IPL का नया स्पॉन्सर तय:ड्रीम-11 को 222 करोड़ में टाइटल स्पॉन्सरशिप मिली, लेकिन इस कंपनी में भी चीनी कंपनी का 720 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट
चीन से विवाद के बाद बोर्ड ने इसी महीने चाइनीज कंपनी वीवो को IPL की टाइटल स्पॉन्सरशिप से हटा दिया था फैंटेसी गेम कंपनी ड्रीम-11 का कॉन्ट्रैक्ट सिर्फ 18 अगस्त से 31 दिसंबर तक के लिए रहेगा
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का नया टाइटल स्पॉन्सर मिल गया है। बीसीसीआई ने फैंटेसी गेमिंग फर्म ड्रीम-11 को मंगलवार को टाइटल स्पॉन्सरशिप दे दी। इसके लिए ड्रीम-11 को 222 करोड़ रुपए देने होंगे। ये कॉन्ट्रैक्ट 18 अगस्त से 31 दिसंबर 2020 तक के लिए है। आईपीएल 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में होना है।
बीसीसीआई ने वीवो से कॉन्ट्रैक्ट तोड़ा, लेकिन ड्रीम-11 में भी चीन की कंपनी का निवेश
बीसीसीआई ने पिछले दिनों चीन की मोबाइल कंपनी वीवो से टाइटल स्पॉन्सरशिप का कॉन्ट्रैक्ट खत्म किया था। गलवान घाटी में भारतीय जवानों की शहादत के बाद बीसीसीआई पर वीवो से डील पर दोबारा विचार करने का दबाव बढ़ा था। अब वीवो की जगह ड्रीम-11 के साथ डील हुई है, लेकिन इस कंपनी में भी चीन का पैसा लगा है। चीन की टेक कंपनी टैंसेंट ने 2018 में ड्रीम-11 में 10 करोड़ डॉलर (720 करोड़ रुपए) का निवेश किया था।
बीसीसीआई की दलील: ड्रीम-11 में टैंसेंट की सिर्फ 10% हिस्सेदारी
न्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्रों का कहना है कि बीसीसीआई ने ड्रीम-11 में टैंसेंट के निवेश की अनदेखी करने के पीछे दलील दी है। बीसीसीआई का कहना है कि ड्रीम-11 देसी कंपनी है। इसके फाउंडर हर्ष जैन और भावित सेठ समेत 400 से ज्यादा कर्मचारी भारतीय हैं। टैंसेंट के पास सिर्फ 10% शेयर हैं। ड्रीम-11 सिर्फ भारतीय यूजर्स के लिए है।
टाटा सन्स दौड़ में थी, लेकिन बोली नहीं लगाई
सूत्रों के मुताबिक, टाटा सन्स ने आखिरी दौर के लिए बोली नहीं लगाई। जबकि, दो एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनियां बायजू (210 करोड़ रुपए) और अनएकेडमी (170 करोड़ रुपए) दूसरे और तीसरे नंबर पर रहीं।
बोर्ड ने टाइटल स्पॉन्सरशिप की रकम 90 करोड़ रुपए कम की
बीसीसीआई ने भारतीय कंपनियों को लुभाने के लिए स्पॉन्सरशिप की रकम को पहले की तुलना में कम कर दिया था। पहले यह रकम 440 करोड़ रुपए सालाना थी। बोर्ड ने नई बिडिंग के लिए रकम घटाकर 300 करोड़ से 350 करोड़ रुपए सालाना कर दी थी। हालांकि, ड्रीम-11 को टाइटल स्पॉन्सरशिप 222 करोड़ रुपए में ही मिली है।