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देश की सबसे बड़ी ड्राय फ्रूट मंडी:तालिबान शासन के बाद ड्राय फ्रूट्स की कीमतों में 40% का इजाफा, व्यापारियों के करोड़ों रुपए फंसे, कुछ दुकानदार जमाखोरी भी कर रहे

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अफगानिस्तान में बदले हालात और तालिबान शासन का असर भारत में भी देखने को मिल रहा है। तालिबान ने अफगानिस्तान से होने वाले एक्सपोर्ट और इंपोर्ट पर रोक लगा दी है। इससे भारत के कारोबारी चिंतित हैं। सबसे ज्यादा असर देश के ड्राय फ्रूट के बिजनेस पर हुआ है। भारत में करीब 80% ड्राय फ्रूट्स अफगानिस्तान से आता है। इसमें किशमिश, बादाम, मुनक्का, अंजीर, अखरोट जैसे प्रोडक्ट शामिल हैं। अब इनकी कीमतों में तेजी से उछाल आया है। एक हफ्ते के भीतर ड्राय फ्रूट्स 40% तक महंगे हो गए हैं। यानी प्रति किलो 200 से 400 रुपए तक बढ़ोतरी हुई है।

दिल्ली के चांदनी चौक में ड्राय फ्रूट की मंडी है। यह देश की सबसे बड़ी ड्राय फ्रूट की मंडी मानी जाती है। देश के ज्यादातर हिस्सों में ड्राय फ्रूट यहीं से जाता है। शनिवार को जब हम इस मंडी में पहुंचे तो त्योहारों का सीजन होने के बाद भी कुछ खास चहल-पहल नजर नहीं आई। पहले यहां पैर रखने की जगह नहीं होती थी, अब कम लोग ही खरीदारी करते दिख रहे हैं।

आमतौर पर त्योहारों के सीजन में ड्राय फ्रूट की अच्छी खासी बिक्री होती है, लेकिन इस बार बाजार धीमा है।
आमतौर पर त्योहारों के सीजन में ड्राय फ्रूट की अच्छी खासी बिक्री होती है, लेकिन इस बार बाजार धीमा है।

जो लोग मंडी में आए हैं, वे भी काफी तोल-मोल कर ही ड्राय फ्रूट खरीद रहे हैं। जो 5 किलो किशमिश खरीदने के लिए घर से निकले हैं, वे यहां पहुंचने के बाद 2 से 3 किलो ही किशमिश खरीद रहे हैं। इससे आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि ड्राय फ्रूट के बिजनेस पर तालिबान का कितना असर हुआ है।

जो बादाम पहले 600 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, अब 1100 में बिक रहा
पवनदीप सिंह ड्राय फ्रूट कारोबारी हैं। यहीं उनकी अपनी दुकान है। उनके पूर्वज काबुल के ही रहने वाले थे, जो ड्राय फ्रूट के बिजनेस के लिए भारत आए थे और फिर यहीं के होकर रह गए। वे कहते हैं कि अभी जो हालात हैं, वैसे उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखे। जो बादाम 10 दिन पहले 600 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, वह अब 1000-1100 रुपए में बिक रहा है। अंजीर सिर्फ और सिर्फ अफगानिस्तान से आता है, इसका रेट पहले 1000 रुपए प्रति किलो था, अब ये एक झटके में बढ़कर 1400 रुपए तक पहुंच गया है।

ड्राय फ्रूट रिटेलर कुलवंत सिंह बताते हैं कि- ‘बादाम, किशमिश, अंजीर, मुनक्का जैसे ड्राय फ्रूट के दाम 300-400 रुपए एक झटके में ही बढ़ गए हैं। ग्राहक हैरान है कि अचानक भाव इतने कैसे बढ़ गए। यहां पर जो होलसेलर हैं उनके पास सीमित स्टॉक है। अब वे भी दाम बढ़ाकर धीरे-धीरे बेच रहे हैं। वे कहते हैं कि अब कीमतें और अधिक बढ़ेंगी। हालात तो तभी सुधरेंगे जब अफगानिस्तान में सबकुछ नॉर्मल होगा।

सामान स्टॉक करना हमारी मजबूरी बन गई

दिल्ली के इस ड्राय फ्रूट मार्केट में पहले खूब भीड़ होती थी, पैर रखने की भी जगह नहीं होती थी, लेकिन अब कम ही लोग यहां आ रहे हैं।
दिल्ली के इस ड्राय फ्रूट मार्केट में पहले खूब भीड़ होती थी, पैर रखने की भी जगह नहीं होती थी, लेकिन अब कम ही लोग यहां आ रहे हैं।

