लॉकडाउन के चलते अप्रैल में देश के 2.70 करोड़ युवाओं ने नौकरी गंवाई, लेकिन बेरोजगारी दर में सुधार हुआ
देश में जारी लॉकडाउन के बीच बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार हुए हैं। सेंटर फॉर मॉनीटियरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने बताया कि देश में 20 से 30 साल आयु वर्ग के 2 करोड़ 70 लाख युवाओं को अप्रैल में नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। बता दें कि कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में 25 मार्च से लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी। जो तीन अलग-अलग फेज से होते हुए अभी भी जारी है। करीब 50 दिनों के लॉकडाउन के बीच देश की कई कंपनियों और बिजनेस को घाटा हुआ है।
20-24 वर्ष आयु वाले 11 फीसदी लोग
सेंटर फॉर मॉनीटियरिंग इंडियन इकोनॉमी के उपभोक्ता पिरामिड घरेलू सर्वेक्षण के डेटा से पता चलता है कि नौकरी खोने वाले 11 फीसदी लोग 20-24 वर्ष की आयु के युवा थे। इसमें 2019-20 में कुल रोजगार पाने वालों लोगों का यह 8.5 फीसदी है। 2019-20 में 3 करोड़ 42 लाख युवा पुरुष और महिलाओं को रोजगार हासिल था। अप्रैल 2020 में इनकी संख्या घटकर 2 करोड़ 9 हजार रह गई।
25-29 वर्ष आयु वाले 1.40 करोड़ की नौकरी गई
दूसरी तरफ, 25-29 वर्ष की आयु वाले 1 करोड़ 40 लाख युवाओं की नौकरियां चली गईं। इस उम्र वाले लोगों की 2019-20 में कुल रोजगार में 11.1 फीसदी हिस्सेदारी थी, लेकिन जॉब लॉस 11.5 फीसदी रहा। वहीं, 30 साल की उम्र के 3 करोड़ 30 लाख पुरुषों और महिलाओं ने अप्रैल में अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। इसमें से 86 प्रतिशत नौकरियां पुरुषों की गईं।
बेरोजगारी दर में सुधार हुआ
इधर, सीएमआईई की वीकली रिपोर्ट के अनुसार, 10 मई को समाप्त हुए सप्ताह में बेरोजगारी दर में सुधार हुआ है। यह 27.1 फीसदी से घटकर 24 फीसदी पर आ गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान लेबर पार्टिसिपेशन 36.2 फीसदी से बढ़कर 37.6 फीसदी हो गया है। जो एरिया ग्रीन और ऑरेंज सर्कल में आ रहे हैं, वहां सरकार उद्योगों को धीरे-धीरे खोलने की अनुमति दे रही है। इससे रोजगार दर 26.4 फीसदी से बढ़कर 28.6 फीसदी हो गई है।