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कांग्रेस में राहुल को कमान देने की मांग:दिग्विजय-पुनिया समेत कई राज्यसभा मेंबर्स ने कहा- राहुल को फिर अध्यक्ष बनाया जाए, राजस्थान का सियासी संकट हैंडल करने के लिए ये जरूरी

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कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के राज्यसभा मेंबर्स के साथ वर्चुअल मीटिंग की। इस दौरान राज्यसभा सांसदों ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग की। राजीव सातव, पीएल पुनिया और दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं का कहना था कि राजस्थान में सियासी संकट को हैंडल करने के लिए राहुल की वापसी जरूरी है।

मीटिंग में राजस्थान के सियासी संकट के अलावा कोरोनावायरस और लद्दाख में चीनी घुसपैठ और सरकार के मिस-मैनेजमेंट पर भी बात हुई। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा की गई। इस पर भी चर्चा हुई कि महामारी के इस दौर में राज्यसभा सदस्य किस तरह से लोगों की मदद कर सकते हैं।

कांग्रेस के लोकसभा सांसदों ने भी राहुल को कमान देने की बात कही थी

राज्यसभा के नए सदस्यों के 22 जुलाई को शपथ ग्रहण के बाद यह कांग्रेस सांसदों की पहली बैठक है। सोनिया इससे पहले 11 जुलाई को पार्टी के लोकसभा सदस्यों से चर्चा कर चुकी हैं। उस मीटिंग में भी राहुल गांधी को फिर से पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग उठी थी। पार्टी के नेता गौरव गोगोई और मनिकम टैगोर ने यह प्रस्ताव रखा था। इससे पहले जून में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी यही मांग उठाई थी।

कांग्रेस नेता फुल टाइम प्रेसिडेंट चाहते हैं
अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी का एक साल का कार्यकाल पूरा होने वाला है। मध्यप्रदेश और राजस्थान में पार्टी के दो हाई-प्रोफाइल नेताओं की बगावत को देखते हुए कांग्रेस के नेताओं का एक गुट चाहता है कि जल्द से जल्द फुल टाइम प्रेसिडेंट की नियुक्ति हो जाए। इसके लिए वे मिलकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी को चिट्ठी लिखने का विचार भी कर रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं के इस ग्रुप का कहना है कि वे राहुल गांधी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन फुल टाइम प्रेसिडेंट की नियुक्ति की जाए पार्टी पर कमांड को लेकर स्थिति साफ हो। राहुल गांधी भी अध्यक्ष बन सकते हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं चाहते तो फिर उनकी तरफ से कोई दखल नहीं हो। पार्टी के कई नेता राहुल के दखल की वजह से नाराज हैं, क्योंकि जब भी राहुल के ऑफिस के कोई निर्देश आता है तो अक्सर स्थिति साफ नहीं होती।

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