श्रमिक ट्रेनों पर राहुल गांधी vs रेलमंत्री:कांग्रेस नेता ने कहा- आपदा को मुनाफे में बदलकर कमा रही सरकार; पीयूष गोयल का जवाब- देश को लूटने वाले ही सब्सिडी को मुनाफा बता सकते हैं
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए, कहा- ये सरकार गरीब विरोधी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पलटवार करते हुए कहा- अब लोग ये भी पूछ रहें हैं कि सोनिया जी के टिकट के पैसे देने के वादे का क्या हुआ?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला। राहुल ने लॉकडाउन के समय चलाई गई श्रमिक स्पेशन ट्रेनों के बहाने सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने केंद्र की भाजपा सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया। राहुल ने कहा कि केंद्र सरकार आपदा को मुनाफे में बदलकर कमाई करने में जुटी है।
इसके बाद रेलमंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट कर राहुल पर पलटवार किया। उन्होंने ट्वीट किया कि देश को लूटने वाले ही सब्सिडी को मुनाफा बता सकते हैं। रेलवे ने राज्य सरकारों से कहीं ज्यादा पैसा श्रमिक ट्रेनों को चलाने में लगाया है। श्रमिकों के टिकट का खर्च उठाने के कांग्रेस के वादे पर तंज कसते हुए उन्होंने लिखा कि अब लोग ये भी पूछ रहें हैं कि सोनिया जी के टिकट के पैसे देने के वादे का क्या हुआ?
लोग मुसीबत में हैं और मुनाफा कमाने में जुटी : राहुल
उन्होंने ट्विटर पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट को टैग करते हुए लिखा कि देश पर कोरोना बीमारी का संकट मंडरा रहा है। लोग मुसीबत में हैं, लेकिन सरकार आपदा को मुनाफे में बदलने में लगी हुई है। राहुल ने जिस मीडिया रिपोर्ट को अपने ट्वीट में टैग किया, उसमें दावा किया गया है कि लॉकडाउन के समय प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए चलाई गई श्रमिक ट्रेनों से रेलवे को 428 करोड़ रुपए का फायदा हुआ।
कोरोना के मामले में पहले भी विरोध जताते रहे हैं राहुल
इससे पहले राहुल ने शुक्रवार को भी केंद्र सरकार पर उनकी बातों को अनदेखा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि सरकार ने कोरोना और अर्थव्यवस्था को लेकर मेरी चेतावनी को नजरअंदाज किया। जिसके बाद अर्थव्यवस्था की खराब हालत सबके सामने है। उन्होंने ये भी कहा था कि चीन विवाद पर भी सरकार मेरी चेतावनी को गंभीरता से नहीं ले रही है।
राहुल ने वॉशिंगटन पोस्ट की एक खबर भी शेयर की थी
राहुल गांधी ने 19 जुलाई को ट्वीट में वॉशिंगटन पोस्ट की एक खबर भी शेयर की थी। इसमें भारत में कोरोना के केस 10 लाख के पार होने के बावजूद मौतों में कमी को लेकर खबर है। खबर में मौतों के आंकड़ों को लेकर भी संदेह जताया गया है। उन्होंने कहा था कि जल्दी ही भ्रम टूट जाएगा और इसकी कीमत भारत को चुकानी पड़ेगी।