कैबिनेट बैठक में फैसला:Himachal प्रदेश में तेजी से बढ़े कोरोना के केस, स्कूल 22 अगस्त तक बंद, 50% की क्षमता के साथ चलेंगी बसें
काेराेना संक्रमण के बढ़ते मामलाें के बीच आज से 22 अगस्त तक प्रदेश में स्कूलाें काे फिर से बंद कर दिया गया है। प्रदेश में दाे अगस्त से 10वीं से 12 कक्षा तक के स्कूलाें काे खाेला गया था। इस बीच काेराेना के बढ़ते मामलाें काे देखते हुए आठ दिन बाद स्कूलाें काे फिर से बंद कर दिया गया है। हालांकि इस दाैरान शिक्षक स्कूल आएंगे। मंगलवार काे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कई सख्त फैसले लिए गए हैं। बैठक में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं। बाहरी राज्यों से प्रदेश आने वाले हर व्यक्ति के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य की गई है।
रिपोर्ट न होने की स्थिति में कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों को प्रवेश की अनुमति होगी इसके लिए उन्हें सर्टिफिकेट दिखाना हाेगा। वहीं राज्य में अब 50% सीटिंग क्षमता के साथ ही बसों को चलाने का फैसला लिया गया है। कैबिनेट का यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू माना जाएगा। वहीं प्रदेश में पिछले 14 दिनाें के भीतर काेराेना संक्रमण के मामलाें में तेजी से बढ़ाेतरी दर्ज की गई है। प्रदेश के सभी जिलाें में काेराेना संक्रमण के मामले बढ़े है। इस बीच काेराेना संक्रमण से मरने वालाें का आंकड़ा भी बढ़ा है। मंगलवार काे चंबा में काेराेना ब्लास्ट हुआ है। यहां पर काेराेना के 109 नए मामले सामने आए हैं।
24 घंटे में 419 नए केस, दो की मौत, 14 दिन के भीतर ही प्रदेश में आए 1431 नए मामले
14 दिन के भीतर प्रदेश में 17 लाेगाें की माैतें हुई हैं। पिछले दाे सप्ताह के भीतर प्रदेश में काेराेना के 1431 नए मामले सामने आए हैं, जिसने सभी की चिंताओं काे फिर से बढ़ा दिया है। 28 जुलाई काे प्रदेश में काेराेना संक्रमण के 953 सक्रिय मरीज थे जाे आज बढ़ कर 2318 हाे गए है।
प्रदेश में काेराेना का रिकवरी रेट गिर कर 97.19 प्रतिशत पहुंच गया है। प्रदेश में काेराेना संक्रमण के बढ़ने का एक बड़ा कारण जाे सामने आया है वह स्कूलाें का खुलना भी माना जा रहा है। दूसरा प्रदेश घूमने आए पर्यटकाें की ओर से काेविड नियमाें का पालन न करने की वजह से भी यह संक्रमण तेजी से फेला है जिसके परिणाम अब सामने आ रहे है। लाेगाें की ओर से साेशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया।
सभी कार्यक्रमों के लिए लगी 50%की शर्त
मंत्रिमंडल ने सभी तरह के सार्वजनिक एवं अन्य तरह के कार्यक्रमों में 50 फीसदी की शर्त को लागू करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में किसी भी आयोजन में कुल क्षमता के 50 फीसदी से अधिक भीड़ एकत्र नहीं हो पाएगी। इसके अलावा धार्मिक स्थलों में आयोजनों पर पहले की तरह प्रतिबंध लगा रहेगा और आने वाले सभी लोगों की थर्मल स्कैनिंग होगी। सभी जिलाधीशों और उपायुक्तों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कैबिनेट के अन्य फैसले
- मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री की घाेषणाओं काे भी मंजूरी दी गई है। इसमें बालीचाैकी में एसडीएम कार्यालय काे खाेलने, थाची में सब तहसील, श्रम एवं राेजगार कार्यालय में जूनियर ऑफ एसिसटेंट के 23 पदाें काे भरने की मंजूरी दी गई है।
- निहरी में बीडीओ कार्यालय खाेलने की भी मंजूरी दी गई है। बैठक में कोरोना की मौजूदा स्थिति को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई। साथ ही स्कूलों में संक्रमित हुए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के आंकड़े भी प्रस्तुत किए गए।
- मंत्रिमंडल ने बीपीएल परिवार की 2 बेटियों को पोस्ट बर्थ दी जाने वाली ग्रांट में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया गया। ऐसे में अब बीपीएल परिवार की बेटियों की पोस्ट बर्थ ग्रांट को 12 हजार रुपए से बढ़ाकर 21 हजार रुपए कर दिया है।
- बैठक में बालीचौकी में एसडीएम कार्यालय, थाची में सब तहसील और निहरी में बीडीओ ऑफिस खोलने का निर्णय भी लिया गया है। इसी तरह श्रम एवं रोजगार विभाग में जूनियर ऑफिस असिस्टैंट (आईटी) के 23 पदों को भरने का निर्णय लिया गया है। इतना ही नहीं 2 प्राइमरी स्कूलों सुरागी और जौट का दर्जा बढ़ाकर मिडिल स्कूल कर दिया गया है।
बढ़ते केस चिंता का विषय
गतिविधियां बढ़ने और लाेगाें द्वारा काेविड नियमाें का पालन न करने की वहज से काेराेना संक्रमण के मामलाें में बढ़ाेतरी दर्ज की गई है, जाे चिंता का विषय है।
डाॅक्टर रजनीश पठानिया, निदेशक मेडिकल एजुकेशन