CBSE 10th रिजल्ट / बिना मेरिट लिस्ट जारी हुए 10वीं बोर्ड के नतीजे, 91.46% बच्चे पास हुए; पिछली बार से 0.36% अच्छा रहा रिजल्ट
15 फरवरी से शुरू हुईं परीक्षा पहले स्थगित और फिर बाद में रद्द कर दी गई इस साल 10वीं की परीक्षा में 18 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स हुए शामिल
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) की 10वीं क्लास का रिजल्ट जारी हो गया है। इस बार का नतीजा पिछले साल की तुलना में सिर्फ 0.36% बढ़ा है और कुल 91.46% बच्चे पास हुए हैं। इस बार बोर्ड बिना मेरिट लिस्ट यानी टॉपर्स के नाम के बिना रिजल्ट जारी किया है।
स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट cbseresults.nic.in पर रिजल्ट देख सकते हैं। इसके अलावा बोर्ड ने उमंग ऐप, SMS और IVRS से भी रिजल्ट देखने की सुविधा दी है।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री निशंक ने ट्वीट कर जानकारी दी।
असेसमेंट स्कीम के आधार पर जारी होगा रिजल्ट
स्टूडेंट्स को उनके बेस्ट परफॉर्मिंग सब्जेक्ट्स में मिले मार्क्स के आधार पर उन बचे हुए विषयों के नंबर दिए जाएंगे, जिनकी परीक्षाएं नहीं हो पाई हैं। अगर तीन से ज्यादा पेपर दे चुके हैं, तो इनमें से ही तीन बेस्ट परफॉर्मिंग सब्जेक्ट के एवरेज मार्क्स के आधार पर उन्हें उन विषयों के नंबर दिए जाएंगे, जिनके पेपर वे नहीं दे पाए हैं। और तीन ही सब्जेक्ट की परीक्षा दी है, तो स्टूडेंट्स को उनके दो बेस्ट परफॉर्मिंग सब्जेक्ट के एवरेज मार्क्स के आधार पर बचे हुए पेपर के नंबर दिए जाएंगे।
1. वेबसाइट पर ऐसे देखें रिजल्ट
- सबसे पहले CBSE की ऑफिशियल साइट cbseresults.nic.in पर जाएं।
- यहां होम पेज पर कक्षा 10वीं CBSE रिजल्ट 2020 लिंक पर क्लिक करें।
- अब एक नया पेज खुलने पर उम्मीदवारों को लॉगइन करना होगा।
- लॉगइन करते ही आपका रिजल्ट स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।
- रिजल्ट देखने के बाद इसे डाउनलोड कर हार्ड कॉपी रखें।
2. उमंग ऐप पर देखें रिजल्ट
उमंग ऐप एंड्रॉइड और iOS दोनों पर उपलब्ध है। स्टूडेंट्स को पहले ऐप डाउनलोड करना होगा और फिर ओपन करके होम स्क्रीन पर दिख रहे मार्क शीट टैब पर क्लिक करना होगा। रिजल्ट देखने के लिए स्टूडेंट्स को अपना रोल नंबर और डेट ऑफ बर्थ दर्ज करनी होगी।
3. IVRS के जरिए भी देख सकते हैं रिजल्ट
जिन स्टूडेंट्स के पास स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं है, उनके लिए CBSE ने इंटरेक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (IVRS) की व्यवस्था की है। दिल्ली के स्टूडेंट्स के लिए नंबर है 24300699 और देशभर के बाकी बच्चे 011-24300699 पर कॉल करके अपना रिजल्ट पता कर सकते हैं।
4. SMS पर ऐसे मोबाइल में ऐसे पाएं रिजल्ट
स्टूडेंट्स अपने रिजल्ट SMS के जरिए भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए स्टूडेंट्स को अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 7738299899 पर एसएमएस भेजना होगा: स्पेस <रोल नंबर> स्पेस <एडमिट कार्ड आईडी> लिखकर भेजना होगा।
2020 की परीक्षा में बैठे स्टूडेंट्स
रजिस्टर्ड | लड़कियां | लड़कें | ट्रांसजेंडर्स | विदेशी |
18 लाख 89 हजार 878 |
7 लाख 88 हजार 195 | 11 लाख 01 हजार 664 | 16 |
23 हजार 844 |
पिछले साल 6 मई को जारी हुआ था रिजल्ट
पिछले साल बोर्ड ने 6 मई को 10वीं के परिणाम जारी किए थे। बीते साल 10वीं में करीब 91.1 प्रतिशत छात्र पास हुए थे, इनमें 92.45 फीसदी लड़कियां, 90.14 फीसदी लड़के और 94.74 प्रतिशत ट्रांसजेंडर पास थे। वहीं साल 2019 में 13 ऐसे स्टूडेंट्स थे, जिन्होनें 500 में से 499 अंक हासिल किए थे।
जारी नहीं होगी मेरिट लिस्ट
इस बार बोर्ड कोरोना लॉकडाउन के कारण पैदा हुए परिस्थितियाें के चलते बाकी एग्जाम नहीं करा पाया है। ऐसे में CISCE बोर्ड की तर्ज पर CBSE 12वीं के बाद अब 10वीं का रिजल्ट भी बिना मेरिट लिस्ट और टॉपर्स की लिस्ट के जारी करेगा।
डिजीलॉकर से मिलेगी मार्कशीट
इस साल स्टूडेंट्स को डिजीलॉकर के जरिए डिजिटल मार्कशीट दी जाएगी। डिजीलॉकर से मार्कशीट डाउनलोड करने के लिए इसे digilocker.gov.in से डाउनलोड करना होगा। बोर्ड की तरफ से स्टूडेंट्स को डिजीलॉकर क्रेडेंशियल्स एसएमसएस के जरिए दिए हैं। इसका इस्तेमाल कर वे अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर सकते हैं।
15 जुलाई तक जारी करना है रिजल्ट
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीएसई ने जानकारी दी थी कि बोर्ड रिजल्ट 15 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे। इसी क्रम में कक्षा 12 वीं का रिजल्ट 13 जुलाई को अचानक घोषित किया गया। जिसके बाद से ही अब, स्टूडेंट्स उत्सुकता से 10वीं के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।
19 मार्च से स्थगित परीक्षा
इस बार 10वीं- 12वीं की परीक्षाएं एक साथ 15 फरवरी से शुरू हुईं थी। इस साल 10वीं में करीब 18 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। हालांकि, कोरोना के चलते 10वीं की परीक्षाएं 19 मार्च को स्थगित कर दी गईं थी। उस समय 10वीं की चार विषयों की परीक्षाएं होना बाकी थी। वहीं, उत्तर पूर्वी दिल्ली के करीब 86 स्कूलों में 10वीं की परीक्षाएं 26 फरवरी से ही स्थगित कर दी गई थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बची परीक्षाएं रद्द कर दी गईं।