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श्रीलंका में आपातकाल LIVE:आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका में अब दवाओं की भी कमी, नए वित्त मंत्री अली साबरी ने एक ही दिन में दे दिया इस्तीफा

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श्रीलंका के गहराए आर्थिक संकट के बीच नए वित्त मंत्री अली साबरी ने नियुक्ति के एक दिन बाद ही इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने तीन अन्य मंत्रियों के साथ सोमवार को शपथ ली थी।देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित
श्रीलंका में अब दवा की भारी कमी होने लगी है। इसके बाद देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया गया है। इसका मतलब है कि राज्य की स्वास्थ्य सुविधाएं अब केवल इमरजेंसी केस को प्राथमिकता देंगी। माना जा रहा है कि अगर मौजूदा आर्थिक संकट जारी रहा, तो दवाओं की कमी बेहद गंभीर स्थिति में पहुंच जाएगी।

श्रीलंका में राजनीति से जुड़े अन्य बड़े अपडेट्स…

  • श्रीलंका के नए वित्त मंत्री अली साबरी ने नियुक्ति के एक दिन बाद इस्तीफा देने का फैसला किया है।
  • श्रीलंकाई पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कानून नहीं तोड़ने की चेतावनी दी है।
  • सोमवार को प्रदर्शनकारियों के एक ग्रुप ने प्रधानमंत्री आवास टेंपल ट्री को घेर लिया है। ये लोग देश में इमरजेंसी और कर्फ्यू का विरोध कर रहे थे।
  • श्रीलंकाई सेना का कहना है वो हमेशा जरूरत के मुताबिक राज्य की सुरक्षा करने के लिए तैयार रहती है। डिफेंस फोर्सेस हमेशा संविधान का पालन करती हैं।
  • श्रीलंका के कैबिनेट मंत्री जॉनसन फर्नांडो का दावा है कि राष्ट्रपति को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है। उन्हें अब लोगों का समर्थन हासिल है।
  • Sri Lanka Economic Crisis Emergency health situation declared Gotabaya Rajapaksa - International news in Hindi - श्रीलंका में दवाओं की भारी कमी, स्वास्थ्य आपातकाल घोषित, फिर निशाने पर आई सरकार

प्रदर्शनकारियों को पुलिस की चेतावनी
इधर, सरकार से नाराज लोग हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। श्रीलंकाई पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों को कानून नहीं तोड़ने की चेतावनी दी है। अब तक पुलिस ने 54 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर प्रदर्शनकारियों को पकड़ रही है।

इस्तीफा नहीं देंगे श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया
श्रीलंका के आर्थिक संकट को लेकर विपक्ष ने राष्ट्रपति गोटबाया का इस्तीफा मांगा है। इस पर गोटबाया राजपक्षे ने कहा कि वह श्रीलंका के राष्ट्रपति का पद नहीं छोड़ेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि वे संसद में 113 सीटों का बहुमत साबित करने वाली किसी भी पार्टी को सरकार सौंपने के लिए तैयार हैं।

इधर, श्रीलंका के राजनीतिक दलों में आपसी तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है। विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की उस अपील को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने विपक्ष से एकता मंत्रिमंडल में शामिल होने का अनुरोध किया था।

जयवर्धने-संगाकारा का सरकार पर हमला
दूसरी तरफ दिग्गज बल्लेबाज महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा ने सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया है। जयवर्धने ने लिखा- सरकार आम लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं कर सकती। सरकार का विरोध करने पर लोगों को गिरफ्तार करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। सच्‍चे नेता गलतियों को स्‍वीकार करते हैं।

वहीं, संगकारा ने भी सोशल मीडिया पर लिखा- श्रीलंका सबसे मुश्किल वक्त का सामना कर रहा है। लोगों की इस परेशानी को देखकर मेरा दिल टूट गया है। लोग अपनी जरूरत की चीजें मांग रहे हैं। वो दुश्मन नहीं हैं।

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श्रीलंका को 7 अप्रैल को मिलेगा नया केंद्रीय बैंक गवर्नर
श्रीलंका के केंद्रीय बैंक के पूर्व अधिकारी नंदलाल वीरसिंघे 7 अप्रैल को केंद्रीय बैंक गवर्नर का पद संभालेंगे। भीषण आर्थिक संकट के बीच अजित निवार्ड काबराल ने सोमवार को गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था।

राजपक्षे परिवार के खिलाफ भड़का लोगों का गुस्सा
आर्थिक संकट के बीच लोगों में अब राजपक्षे परिवार के खिलाफ भी गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोगों ने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि एक परिवार को इस देश को बर्बाद करने से रोको। हमारे देश को बेचना बंद करो। बता दें कि श्रीलंका में राजपक्षे परिवार के पास ही सरकार के सारे अहम पद हैं।

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15 घंटे बाद शुरू हुआ इंटरनेट…
श्रीलंका में विरोध को दबाने के लिए सरकार ने इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी। यह सेवा 15 घंटे बाद दोबारा शुरू हुई। रूस में भी इंटरनेट बंद कर दिया गया था। इस साल दुनिया में 9 देशों में 8000 घंटे इंटरनेट बंद रहा। इससे 19,500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।

श्रीलंकाई सांसद ने की भारत की तारीफ
श्रीलंकाई सांसद सागरा करियावासम ने सोमवार को हुई ऑल पार्टी मीटिंग के बाद मीडिया से कहा- भारत हमारा पड़ोसी है और उसने हमेशा हमारी मदद की है। इस बार भी जब हम बेहद मुश्किल हालात से गुजर रहे हैं तो भारत सरकार हमारे साथ खड़ी है। हमें पूरी उम्मीद है कि भारत की मदद से हम जल्द ही इन हालात से उबर जाएंगे।

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