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ब्राजील के राष्ट्रपति के विवादास्पद बोल:जायर बोल्सोनारो ने कहा- डरपोक जर्नलिस्ट्स को कोरोना हुआ तो बचने की उम्मीद कम, ये एथलीट नहीं हैं जो इससे उबर पाएं

बोल्सोनारो ने कहा- पहले एथलीट रहने की वजह से मेरा इम्यून सिस्टम मजबूत है और मैं बीमारी को मात दे पाया बोल्सोनारो ने कहा- जर्नलिस्ट अपनी कलम का इस्तेमाल दूसरों का बुरा करने के लिए करते हैं

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ब्रजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने सोमवार को एक कार्यक्रम में खुद के कोरोना संक्रमण से उबरने की कहानी साझा की।

 

ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कोरोना को हराने की अपनी कहानी साझा की। हालांकि, इस दौरान उन्होंने एक विवादास्पद बयान दे दिया। उन्होंने पत्रकारों को डरपोक बताया और कहा- इन्हें कोरोना हुआ तो बचने की संभावना कम है।

बोल्सोनारो ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पहले एथलीट रहने की वजह से मेरा इम्यून सिस्टम मजबूत है और मैं बीमारी को मात दे पाया। इस बात पर प्रेस ने मेरी खिल्ली उड़ाई। अगर इन डरपोक जर्नलिस्ट्स में से किसी को कोरोना महामारी हुई तो इनके जिंदा बचने की संभावना कम है। ये लोग एथलीट नहीं जो इस संक्रमण से उबर पाएं।’’

उन्होंने सामने बैठे जर्नलिस्ट्स से कहा, ‘‘आप लोग अपनी कलम का इस्तेमाल सिर्फ दूसरों का बुरा करने के लिए करते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण होने पर आप लोगों का जिंदा बचना थोड़ा कम मुमकिन होगा।’’

बोल्सोनारो ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन लेने की सलाह दी

बोल्सोनारो ने एक बार फिर से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली इस दवा को लेने के कारण वे जल्द स्वस्थ हुए। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद डॉक्टर्स को भी मरीजों को यही दवा देने की सलाह दी। हालांकि, देश में बढ़ते संक्रमण के मामले और हर दिन होने वाली करीब 1000 लोगों की मौत पर कुछ भी नहीं बोला। ब्राजील में फिलहाल संक्रमितों का आंकड़ा 35 लाख से ज्यादा हो गया है।

एक दिन पहले जर्नलिस्ट को मुक्का मारने की धमकी दी थी

बोल्सोनारो रविवार को अपनी पत्नी के भष्ट्राचार से जुड़े सवाल पर भड़क गए थे। एक अखबार के न्यूज रिपोर्टर ने जब उनसे उनकी पत्नी मिशेल बोल्सोनारो के भ्रष्टाचार में शामिल होने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं तुम्‍हारा मुंह मुक्कों से तोड़ना चाहता हूं।’’ इसके बाद वहां मौजूदा मीडियाकर्मियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। हालांकि, बोल्सोनारो प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों को नजरअंदाज कर वहां से निकल गए। उन्होंने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

सच से गुस्साए ब्राजील के राष्ट्रपति:पत्नी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर भड़के जायर बोल्सोनारो, जर्नलिस्ट से कहा- मुक्कों से मुंह तोड़ दूंगा

 

ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने रविवार को ब्रासीलिया के मेट्रोपॉलिटन कैथेड्रल चर्च का दौरा करने के बाद मीडिया के सवालों के जवाब दिया।
  • बाेल्सोनारो की पत्नी मिशेल के रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर फैब्रिसिओ क्यूरोज के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने की खबरें सामने आई हैं
  • ब्राजील की क्रूसो मैगजीन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, क्यूरोज ने 2011 और 2016 के बीच मिशेल के खाते में पैसे डाले

ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो रविवार को अपनी पत्नी के भष्ट्राचार से जुड़े सवाल पर भड़क गए। एक अखबार के न्यूज रिपोर्टर ने जब उनसे उनकी पत्नी मिशेल बोल्सोनारो के भ्रष्टाचार में शामिल होने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा- मैँ तुम्‍हारा मुंह मुक्कों से तोड़ना चाहता हूं। इसके बाद वहां मौजूदा मीडियाकर्मियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। हालांकि, बोल्सोनारो प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों को नजरअंदाज कर वहां से निकल गए। उन्होंने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

मिशेल के रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर फैब्रिसिओ क्यूरोज के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने की खबरें सामने आई हैं। क्यूरोज फिलहाल सीनेट के सदस्य हैं और राष्ट्रपति बोल्सोनारो और उनके बेटे फ्लेवियो के करीबी माने जाते हैं। उन पर सरकारी कर्मचारियों का वेतन का गबन करने का आरोप है। रिपोर्टर ने बोल्सोनारो से इसके बारे में ही सवाल किया था।

मिशेल के खाते में आया गबन का पैसा

ब्राजील की क्रूसो मैगजीन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, भ्रष्टाचार के आरोपी क्यूरोज ने 2011 और 2016 के बीच मिशेल बोल्सोनारो के खाते में पैसे डाले थे। यह कर्मचारियों के वेतन की वही रकम थी, जिसका गबन किया गया। मिशेल और जायर बोल्सोनारो के बेटै फ्लेवियो भी इस मामले में आरोपी हैं। सरकारी कर्मचारियों के वेतन की हेराफेरी जनवरी 2019 में बोल्सोनारो के राष्ट्रपति बनने से पहले हुई थी। उस समय फ्लेवियो रियो डी जेनेरियो से सांसद थे।

महामारी को लेकर लोगों की नाराजगी झेल रहे बोल्सोनारो

महामारी को लेकर बोल्सोनारो को देश के लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने महामारी फैलने के शुरुआती दिनों में इसे गंभीरता से नहीं लिया था और इसे एक मामूली फ्लू बताया था। उन्होंने देश में लॉकडाउन लगाने का भी विरोध किया था। राज्यों की ओर से लॉकडाउन पर ऐतराज जताया था। मास्क को जरूरी करने पर भी आनाकानी की थी। हालांकि, खुद पॉजिटिव पाए जाने के बाद वे मास्क लगाए नजर आए थे। ब्राजील में 36 लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए है और 1 लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं।

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