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Coronavirus vaccine: कोरोना वैक्सीन पर इस देश को मिली बड़ी कामयाबी, 27 जुलाई से 30 हजार लोगों पर करेगा परीक्षण

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अमेरिका में टेस्ट की गई पहली कोविड-19 वैक्सीन से लोगों के इम्युन को वैसा ही फायदा पहुंचा है जैसा कि वैज्ञानिकों ने उम्मीद की थी। अब इस वैक्सीन का अहम ट्रायल किया जाना है। अमेरिका के शीर्ष विशेषज्ञ डॉ. एंथोनी फाउची ने कहा, ‘आप इसे कितना भी काट-छांट कर देखो तब भी ये एक अच्छी खबर है।’

इस खबर को अंग्रेजी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी प्रकाशित किया है। इसके ट्रायल से जुड़ी सूचना clinicaltrials.gov पर पोस्ट की गई है। इसे लेकर अभी स्टडी जारी है और अक्तूबर 2022 तक चलेगी। नेशनल इंस्टिट्यूट्स ऑफ हेल्थ और मोडेरना इंक में डॉ. फाउची के सहकर्मियों ने इस वैक्सीन को विकसित किया है।

अब 27 जुलाई से इस वैक्सीन का सबसे अहम पड़ाव शुरू होगा। तीस हजार लोगों पर इसका परीक्षण किया जाएगा और पता किया जाएगा कि क्या ये वैक्सीन वाकई कोविड-19 से मानव शरीर को बचा सकती है। मंगलवार को शोधकर्ताओं ने 45 लोगों पर किए गए टेस्ट के नतीजे जारी किए। इनका बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। इन वॉलंटियर्स के शरीर में न्यूट्रालाइजिंग एंटीबॉडी विकसित हुई हैं। ये एंटीबॉडी इंफेक्शन को रोकने के लिए अहम होते हैं।

रिसर्च टीम ने न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में लिखा है कि वैक्सीन लेने वाले वॉलंटियर के रक्त में उतने ही एंटीबॉडी मिले हैं जितने कोविड-19 से ठीक हुए मरीजों के शरीर में मिलते हैं। शोध का नेतृत्व करने वाली सिएटल के केसर परमानेंट वॉशिंगटन रिसर्च इंस्टिट्यूट से जुड़ीं डॉ. लीसा जैकसन कहती हैं, परीक्षण में आगे बढ़ने और ये पता करने के लिए कि क्या ये वैक्सीन वाकई में इंफेक्शन से बचा सकती है, ये जरूरी बिल्डिंग ब्लॉक है।

<img class="i-amphtml-intrinsic-sizer" style="border: 0px; margin: 0px; padding: 0px; outline: 0px; list-style-type: none; box-sizing: border-box; max-width: 100%; display: block !important; object-fit: contain;" role="presentation" src="data:;base64,” alt=”” aria-hidden=”true” />प्रतीकात्मक तस्वीर
अभी कोई गारंटी नहीं है कि अंतिम नतीजे कब मिलेंगे, लेकिन सरकार को उम्मीद है कि साल के अंत तक ट्रायल पूरा कर लिया जाएगा। वैक्सीन विकसित करने के लिए लिहाज से देखा जाए तो ये रिकॉर्ड स्पीड है। इस वैक्सीन के दो टीके दिए जाएंगे, जिनके बीच एक महीने का फासला होगा। इस वैक्सीन को कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं है। लेकिन शोध में शामिल आधे से ज्यादा लोगों ने फ्लू जैसा रिएक्शन दर्ज किया है। ऐसा दूसरी वैक्सीन के साथ होना असामान्य बात नहीं है।

 

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