दिल्ली के साउथ एक्स में रहने वाले प्रदीप कुमार ड्राय फ्रूट खरीदने हर दो महीने में एक बार चांदनी चौक आते हैं। वे बादाम की कीमतों में आई धुआंधार तेजी देखकर चौंक गए हैं। पुरानी दिल्ली के ही रहने वाले मोहम्मद सलमान रक्षाबंधन के लिए ड्राय फ्रूट्स खरीदने आए हैं। वे बताते हैं कि जो भी प्रोडक्ट खरीद रहा हूं सब महंगा मिल रहा है। बढ़ती कीमतों को लेकर जब हमने कुछ दुकानदारों से बात की तो उनका कहना था कि जो भी प्रोडक्ट बाहर से यहां आ रहा है, वह महंगा आ रहा है। ऐसे में हम चाहकर भी सस्ते दामों पर नहीं बेच सकते हैं।

चांदनी चौक के गौरव ड्राय फ्रूट्स के इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का कारोबार करते हैं, वे बताते हैं कि मैं तीसरी पीढ़ी का ड्राय फ्रूट कारोबारी रहा हूं। इससे पहले कभी ऐसे हालात नहीं दिखे। हमें नहीं पता कि अगला रेट क्या होने वाला है, किस रेट पर हमें सामान मिलेगा? इसलिए हमें अपना प्रोडक्ट बेचते भी डर लग रहा है। इसका मतलब है कि मार्केट में कई दुकानदार ऐसे हैं जिन्होंने अपने प्रोडक्ट को स्टॉक करना शुरू कर दिया है। ऐसा करना उनकी मजबूरी भी है।

सरकार से मदद की गुहार लगा रहे व्यापारी
गौरव कहते हैं कि अगले कुछ दिनों में अफगानिस्तान से नई खेप आनी थी। हमने उन्हें एडवांस भुगतान भी कर दिया है, लेकिन अब कुछ समझ नहीं आ रहा है कि आगे क्या होगा? वहां के व्यापारियों से भी बातचीत नहीं हो पा रही है। हमारा करोड़ों रुपए दांव पर लगा है। इसको लेकर सरकार को कुछ रास्ता निकालना चाहिए। वरना हम बर्बाद हो जाएंगे।

नोएडा के रहने वाले उत्तम कुमार चांदनी चौक ड्राय फ्रूट खरीदने आए हैं। वे बताते हैं कि इस बार दाम काफी बढ़े हुए हैं। मैं बादाम 700-800 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदता था, लेकिन इस बार 1100 रुपए में मिल रहा है। इसी तरह दूसरे प्रोडक्ट भी महंगे हो गए हैं। आज की खरीदारी के बाद 3340 रुपए का बिल बना है, जबकि आम दिनों में 2000 रुपए तक में हम सामान खरीद लेते थे।

दुकानदारों का कहना है कि उन्हें ड्राय फ्रूट महंगे दामों पर खरीदना पड़ रहा है, वे चाहकर भी सस्ते दाम पर नहीं बेच सकते हैं।
दुकानदारों का कहना है कि उन्हें ड्राय फ्रूट महंगे दामों पर खरीदना पड़ रहा है, वे चाहकर भी सस्ते दाम पर नहीं बेच सकते हैं।

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) के डीजी अजय सहाय बताते हैं कि देश में 80 फीसदी ड्राय फ्रूट अफगानिस्तान से आता है। जो पाकिस्तान होकर भारत पहुंचता है। अब जब वहां हालात बिगड़े हैं तो इसका असर इस कारोबार पर हुआ है। जिसकी वजह से कीमतों में इजाफा होना स्वाभाविक है। हालांकि सरकार इसको लेकर काम कर रही है और जल्द ही कोई न कोई रास्ता निकालेगी। सहाय के मुताबिक साउथ-नॉर्थ कॉरिडोर से ड्राय फ्रूट देश में अभी पहुंच रहा है। दुबई से आने वाले प्रोडक्ट भी बिना किसी रुकावट के यहां पहुंच रहे हैं।

भारत और अफगानिस्तान के बीच कारोबार को देखा जाए तो साल 2020-21 में भारत ने अफगानिस्तान से 3753 करोड़ रुपए का इंपोर्ट किया, इसमें से 2389 करोड़ रुपए के ड्राय फ्रूट्स थे। इस हिसाब से अफगानिस्तान से होने वाले कुल इंपोर्ट में से 63% हिस्सा ड्राय फ्रूट्स का ही है। जो अब मुश्किल दौर से गुजर रहा है।

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