संसद का मानसून सेशन:पेगासस जासूसी मामले पर सदन में भारी हंगामा, लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित
संसद का मानसून सेशन सोमवार को भी काफी हंगामेदार रहा। लोकसभा और राज्यसभा में पेगासस जासूसी मामले और कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, जिससे सदन की कार्यवाही में लगातार रुकावट आती रही। हंगामे के चलते आखिरकार दोनों ही सदनों की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ट्रैक्टर से संसद पहुंचना सुर्खियों में रहा। राहुल गांधी तीन कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर चलाकर संसद भवन पहुंचे। ट्रैक्टर पर उनके साथ राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा और पार्टी के कुछ अन्य सदस्य बैठे थे। इसके बैनर पर ‘किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानून वापस लो-वापस लो’ लिखा था। इस दौरान राहुल ने कहा कि वो किसानों का संदेश लेकर संसद जा रहे हैं। किसानों की बात सुनी नहीं जा रही है। सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना होगा। ये काले कानून हैं।
दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, युवा कांग्रेस प्रमुख श्रीनिवास बी वी और कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। CrPC की धारा 144 का उल्लंघन कर ट्रैक्टर मार्च निकालने पर यह कार्रवाई हुई। सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी सरकार हमारे कांग्रेस नेताओं को इसी तरह हिरासत में लेती रहेगी, मैं तो कहता हूं कि हमें 100 साल के लिए गिरफ्तार कर लीजिए, लेकिन काले कानूनों को वापस लीजिए।
सांसदों ने करगिल के वीर जवानों को किया याद
आज सुबह निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने करगिल विजय दिवस पर वीर सैनिकों को याद किया। सदन में सांसदों ने कुछ पल मौन रखकर सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों के प्रति सम्मान जाहिर किया। साथ ही लोकसभा और राज्यसभा ने वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को टोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने पर बधाई दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मुझे आपको यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीता है। मैं उन्हें सदन की ओर से बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि दूसरे एथलीट भी अपने-अपने खेलों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।
जनता के मुद्दे उठाने की बजाय नारेबाजी हो रही: ओम बिरला
इसके बाद जैसे ही दोनों सदनों की कार्यवाही आगे बढ़नी शुरू हुई, पेगासस मसले पर विपक्षी नेताओं का हंगामा शुरू हो गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही आगे बढ़ाई। इस दौरान कुछ सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उनके जवाब भी दिये। बिरला ने शोर-शराबा कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा कि जनता ने आपको चुनकर भेजा है ताकि आप यहां उनके मुद्दे उठा सकें लेकिन आप नारेबाजी कर रहे हैं, तख्तियां लहरा रहे हैं। यह ठीक नहीं है। बिरला ने कहा कि सदस्य अपने स्थान पर जाएं और कार्यवाही चलने दें।
हंगामे के बीच लोकसभा में पास हुए 2 बिल
सोमवार को हंगामे के बीच लोकसभा में थोड़ी-बहुत ही कार्यवाही हो पाई। लोकसभा में आज ‘राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंध संस्थान विधेयक 2021’ और फैक्टरिंग रेगुलेशन (संशोधन) विधेयक 2021 पास हुआ। वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (संशोधन) बिल 2021 लोकसभा में पेश किया।
कब-कब रुकी लोकसभा की कार्यवाही
लोकसभा अध्यक्ष ने 11 बजे शुरू हुए सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी। लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे दोबारा शुरू होने पर भी विपक्ष का हंगामा नहीं थमा। इसे देखते हुए 2:45 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित हुई। इसके बाद फिर 15 मिनट यानी 3 बजे तक के लिए कार्यवाही रुकी। इसके बाद कार्यवाही शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा। इसे देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
पेगासस मुद्दे पर 5 बार स्थगित हुई राज्यसभा
राज्यसभा में भी आज ‘पेगासस प्रोजेक्ट’ रिपोर्ट पर जमकर हंगामा हुआ। सुबह 10 बजे कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सांसदों के नारेबाजी के बाद राज्यसभा दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 12 बजे भी सदन में हंगामा हुआ और कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित हुई। इसके बाद भी विपक्षी दलों के हंगामे की वजह से राज्यसभा को 4 बजे तक के लिए स्थगित हुई। 4 बजे फिर से कार्यवाही शुरू होने पर भी शोर-शराबा जारी रहा, जिसके चलते सदन 5 बजे तक के लिए स्थगित हुआ। कार्यवाही में बार-बार बाधा पहुंचने और कार्यवाही स्थगित होने के बाद राज्यसभा को 27 जुलाई की सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया
हंगामे के चलते राज्यसभा में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया। सभापति एम वेंकैया नायडू ने शून्यकाल के तहत भाजपा सदस्य सुशील कुमार मोदी का नाम पुकारा और उनसे उनका मुद्दा उठाने के लिए कहा, लेकिन इसी बीच विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर दिए गए अपने नोटिसों का जिक्र करने लगे। सभापति ने कहा कि उन्हें नियम 261 के तहत, कामकाज स्थगित कर कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, द्रमुक के तिरूचि शिवा, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर राय सहित कुछ सदस्यों के नोटिस मिले हैं, लेकिन उन्होंने इन नोटिसों को मंजूरी नहीं दी है। इस पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।
पेगासस मुद्दे पर विपक्ष ने सदन में नोटिस भेजे
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में ‘पेगासस प्रोजेक्ट’ रिपोर्ट पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस भेजा। कांग्रेस के ही सांसद मणिकम टैगोर ने भी सरकार की तरफ से पेगासस स्पायवेयर के कथित उपयोग पर बहस के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। वहीं, डीएमके सांसद तिरुचि सिवा ने भी राज्यसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। यह नोटिस पेगासस मामले को लेकर चर्चा के लिए भेजा।
इस हफ्ते की कार्यवाही के लिए पांच अध्यादेश सूचीबद्ध
लोकसभा और राज्यसभा से जारी नोटिस के अनुसार, सरकार ने इस हफ्ते की कार्यवाही के लिए पांच अध्यादेशों को सूचीबद्ध किया है। इनमें होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश, भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग अध्यादेश, दिवाला और दिवालियापन संहिता (संशोधन) अध्यादेश और आवश्यक रक्षा सेवा अध्यादेश शामिल हैं।