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मानसून और कोरोना के बीच सफाई कैसे रखें?:घर में ज्यादा नमी से भी कोरोना का खतरा, सफाई के दौरान गलव्ज जरूर पहनें; जानिए सफाई के दौरान कौन से तरीके और क्या डिसइंफेक्ट इस्तेमाल करें

सफाई के लिए 60-70% एल्कोहल वाले डिसइंफेक्शन का ही इस्तेमाल करें, इलेक्ट्रॉनिक्स पर एल्कोहल स्प्रे का प्रयोग करें ग्लव्ज को सुरक्षित तरीके से डिस्पोज करें, खाना खाने से पहले हैंडवाश जरूरी, जानवरों के संपर्क में आने पर भी धोएं हाथ

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कोरोनावायरस महामारी आने के बाद हर किसी ने खुद और घर की सफाई का स्तर बढ़ाया है। इसके लिए लोग डिसइंफेक्टेंट्स, साबुन, सैनिटाइजर और अन्य जरूरी तरीके अपना रहे हैं। इस बीच बारिश का भी मौसम आ गया है। ऐसे में कई घरों में नमी और कीड़े-मकोड़े फैलने लगते हैं। इससे तमाम बीमारियों के फैलने और घर के सामान को नुकसान होने का खतरा भी बना रहता है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी पता चला है कि नमी वाली जगहों पर ड्रॉपेलेट्स अधिक समय तक एक्टिव रहते हैं।

अब सवाल यह उठता है कि क्या हम घर को ठीक तरह से साफ रख पा रहे हैं या नहीं? अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, हमें घर की सफाई के लिए इन जरूरी चीजों का ध्यान रखना चाहिए।

कैसे करें सफाई?
जरूरी नहीं है कि ग्लव्ज पहनने से आप कोविड 19 से पूरी तरह बच जाएंगे। इससे जर्म्स भी फैल सकते हैं। बाहर किसी काम से जा रहे हैं तो खुद को जर्म्स से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है, बार-बार 20 सेकंड तक साबुन से हाथ धोना। कम से कम 60% एल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।

  • रोज की सफाई और डिसइंफेक्ट के लिए रीयूजेबल या डिस्पोजेबल ग्लव्ज का इस्तेमाल करें।
  • सतहों को डिसइंफेक्ट करने से पहले साबुन और पानी से साफ करें।
  • साबुन और पानी से साफ करने से जर्म्स की संख्या, धूल और अशुद्धियां साफ हो जाएंगी।
  • लगातार छूने में आ रही सतहों, जैसे- टेबल, डोर नॉब, लाइट स्विच, हैंडल्स, फोन, नल को रोज साफ करने की आदत डालें।

डिसइंफेक्ट कैसे इस्तेमाल करें?
डिसइंफेक्ट के लेबल पर मौजूद निर्देशों को ध्यान से पढ़ें। ताकि आप प्रोडक्ट का उपयोग सुरक्षित और प्रभावी तरीके से कर सकें। कई प्रोडक्ट्स सतह को कुछ देर के लिए गीला करने की सलाह देते हैं। इस दौरान ग्लव्ज पहनकर रखें और यह पक्का करें कि डिसइंफेक्ट के उपयोग के दौरान वेंटिलेशन अच्छा हो।

घरेलू (डाइल्यूटेड) ब्लीच सॉल्यूशन भी इस्तेमाल कर सकते हैं

  • ब्लीच का लेबल देखें और पता करें कि प्रोडक्ट में 5-6% का सोडियम हाइपोक्लोराइट कन्संट्रेशन है या नहीं। इसके अलावा यह भी जांच लें कि आपकी ब्लीच का उपयोग डिसइंफेक्शन के लिए किया जा सकता है या नहीं। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट क्या है। कुछ ब्लीच डिसइंफेक्शन के लिए सही नहीं होती हैं।
  • ठीक तरह से डाइल्यूट की गई ब्लीच कोरोनावायरस के खिलाफ असरदार होगी। इसके इस्तेमाल के दौरान निर्माता के निर्देशों को ध्यान से पढ़ें। कभी भी घरेलू ब्लीच को अमोनिया और दूसरे क्लीनर के साथ न मिलाएं। सॉल्यूशन को सतह पर कम से कम एक मिनट के लिए छोड़ दें।
  • ब्लीच सॉल्यूशन बनाने के लिए 5 टेबलस्पून ब्लीच को प्रति गैलन रूम टेम्परेचर वाले पानी के साथ मिलाएं। ब्लीच सॉल्यूशन डिसइंफेक्शन के लिए 24 घंटे तक असरदार रहते हैं। डिसइंफेक्शन के लिए कम से कम 70 प्रतिशत एल्कोहल सॉल्यूशन का इस्तेमाल करना चाहिए।

