इलेक्ट्रो होम्योपैथी की रैकोनाइजेशन को लेकर ईएचएफ ने आईडीसी के सातो क्राईटेरिया को लेकर दस्तावेज किए सबमिट, इस साल मिलेगी मान्यता : डॉ. हरविंदर
19 जनवरी को बठिंडा पंजाब में काउंट सीजर मैटी की जयंती के उपलक्ष्य में नेशनल साइंटिफिक रिसर्च सैमीनार का होगा आयोजन
पालघर मुंबई में चीफ गेस्ट विधायक क्षितिज ठाकुर के नेतृत्व में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा के जनक काउंट सीजर मैटी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और ज्योती प्रज्वलित कर 214वां जन्मदिवस मनाया गया।
मुंबई, 11 जनवरी
इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन की महाराष्ट्र इकाई की ओर से पालघर मुंबई में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक काउंट सीजर मैटी का 214 वां जन्मदिवस पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया। इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. प्रो. हरविंदर सिंह (मैनेजिंग डायरेक्टर, अलकैमी फार्मा, बठिंडा, पंजाब) और राष्ट्रीय महासचिव सुरेन्द्र पांडेय ने खास तौर पर शिरकत की। इस मौके डॉ. प्रो. हरविंदर सिंह ने कहा इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को रैकोनाइजेशन को लेकर इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन ने आईडीसी की ओर से सभी सातो क्राईटेरिया को लेकर दस्तावेज सबमिट कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि इस साल इलेक्ट्रो होम्योपैथी की लंबें समय से चली आ रही मान्यता (रैकोनाइजेशन) की मांग पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि 19 जनवरी को बठिंडा पंजाब में काउंट सीजर मैटी की जयंती के उपलक्ष्य में नेशनल साइंटिफिक रिसर्च सैमीनार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश भर से वरिष्ठ इलेक्ट्रोपैथ जुटेंगे। इस दौरान पालघर मुंबई प्रोग्राम में चीफ गेस्ट विधायक क्षितिज ठाकुर के नेतृत्व में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा के जनक काउंट सीजर मैटी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और ज्योती प्रज्वलित कर 214वां जन्मदिवस मनाया गया। इस मौके डॉ. हरविंदर सिंह ने दोहराया कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से हर लाइलाज़ बिमारी का इलाज संभव हैं। उन्होंने कहा कि इस बाबत आईडीसी को साइंटिफिक रिसर्च डाटा उपलब्ध कराया गया है। सरकार को दर्जनों गंभीर बीमारियों में आश्चर्यजनक रिजल्ट के भी पुख्ता प्रमाण दिए गए हैं। उनके साथ बठिंडा से इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन के नेशनल मीडिया कोआर्डिनेटर डॉ. ऋतेश श्रीवास्तव खास तौर पर उपस्थित रहे। इस मौके डॉ रमेश गोरखाना, डॉ. प्रदीप तिवारी, डॉ. राज कुमार हसीजा, डॉ. जे एस यादव, डॉ. महेश कुर्ले, डॉ. बापू पाटील, डॉ. संजय सिंह, डॉ. महेंद्र पंवार, डॉ. देवराज पाल, डॉ. रमेश यादव, डॉ. यूबी सरोज, डॉ. संजय सिंह, डॉ राकेश तिवारी, डॉ संजय दूबे आदि ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस दौरान इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सुरेन्द्र पांडेय (देश के पहले इलेक्ट्रो होम्योपैथी पर पीएचडी करने वाले शख्स) ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष परमिंदर पांडेय ने सालों पहले इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को रैकोनाइजेशन को लेकर संघर्ष का बीड़ा उठाया था। वह संघर्ष जल्द ही पूरा होने जा रहा है। उन्होंने कहा ई.एच.एफ देश की सबसे बड़ी संस्था है। देश के 24 राज्यों में इसकी इकाईयां है।