जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ का अलर्ट:भारतीय सेना की चौकियों पर बड़े हमले की तैयारी में लश्कर-ए-तैयबा; पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने रची साजिश, 12 आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई
पाकिस्तान ने आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पिछले साल 3,168 बार सीजफायर का उल्लंघन किया था। जम्मू-कश्मीर के बीजी और पुंछ सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश हो रही पाकिस्तान ने इस साल जुलाई महीने तक 2,662 बार सीजफायर तोड़ा
जम्मू-कश्मीर में ठंड का मौसम शुरू होने से पहले पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियों ने घाटी में सुरक्षा बलों को अलर्ट किया है। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) ने लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर भारतीय सेना की चौकियों पर हमले की साजिश रची है। लश्कर के 12 आतंकियों को ट्रेनिंग देकर घुसपैठ के लिए तैयार किया गया है। इनके दो ग्रुप बनाए गए हैं।
पुंछ और बीजी सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश
खुफिया एजेंसी ने अलर्ट किया है कि राजौरी जिले के भिंभर गली (बीजी) सेक्टर में लश्कर छह आतंकियों को एक गाइड की मदद से घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा है। इसके साथ ही पुंछ सेक्टर में भी छह आतंकी कमांडर अब्दुल फजल के साथ घुसपैठ कर बैट जैसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद परेशान है पाकिस्तान
सुरक्षा बलों का कहना है कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान पूरी कोशिश कर रहा है कि लोगों को भड़काया जाए। न्यूज एजेंसी आईएएनएस को एक सीनियर आईपीएस ऑफिसर ने बताया कि गर्मी का मौसम खत्म हो रहा है, ऐसे में पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ के लिए पूरा जोर लगा रहा है।
भारतीय सुरक्षा बलों का पहरा इतना मजबूत है कि किसी भी तरह की घुसपैठ को रोका जा सकता है। आतंकी गतिविधियों में लोकल युवाओं की संख्या काफी हद तक कम हुई है। इसके अलावा सुरक्षाबल पीओके में टेरर लांच पैड पर भी नजर बनाए हुए हैं।
पाकिस्तान ने अभी तक 2,662 बार सीजफायर तोड़ा
आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए जुलाई महीने के अंत तक पाकिस्तान ने 2,662 बार सीजफायर तोड़ा है। जबकि पिछले साल कुल 3,168 बार पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया था। इस साल जुलाई में कुल 120 आतंकी संबंधित मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि 2019 में पूरे साल में इतने मामले सामने आए थे। इसी तरह इस साल जुलाई तक 35 सुरक्षाबल शहीद हुए। पिछले साल भी जुलाई तक इतने ही जवान शहीद हुए