जम्मू-कश्मीर / पाकिस्तान ने जनवरी से जून तक 2 हजार 27 बार सीजफायर तोड़ा, सुरक्षाबलों ने घाटी में 100 आतंकी ढेर किए
पाकिस्तान महामारी का फायदा उठाकर आतंकियों की घुसपैठ कराना चाहता है सेना ने आतंकियों के खात्मे के लिए कश्मीर में ऑपरेशन ऑलआउट शुरू किया
पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर अशांति फैलाने से बाज नहीं आ रहा है। नियंत्रण रेखा के उस पार से पाकिस्तानी सेना भारत के गांवों को निशाना बनाकर गोले दाग रही है। इस साल जनवरी से जून तक 6 महीने में पाकिस्तान ने 2027 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। हालांकि, हर बार भारतीय सेना ने भी इसका माकूल जवाब दिया। इस दौरान कश्मीर में 100 आतंकी मारे। इनमें से कुछ आतंकी संगठनों के कमांडर थे।
पिछले साल पाकिस्तान ने कश्मीर में सबसे ज्यादा 3168 बार सीजफायर तोड़ा था। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना कोरोना महामारी का फायदा उठाना चाहती है। इसकी कोशिश है कि इस समय आतंकियों की भारत में घुसपैठ कराई जाए।
नई रणनीति के तहत काम कर रही सेना
आतंकियों से निपटने के लिए सेना ने नई रणनीति बनाई है। यह जम्मू-कश्मीर पुलिस, पैरामिलिट्री और खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टीनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद के मुताबिक, भारतीय सेना दो मोर्चों से लड़ाई लड़ रही है। जनता की मदद के साथ-साथ सीमा की सुरक्षा में भी जुटी है। यही वजह है कि इतने ऑपरेशन कामयाब हुए।
सुरक्षाबलों से बचकर भाग रहे आतंकी
आतंकियों के खात्मे के लिए सेना ने ऑपरेशन ऑल आउट शुरू किया। घाटी में आतंकियों को हथियारों की किल्लत हो रही है। ऐसे में वे सुरक्षाबलों से बचकर भाग रहे हैं। पाकिस्तान इन आतंकियों की मदद के लिए हथियारों की तस्करी कराने की कोशिशों में है। शोपियां में हाल ही में 9 आतंकी मारे गए। तब पता चला कि हिज्बुल जैसे आतंकी संगठनों के पास भी हथियारों की काफी कमी है।
2020 में संघर्ष विराम उल्लंघन
- जनवरी-367
- फरवरी-366
- मार्च-411
- अप्रैल-387
- मई-382
- जून-114