्हें नजदीक के मिलिट्री बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां एक पायलट ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
- 19 जुलाई 2018 को एयरफोर्स का मिग-21 हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के पट्टा गांव में क्रैश हुआ था। यह जगह पठानकोर्ट एयरबेस से 40 किलोमीटर की दूरी पर है। इस हादसे में पायलट की मौत हो गई थी।