Newsportal

क्रिप्टोकरेंसी की सबसे बड़ी चोरी:निवेशकों को 4,545 करोड रुपए का नुकसान, प्रभावित ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म ने बताए चोरों के पते

$27.3 करोड़ के इथीरियम, $25.3 करोड़ के बाइनेंस स्मार्टचेन और $8.5 करोड़ के US डॉलर कॉइन टोकन चोरी हुए सेंधमारी में 3.3 करोड़ डॉलर के स्टेबलकॉइन 'टेथर' भी चोरी हुए थे, लेकिन उसको इश्यूर ने तुरंत फ्रीज कर दिए थे

0 236

डिजिटल वर्ल्ड के चोरों यानी हैकरों ने 60 करोड़ डॉलर (लगभग 4,545 करोड रुपए ) से ज्यादा की इथीरियम और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी चुरा ली है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी आधारित प्लेटफॉर्म पॉली नेटवर्क ने मंगलवार को अपने यहां हुई चोरी की जानकारी एक ट्वीट के जरिए दी है। इस साल क्रिप्टोकरेंसी में सेंधमारी की कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन इतनी बड़ी चोरी पहली बार हुई है।

चोरी में हजारों इनवेस्टर को नुकसान

यह डीफाई यानी डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस की दुनिया में हुई क्रिप्टोकरेंसी की सबसे बड़ी चोरी है। पॉली नेटवर्क यूजर्स को क्रिप्टो टोकन के देन-देन की सुविधा देने वाला प्लेटफॉर्म है। इसका कहना है करोड़ों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी की इस चोरी में हजारों इनवेस्टर को नुकसान हुआ है।

प्रभावित प्लेटफॉर्म ने बताए चोरों के पते

पॉली नेटवर्क ने मंगलवार की सुबह ट्वीट जारी कर कहा, ‘हमें दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि #PolyNetwork पर साइबर अटैक हुआ था।’ उसने बताया कि सेंधमारी में क्रिप्टो इनवेस्टर्स के करोड़ों डॉलर चोरी हुए हैं। जिन चोरों के पास चोरी की रकम ट्रांसफर हुई है, उनके पते भी उसने बताए हैं।

कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी

उसने कहा, ‘हम प्रभावित ब्लॉकचेन माइनरों और क्रिप्टो एक्सचेंजों से अपील करते हैं कि वे इन पते से आने वाले टोकन को ब्लैकलिस्ट कर दें।’ पॉली नेटवर्क नियो, ओंटोलॉजी और स्विचको जैसे कई ब्लॉक चेन प्लेटफॉर्म को खड़ा करने वाली टीम के गठबंधन से बना है। उसने हैकरों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए क्रिप्टोकरेंसी लौटाने के लिए कहा है।

सबसे ज्यादा इथीरियम टोकन चोरी हुए हैं

माना जा रहा है कि सेंधमारी में सबसे ज्यादा (रकम के) इथीरियम टोकन चोरी हुए हैं। बताया जाता है कि पॉलीगॉन नेटवर्क से 27.3 करोड़ डॉलर के इथीरियम, 25.3 करोड़ डॉलर के बाइनेंस स्मार्ट चेन (BSC) और 8.5 करोड़ डॉलर के US डॉलर कॉइन (USDC) टोकन चोरी हुए हैं।

चोरी हुए 3.3 करोड़ के स्टेबलकॉइन तुरंत फ्रीज

पॉली नेटवर्क के प्लेटफॉर्म पर हुई सेंधमारी में 3.3 करोड़ डॉलर के स्टेबलकॉइन टेथर भी चोरी हुए थे, लेकिन उसको इश्यूर ने तुरंत फ्रीज कर दिए थे। इसका मतलब यह हुआ कि चोरी किए गए टोकनों का इस्तेमाल हैकर नहीं कर पाएंगे। जिन क्रिप्टोकरेंसी में बहुत कम उतार-चढ़ाव होता है, उनको स्टेबलकॉइन कहा जाता है। आमातौर पर इनका इस्तेमाल पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन के लिए होता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.