चंडीगढ़. लॉकडाउन के दौरान सूबे के किसानों की आर्थिक हालत पतली हुई है। सबसे ज्यादा असर छोटे किसानों पर पड़ा है, जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन है। इसलिए सरकार अब इन 1.30 लाख किसानों द्वारा सहकारी व कोआपरेटिव बैंक से लिए गए कर्ज के ब्याज को माफ करेगी और किस्त को भी आगे बढ़ाएगी।
इसके लिए सहकारिता विभाग ने ऐसे किसानों की लिस्ट तैयार करने के साथ उनके ब्याज की राशि का पता लगाने काे कहा है। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है। सहकारिता मंत्री ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय को पत्र भी लिखा है। सरकार के पास यह ब्याज माफ करने के लिए नाबार्ड का पैसा पड़ा हुआ है।
सूबे में कुल 10.53 लाख किसान है और 3.20 लाख ऐसे किसान है जिनके पास ढाई एकड़ तक जमीन है। सूबे के सहकारी व को-आपरेटिव बैंकों में लगभग 1.30 लाख किसानों पर कर्ज है। पंजाब सरकार ने सूबे के छोटे किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज पहले ही माफ कर चुकी है।