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Punjab सूबे में पहली बार :सरकारी प्राइमरी स्कूल के बच्चों को एनिमेशन के जरिये कराई जाएगी पढ़ाई

हर लेसन से जुड़ी कार्टून करेक्टर वाली एनिमेशन वीडियो तैयार कर रहा विभाग पहले निजी स्कूलों में एनिमेशन के जरिये होती थी पढ़ाई

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फाइल फोटो।
  • हर लेसन से जुड़ी कार्टून करेक्टर वाली एनिमेशन वीडियो तैयार कर रहा विभाग

पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अब पढाई से जी नहीं चुराएंगे बल्कि इसके उलट खुद अपने परिजनों को पढ़ाने के लिए कहेंगे। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि शिक्षा विभाग ने बच्चों की पढ़ाई के तरीके में कुछ बदलाव कर उसे इंट्रेस्टिंग बना दिया है। आमतौर पर छोटे बच्चों को कार्टून देखना काफी पंसद होता है। इसी का फायदा उठाते हुए शिक्षा विभाग ने बच्चों को कार्टून करेक्टर के जरिये ऑनलाइन पढ़ाने का फैसला किया है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने आईटी में माहिर लोगों से बच्चों का पाठ्यक्रम तैयार करवाए हैं।

इन्हें सभी स्कूलों के टीचर्स के पास भेजा जाएगा ताकि टीचर्स अपनी ऑनलाइन क्लासेज और दूरदर्शन के जरिये बच्चों को यह पढ़ा सकें। इसका फायदा यह होगा कि बच्चों का पढ़ाई में इंट्रेस्ट बढ़ेगा। सरकारी स्कूलों के बच्चों को एनिमेशन के जरिये पढ़ाए जाने को लेकर किए जाने वाला प्रयोग पहली बार हो रहा है। इसके लिए हर कक्षा के हिसाब से वीडियो तैयार की जा रही है। बच्चों को पाठ्यक्रम से जुड़ी हर लेशन को लेकर वीडियो तैयार की जा रही है। एडवांस के तौर पर विभाग द्वारा अभी 10 से 15 पाठ की वीडियो तैयार कर ली गई है। जिससे बच्चों को पढ़ाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आए। इसके लिए साथ साथ और एनिमेशन विडियो की तैयार की जाती रहेगी।

स्कूलों में प्राइमरी विंग के बच्चों को पढ़ाने के लिए अब एनिमेशन का सहारा लिया जाएगा। इसमें बच्चों के सिलेबस से जुडे़ पाठ्यक्रम को कार्टून करेक्टर के जरिये पढ़ाया जाएगा। इन कार्टून करेक्टर में एक टीचर होगी और कुछ बच्चे होंगे। बच्चे इस कार्टृन करेक्टर को देखकर स्कूल मे पढ़ाए गए अपने पाठ को याद कर उसे साथ-साथ दोहराएंगे। इससे बच्चों को याद करने में आसानी होगी और बच्चों को अपना पाठ्यक्रम आसानी से समझ में भी आ जाएगा। स्कूल के आईटी माहिरों द्वारा जो वीडियो बनाई गई है उसमें इस बात का ध्यान रखा गया है कि बच्चों पर ज्यादा बोझ ना पड़े और बच्चे लगातार लंबी वीडियो को देखकर बोर भी नहीं हों। इसके लिए बच्चों के लिए तैयार की गई एनिमेशन वीडियो केवल कुछ ही मिनटों की बनाने पर फोकस किया जा रहा है। इसे प्राइमरी से लेकर मिडल कक्षा तक के बच्चों के लिए बनाया जा रहा है।

सूबे के कई बड़े निजी स्कूलों में बच्चों को पहले एनिमेशन के जरिये पढ़ाई  करवाई जाती थी। इनमें यूकेजी से लेकर 5वीं कक्षा तक के बच्चों को एनिमेशन के जरिये पढ़ाया जाता था। लेकिन सरकारी स्कूलों में इतना तामझाम नहीं होने की वजह से बच्चों को एनिमेशन के जरिये नहीं पढ़ाया जा सकता था। लेकिन अब विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है और अब सरकारी स्कूल के बच्चे भी एनिमेशन के जरिये पढ़ाई कर सकेंगे।

फेमस कार्टून करेक्टर नहीं होंगे

अभी तक विभाग द्वारा जो एनिमेशन वीडियो बनाई गई है उनमें किसी फेमस कार्टून करेक्टर को नहीं लिया गया है। इसमें केवल साधारण और शिक्षकों व आईटी माहिरों द्वारा क्रिएट किए गए कार्टून करेक्टर को लिया गया है। विभाग का मानना है कि बच्चों को यह कार्टून करेक्टर काफी पंसद आएंगे और कुछ नया सीखने को भी मिलेगा।

ये होगा फायदा

एनिमेशन कार्टून करेक्टर के जरिये बच्चों को पढ़ाने का काफी फायदा होता है। छोटे बच्चों में लर्निंग क्षमता काफी अधिक होती है। कार्टून करेक्टर के जरिये बच्चे किसी भी चीज को बड़ी जल्दी कैच करते हैं। निजी स्कूलों में इसका काफी अच्छा रिस्पांस मिलता है। इसका एक फायदा यह भी है कि बच्चे कार्टून करेक्टर को देखने के बाद और उसमें दिखाई गई चीजों को जल्द भूलते नहीं है। -अनुरीत ग्रेवाल, शिक्षाविद

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