भारत में बन रही एशिया की पहली फ्लाइंग कार:ये बैटरी और बायो फ्यूल दोनों से उड़ेगी, 2 लोग कर पाएंगे हवाई सफर, डच कंपनी की ऐसी कार 1 घंटे में 321km करती है सफर
उड़ने वाली कार अब सपना नहीं है। अमेरिका का फेडरल एविएशन ऐडमिनिस्ट्रेशन फ्लाइंग कार को उड़ने की परमिशन दे चुका है। वहीं, कुछ और कंपनियां इसे लेकर तेजी से काम कर रही हैं। अब भारत की विनाटा एयरोमोबिलिटी कंपनी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। चेन्नई स्थित ये कंपनी इस हाइब्रिड फ्लाइंग कार को बना रही है। कंपनी ने पहली बार कार का मॉडल सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिखाया।
सिंधिया ने कहा कि विनाटा एयरोमोबिलिटी एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार को जल्द तैयार कर लेगी। इस कार का इस्तेमाल लोगों के ट्रैवल के अलावा मेडिकल इमरजेंसी सर्विसेज में भी किया जाएगा। अमेरिका में फेडरल एविएशन ऐडमिनिस्ट्रेशन ने ऐसी ही एक कार को परमिशन दी है, जो 10 हजार फीट तक की ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है।
5 अक्टूबर को लॉन्च होने की खबर
कंपनी ने अपने ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 14 अगस्त 2021 को 36 सेकेंड का वीडियो अपलोड किया था। इसके मुताबिक ये कार 5 अक्टूबर को लंदन में लॉन्च की जा सकती है। हालांकि अभी इसकी कीमत को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। लॉन्चिंग के वक्त इसकी कीमत का खुलासा किया जा सकता है।
क्या होती है हाइब्रिड कार?
देखने में हाइब्रिड कार एक सामान्य कार जैसी होती है, लेकिन इसमें दो इंजन का उपयोग किया जाता है। इसमें पेट्रोल/डीजल इंजन के साथ इलेक्ट्रिक मोटर होती है। इस तकनीक को हाइब्रिड कहा जाता है। अब ज्यादातर कंपनियां इसी तरह की कारों पर काम कर रही हैं।
ऐसी है विनाटा एयरोमोबिलिटी की हाइब्रिड फ्लाइंग कार
- इस हाइब्रिड फ्लाइंग कार का फ्रंट किसी बुलेट ट्रेन की डिजाइन की तरह दिखता है। नीचे की तरफ कार के जैसा उठा हुआ चेसिस दिया है, जिसमें व्हील लगाए गए हैं। इसी हिस्से में फ्लाइंग विंग्स को जोड़ा गया है। इसके लिए एक पिलर दिया है जिसमें ऊपर और नीचे विंग्स दिए हैं। कार के चारों तरफ ऐसे पिलर लगाए गए हैं। कार में चारों तरफ ब्लैक ग्लास का इस्तेमाल किया गया है।
- इस फ्लाइंग कार के इंटीरियर को नहीं दिखाया गया है। हालांकि कंपनी ने जो कॉन्सेप्ट सिंधिया के सामने पेश किया, उसके मुताबिक इसमें दो पैसेंजर उड़ पाएंगे। मेड इन इंडिया फ्लाइंग कार बिजली के साथ बायो फ्यूल से भी चलेगी, ताकि इसकी फ्लाइंग कैपेसिटी को बढ़ाया जा सके। हालांकि इसकी कैपेसिटी को लेकर अभी जानकारी नहीं मिली है।
- फ्लाइंग कार का वजन 1100 किलोग्राम होगा। ये अधिकतम 1300 किलोग्राम वजन उठा सकेगी। कार का एयरक्राफ्ट हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) है। इसका रोटर कॉन्फिगरेशन को-एक्सियल क्वाड-रोटर है। कार में एक बैकअप पावर भी होगा, जो पावर कट होने की स्थिति में मोटर को बिजली सप्लाई करेगा। इसमें GPS ट्रैकर, 300 डिग्री व्यू देने वाली पैनोरमिक विंडो भी मिलेगी।
ये कंपनियां भी ला रहीं फ्लाइंग कार
- जापान की कंपनी स्काइड्राइव इंक कंपनी अपनी फ्लाइंग कार को 2023 तक लॉन्च कर सकती है। कंपनी बीते साल इसकी सफल टेस्टिंग भी कर चुकी है। अभी ये कार 5 से 10 मिनट ही उड़ सकती है, लेकिन इसके उड़ान समय को बढ़ाकर 30 मिनट किया जा सकता है। इसे चीन जैसे देशों को निर्यात भी किया जा सकता है।
- डच कंपनी पाल-वी इंटरनेशल भी लिबर्टी नाम की फ्लाइंग कार पेश कर चुकी है। PAL-V कार हवा में 321 किमी प्रति घंटा और सड़क पर 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है। लेड-मुक्त गैस से चलने वाली ये कार फुल टैंक करने पर एक बार में 500 किलोमीटर तक उड़ पाएगी। इसकी कीमत 4.30 करोड़ रुपए रखी गई है।
- अमेरिकन स्टार्टअप कंपनी नेक्स्ट फ्यूचर मोबिलिटी भी अपनी फ्लाइंग कार अस्का पर काम कर रही है। ये अपने फोल्डिंग विंग्स की मदद से उड़ान भी भरेगी। यह एक eVTOL व्हीकल है, यानी वह इलेक्ट्रिक व्हीकल जो वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग करता है। इसमें पायलट और पैसेंजर समेत 3 लोग बैठ पाएंगे। फुल चार्ज पर यह 241 किमी तक उड़ान भर पाएगी।