पिता की पाप लीला / राजस्थान में शराबी पिता ने 11 महीने की बेटी काे सड़क पर पटक-पटककर मार डाला; छत्तीसगढ़ में मां- बाप ने डेढ़ साल की मासूम को फंदे से लटकाया
पहला मामला बांसवाड़ा जिले के सल्लोपाट थाना इलाके के गमानाफला गांव का है दूसरा मामला कोरबा जिले के दीपका के सिरकी-गंगानगर का है
बांसवाड़ा. राजस्थान में शराबी पिता ने 11 माह की मासूम बेटी काे सड़क पर पटक पटककर मार डाला। दिल दहलाने वाली यह घटना शनिवार दोपहर को बांसवाड़ा जिले के सल्लोपाट थाना इलाके के गमानाफला गांव में सामने आई। मासूम की हत्या करने के बाद आरोपी खुद ही सल्लोपाट थाने पहुंच गया। वहीं, एक अन्य मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा के दीपका के सिरकी-गंगानगर का है। यहां मां- बाप ने अपनी डेढ़ साल की बेटी को झूले के फंदे से लटाकर मौत के घाट उतार दिया और फिर दोनों ने खुद भी अलग-अलग कमरे में फांसी लगा ली। अबतक इस घटना की वजह का पता नहीं चल पाया है।
राजस्थान: बेटी की हत्या करने के बाद पिता खुद ही पहुंच गया पुलिस थाने
दिल दहलाने वाली यह घटना शनिवार दोपहर को बांसवाड़ा जिले के सल्लोपाट थाना इलाके के गमानाफला गांव में सामने आई। मासूम की हत्या करने के बाद आरोपी खुद ही सल्लोपाट थाने पहुंच गया।पुलिस के मुताबिक रास्थान के बांसवाड़ा में सल्लोपाट के रहने वाले दिलीप पुत्र कमजी आदतन शराबी है। शराब पीकर आने के बाद घर में आए दिन पत्नी मनीषा से मारपीट करता था। दो दिन पहले भी दिलीप शराब पीकर आया और पत्नी से मारपीट की। इससे तंग आकर महिला अपनी 11 महीने की बेटी शिवानी को लेकर मायके गमानामाला चली गई। वहीं अपने ढाई साल के बेटे को ससुराल में ही छोड़ गई थी।
शनिवार को दिलीप शराब पीकर बाइक से अपने ससुराल पहुंच गया। पत्नी को समझाने के साथ दिलीप बेटी को लेकर आ रहा था। रास्ते में बाइक रोककर उसने पत्नी से विवाद शुरू कर दिया। दोनों के बीच हुए झगड़े के बाद गुस्से में आकर दिलीप ने पत्नी के पास से अपनी 11 माह की बेटी को छीनकर जमीन पर पटक दिया। दिलीप मासूम को लगातार तीन-चार बार सड़क पर पटकता रहा, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्ची के रोने और महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास रहने वाले गांव के लोग दौड़े, लेकिन तब तक मासूम दम तोड़ चुकी थी।
हत्यारा दिलीप पत्नी और बेटी को छोड़कर ही सल्लोपाट थाने पहुंच गया। गांव के लोग रोती बिलखती महिला और उसकी बेटी को लेकर सल्लोपाट अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। देर शाम मासूम के शव को दफना दिया गया। परिजनों की शिकायत परप सल्लाेपाट पुलिस ने आराेपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जबरदस्ती मुझे और बेटी को ले आया
मासूम की मां मनीषा ने बताया कि उसका पति दिलीप रोज घर में शराब पीकर आता और झगड़ा करता था। इसी कारण तंग आकर दो दिन पहले बेटी शिवानी को लेकर मायके चली गई थी। मैंने दिलीप से कहा था कि अब मुझे लेने तभी आना जब शराब छोड़ दोगे। लेकिन दिलीप शनिवार दोपहर को ही शराब के नशे में मेरे मायके गमानामाला आ गया और लड़ाई-झगड़ा करने के बाद जबरदस्ती मुझे और बेटी को बाइक पर बिठाकर ले आया।
दिलीप रास्ते में बाइक रोककर फिर झगड़ा करने लगा और तैश में आकर बच्ची को 3-4 बार जमीन पर दे मारा, जिससे उसके शरीर के कई हिस्सों से खून बहने लगा और दम तोड़ दिया। चिल्लाने पर आसपास के लोग आए तो दिलीप हमें छोड़कर भाग गया। उसके बाद कुछ लोग मुझे और बच्ची को लेकर सल्लोपाट अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों ने मेरी बेटी को मृत घोषित कर दिया। मनीषा की शादी पांच साल पहले हुई थी।
छत्तीसगढ़: जिस झूले में झुलाते थे उसी रस्सी से बिटिया को लटकाया और खुद भी झूले
यह मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा के दीपका के सिरकी-गंगानगर का है। यहां के रहने वाले अशोक कुमार रात्रे और उसकी पत्नी रागिनी ने घर में अपनी डेढ़ साल की बेटी ईशी को झूले की रस्सी से फंदा बनाकर लटका दिया। साथ ही खुद भी अलग-अलग कमरे में फंदा लगाकर फांसी लगा ली। घटना का परिवार को पता भी नहीं चला। शनिवार सुबह जब 8 बजे तक उनके घर का दरवाजा नहीं खुला तो अशोक का छोटा भाई अमित उन्हें उठाने पहुंचा।
आवाज लगाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने दरवाजे के नीचे से झांककर अंदर देखा। अंदर अशोक का शव लटका था। उसने दीपका थाने में सूचना दी। टीआई हरिशचंद टांडेकर वहां पहुंचे। रोशनदान से जाली हटाकर अंदर दिखवाया गया तो शव लटक रहा था। परिवार वालों की उपस्थिति में दरवाजा खुलवाया गया। अंदर का नजारा देखकर सभी के होश उड़ गए। वहां बच्ची समेत दंपती के शव अलग-अलग फंदे पर लटक रहा था। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम करके जांच शुरू कर दी है।
भाई बोला- किसी से कोई विवाद नहीं था, भैया और भाभी के बीच अक्सर होता था झगड़ा
मृतक अशोक के छोटे भाई अमित ने बताया कि घरेलू कारण से आए दिन उसके भैया-भाभी के बीच झगड़ा होता था। यही उनके द्वारा ईशी के साथ आत्महत्या करने की वजह होगी। इसके अलावा उनका किसी अन्य व्यक्ति से कोई विवाद या लेनदेन नहीं था। अमित के मुताबिक सुबह लगभग 8 बजे नींद से उठने के बाद वह अपने कमरे में लौटा तो वहां पर बैग था। बैग रखने का कारण पूछने के लिए वह भैया के घर गया। जहां दरवाजा खटखटाया तो नहीं खुला। तब नीचे से झांककर देखा।
घटना का कारण अब तक स्पष्ट नहीं, जांच कर रहे हैं: सीएसपी
दर्री सीएसपी खोमन सिन्हा के मुताबिक घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद प्रथम दृष्टया लग रहा है कि बच्ची की हत्या करने के बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाई है। सभवत: आपसी विवाद के बाद भावावेश में उन्होंने ऐसा किया है। हालांकि अभी घटना का कारण स्पष्ट नहीं है। उनका मोबाइल कॉल डिटेल खंगाला जा रहा है। आगे जांच में वास्तविक कारण का पता चलेगा।