2500 करोड़ रुपए की 354 किलो हेरोइन की खेप पकड़ी:इंटरनेशनल ड्रग रैकेट में जालंधर का लुटेरा गोलू और नशेड़ी गोपी दिल्ली में गिरफ्तार
1 किलो शुद्ध हेरोइन से 3 किलो चिट्टा तैयार करने वाला 100 किलो रसायन भी मिला
दिल्ली की स्पेशल सेल ने इंटरनेशनल ड्रग रैकेट को ब्रेक कर 354 किलो उच्च शुद्धता वाली हेरोइन और 100 किलो रसायन बरामद किया है, जिसकी मिक्सिंग कर एक किलो हेरोइन से तीन किलो चिट्टा (हेरोइन) तैयार किया जाना था। मिक्सिंग का काम मध्य प्रदेश के शिवपुरी में होता था। दिल्ली पुलिस ने जालंधर के गांव जमशेर खास के रहने वाले गुरप्रीत सिंह गोपी और जालंधर कैंट के मोहल्ला नंबर-8 गुरजोत सिंह गोलू के साथ-साथ अफगान नागरिक हजरत अली और कश मीरी रिजवान को पकड़ा है।
गोलू जालंधर के गांव धीना का रहने वाला है। इसकी मां टीचर और पिता ऑटो ड्राइवर है। बरामद की गई खेप रैकेट के किंगपिन अमृतसर के गांव बजीर भुल्लर के रहने वाले नवप्रीत सिंह नव ने भेजी थी। तीन गुणा चिट्टा तैयार होने के बाद सप्लाई पंजाब के साथ-साथ दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू और देश के अन्य भाग में सप्लाई की जानी थी। आशंका है कि ड्रग्स डिलीवरी का केंद्र जालंधर होना था। दिल्ली पुलिस शिवपुरी में मिक्सिंग करने वाले नेटवर्क को पकड़ने के लिए पूछताछ कर रही है।
मध्य प्रदेश के शिवपुरी में होना था मिक्सिंग का काम
दिल्ली पुलिस के अनुसार अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में उगाई जाने वाली अफीम को विभिन्न वैध निर्यात किए जाने वाले जैसे टाक स्टोन, जिप्सम पाउडर, तुलसी के बीज और पैकेजिंग सामग्री जैसे गनी बैग और कार्टून आदि में छिपाया जाता है। इसके बाद कंटेनरों में उसे ईरान के चाबहार बंदरगाह तक पहुंचाया जाता है। वहां से निषिद्ध खेप जेएनपीटी जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट मुंबई भेज दी जाती है।
बरामद की गई हेरोइन की इंटरनेशनल बाजर में करीब ढाई हजार करोड़ रुपए कीमत आंकी गई है। हेरोइन तस्करी में पुलिस ने दो कारें और एक स्कूटी जब्त की है। गुरजोत सिंह गोलू ने माना कि वह जालंधर में स्नैचिंग करता था, जबकि गुरप्रीत सिंह गोपी चिट्टा पीने का आदी था। जेल में उनकी दोस्ती नवप्रीत से हो गई थी। खेप ईरान से आई थी और मध्य प्रदेश के शिवपुरी में मिक्सिंग होनी थी।
कार और बेड से मिली थी खेप
दिल्ली पुलिस के सहायक आयुक्त पुलिस ललित मोहन नेगी और श्रीहृदय भूषण की सुपरविजन में इंस्पेक्टर विनोद कुमार बडोला के नेतृत्व में उपनिरीक्षक सुंदर गौतम और उपनिरीक्षक यशपाल भाटी के सहयोग से स्पेशल सेल की टीम द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
स्पेशल सेल ने किलो हेरोइन के साथ रिजवान अहमद उर्फ रिजवान कश्मीरी वासी अनंतनाग को दिल्ली के घिटोरनी से पकड़ा। उसने खुलासा किया कि वह एक इंटरनेशनल ड्रग रैकेट का कोरियर है। सारा रैकेट अफगानिस्तान से चल रहा है। दिल्ली पुलिस ने फरीदाबाद के सेक्टर 65 स्थित एनएसजी विहार को-ओपरेटिव हाउसिंग सोसायटी में गुरप्रीत सिंह और गुरजोत सिंह को पकड़ लिया।
गुरप्रीत और गोलू की निशानदेही पर सोसायटी की पार्किंग में खड़ी हुई हुंडई वर्ना कार से 166 किलो, होंडा अमेज कार से 115 किलो और उनके कमरों से 70 किलो शुद्ध हेरोइन मिली। इतना ही नहीं, रिजवान कश्मीरी की इनपुट पर अफगानी नागरिक हजरत अली को भी हरियाणा के गुरु ग्राम क्षेत्र से गिरफ्तार कर 2 किलो हेरोइन बरामद की गई।
पुर्तगाल से रैकेट चला रहा अमृतसर के गांव बजीर भुल्लर का नवप्रीत
ड्रग रैकेट में अमृतसर के गांव बजीर भुल्लर के रहने वाले नवप्रीत सिंह का नाम सामने आया है। पंजाब पुलिस ने नवप्रीत की कई ड्रग खेप पकड़ी हैं। वह जालंधर, कपूरथला और मोहाली पुलिस को वांछित है। नवप्रीत का नाम फिल्लौर में गोलियां मारकर कत्ल कर दिए गए चिंटू के मामले में सामने आया। उसके तार अफगानिस्तान के ईशा खान से जुड़े हैं।
खान ही नवप्रीत के कहने पर इंडिया में ड्रग भेजता है। आरोपी गुरप्रीत और गुरजोत ने खुलासा किया कि रैकेट का किंगपिन नवप्रीत सिंह पुर्तगाल में है। आरोपी मानते हैं कि कपूरथला जेल में उनकी मुलाकात नवप्रीत से हुई थी। तब वह नशे के केस में जेल में बंद था। पंजाब पुलिस के पास यह इनपुट चलती रही कि नवप्रीत दुबई में है, मगर अब पता लगा कि वह पुर्तगाल में है।