हरसिमरत-बिट्टू में संसद के बाहर कृषि कानून पर तू-तू, मैं-मैं:किसानों के पक्ष में हरसिमरत ने तख्ती लेकर प्रदर्शन किया; बिट्टू बोले- जब बिल पास हुआ तो आप कैबिनेट में थीं, आज हिमायती बनने का ड्रामा कर रहे
संसद का मानसून सत्र चल रहा है। विपक्षी पार्टियां कृषि कानून को लेकर मोदी सरकार और भाजपा नेताओं को घेरने का हरसंभव प्रयास कर रही हैं। विरोधी दलों के सांसद संसद के बाहर भी तख्तियां लेकर विरोध जता रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को संसद भवन के बाहर बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल बादल की सांसद व पूर्व कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल और लुधियाना से कांग्रेसी सांसद रवनीत बिट्टू के बीच तकरार हो गई।
हरसिमरत कौर बादल और कृषि कानूनों का विरोध कर रहे अन्य सियासी दलों के कुछ सांसद कृषि कानून वापस लेने की मांग करते हुए मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उसी समय कांग्रेस के सांसद रवनीत बिट्टू संसद भवन के अंदर जाने के लिए वहां पहुंच गए। हरसिमरत कौर बादल को वहां नारेबाजी करते देखकर बिट्टू वहीं खड़े हाे गए और उनकी तरफ इशारा करते हुए कहने लगे कि यह तो उस वक्त कैबिनट में मंत्री थीं और इन्होंने ही तो बिल पास करवाया है। इसलिए आज उनका यह प्रदर्शन एक ड्रामे के अलावा कुछ नहीं है।
इसके जवाब में हरसिमरत बादल ने कहा कि उन्होंने तो कृषि कानूनों का विरोध किया और इसी वजह से कैबिनेट में तक छोड़ दिया। इस पर सांसद बिट्टू ने पलटवार किया कि कानून बनने के बाद कैबिनेट छोड़ने का क्या फायदा।
पहले से चल रहा था ‘ट्विटर वॉर’
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी दूसरे सांसदों को साथ लेकर लोकसभा पहुंचे तो हरसिमरत कौर बादल ने ट्विट करके उन पर कटाक्ष किया था। तब भी रवनीत सिंह बिट्टू ने इस पर री-ट्वीट करते हुए जवाब दिया था। इसके बाद कांग्रेस सांसदों की संसद में धरना देने की फोटो जब रवनीत सिंह बिट्टू ने ट्विट की तो हरसिमरत कौर बादल ने कटाक्ष किया था। यही नहीं कूषि कानूनों को लेकर शिरोमणि अकाली दल बादल और कांग्रेस एक दूसरे को घेरते आ रहे हैं। मगर इस तरह आमने-सामने होकर नेताओं का एक दूसरे पर कटाक्ष करना पहली बार हुआ है।