बार-बार हाथ साफ करना बेहद जरूरी
कोरोनावायरस से बचाव के लिए हाथों को साफ रखना बेहद जरूरी है। अपने हाथों को साबुन और पानी से 20 सेकंड तक धोएं। अगर आपके पास साबुन और पानी की व्यवस्था नहीं है तो हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। इसके लिए कम से कम 60 प्रतिशत एल्कोहल वाले सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। अगर आपको हाथों पर गंदगी नजर आ रही है तो पहले इन्हें धो लें। इसके अलावा अपने टच को लेकर भी अलर्ट रहें। याद रखें किसी भी सतह को बेवजह न छुएं।

इन मौकों पर बार-बार धोएं हाथ-

  • ग्लव्ज हटाने और बीमार व्यक्ति से मिलने के तुरंत बाद हाथों को धोएं।
  • छींकने, खांसने के बाद हाथों को साफ करना चाहिए। इससे आपके हाथ पर पहुंचे सारे वायरस युक्त बूंदें साफ हो जाएंगी।
  • घर के अलावा बाहर भी बाथरूम का इस्तेमाल करने के बाद हाथ को ठीक तरह से धोएं।
  • खाना तैयार करने से पहले और बाद में हाथों को ठीक तरह से साफ करें।
  • जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करने से पहले और बाद में हाथ धोएं।

अगर कोई बीमार है तो
अगर आपके घर में कोई सदस्य बीमार है या किसी तरह के लक्षण महसूस कर रहा है तो सावधानी रखना बेहद जरूरी है। बीमार व्यक्ति को भी कुछ वक्त के लिए घर के दूसरे सदस्यों से पर्याप्त दूरी बना लेनी चाहिए। हालांकि मरीज जिस जगह पर रह रहा है, वहां की सफाई भी बेहद जरूरी है। इसके लिए हमें इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  • अगर मुमकिन हो सके तो घर में बीमार व्यक्ति को अलग बेडरूम और बाथरूम मुहैया कराया जाना चाहिए।
  • अगर आपके पास अलग बेडरूम और बाथरूम है तो डिस्पोजेबल ग्लव्ज पहनें और जरूरत पड़ने पर ही बीमारी व्यक्ति के आसपास सफाई करें। इससे आप मरीज के संपर्क में कम से कम आएंगे।
  • अगर बाथरूम अलग से नहीं है तो बीमार व्यक्ति को हर बार उपयोग करने के बाद जगह को साफ और डिसइंफेक्ट करना चाहिए।
  • अगर ऐसा मुमकिन नहीं है तो केयर टेकर को सफाई या डिसइंफेक्ट करने से पहले जितना देर हो सके इंतजार करना चाहिए।

खाने में देखभाल
घर के सभी सदस्यों को बीमार व्यक्ति के खान-पान का भी ध्यान रखना होगा। अगर हो सके तो मरीज को अपने ही कमरे में भोजन करना चाहिए। इसके अलावा मरीज के बर्तनों को डिस्पोजेबल ग्लव्ज पहनकर गर्म पानी से धोएं। याद रखें बर्तनों की सफाई के बाद ग्लव्ज हटाएं और हाथ को अच्छी तरह से धोएं।

मरीज का कचरा भी अलग हो
अगर हो सके तो मरीज के लिए अलग से लाइन्ड ट्रैश कैन की व्यवस्था करें। इस कैन की सफाई और कचरे का बैग निकालने के दौरान ग्लव्ज का इस्तेमाल करें। इस प्रक्रिया के बाद ठीक तरह से हाथ धोएं।

मानसून में भी जरूरी है डिसइंफेक्शन
मानसून के दौरान घर की सफाई बहुत जरूरी हो जाती है, क्योंकि इस दौरान घरों में नमी और मक्खियों से काफी परेशानियां होती हैं। ऐसे में घर की टेबल, फर्नीचर जैसी सतह को डिसइंफेक्ट करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप डेटॉल जैसे एंटीसेप्टिक लिक्विड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आप कई स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से बच जाएंगे और सफाई भी बनी रहेगी।

बाथरूम में हो अच्छा वेंटिलेशन
सफाई के दौरान हम कई बार बाथरूम को अनदेखा कर देते हैं, लेकिन मानसून के दौरान इसकी सफाई भी बहुत जरूरी होती है। बाथरूम में सबसे ज्यादा नमी होती है। बाथरूम के टाइल्स को साफ करने के लिए अच्छे बाथरूम क्लीनर का इस्तेमाल करें। बाथरूम को सुखाने के लिए बेहतर वेंटिलेशन की व्यवस्था करें।

खास बात है कि अगर बरसात हो रही है तो आप वेंटिलेशन को चालू नहीं रख सकते हैं। ऐसे में कोशिश करें कि बाथरूम का दरवाजा कुछ देर खुला रखें। हालांकि ऐसा ज्यादा देर तक न करें। क्योंकि अगर बाथरूम का दरवाजा देर तक खुला रहता है तो इसके जरिए नमी दूसरे कमरों तक भी पहुंच सकती है।

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