Newsportal

गांधीगिरी का 190KM का पैदल “सफर” हुआ सफल, अब बठिंडा में 16 जुलाई को फूटेगा आक्रोश व्यापारी नेता Amarjeet Mehta ने सरकार को सदबुद्धि दिलाने को श्री दरबार साहिब अमृतसर में की अरदास, सैकड़ों समर्थकों की भीड़ उमड़ी

व्यापारी नेता अमरजीत मेहता ने सरकार को सदबुद्धि दिलाने को श्री दरबार साहिब अमृतसर में की अरदास, सैकड़ों समर्थकों की भीड़ उमड़ी व्यापारी नेता Amarjeet Mehta व्यापारियों, सरकारी कर्मचारियों व मजदूरों को हक दिलाने को पांच दिन में बठिंडा से श्री अमृतसर साहब 190 किलोमीटर पैदल मार्च करके पहुंचे थे

0 285

श्री अमृतसर साहिब, 12 जुलाई

बठिंडा के व्यापारी नेता अमरजीत मेहता की “गांधीगिरी” का 190 किलोमीटर का पैदल “सफर” सफल हो गया है। श्री अमृतसर साहिब में सोमवार को अमरजीत मेहता के पहुंचने के बाद सैकड़ों लोगों का हुजूम मेहता को देखने सुनने के लिए उमड़ा। अपने संबोधन में पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के सीनियर उप प्रधान अमरजीत मेहता ने कहा कि कैप्टन सरकार हर मोर्चे पर फेल हैं। सरकारी कर्मचारियों का बुरा हाल है। सरकार की नासमझ नितियों कारण अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत चरितार्थ हो रही है।मेहता ने कहा वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी हर मामले में बेरूखी दिखा रहे है। मेहता ने सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि
अब बठिंडा में 16 जुलाई को आक्रोश फूटेगा।
व्यापारी नेता अमरजीत मेहता ने सरकार को सद बुद्धि दिलाने को श्री दरबार साहिब अमृतसर में अरदास की। इस मौके उनके साथ सैकड़ों समर्थकों का हुजूम था।

 

व्यापारी नेता अमरजीत मेहता
व्यापारियों, सरकारी कर्मचारियों व मजदूरों को हक दिलाने को पांच दिन में बठिंडा से श्री अमृतसर साहब 190 किलोमीटर पैदल मार्च करके पहुंचे थे। अमरजीत ने कहा कि चाहे पांव में छाले पड़ गए हैं। पिंडलियां सूजी है। चेहरा मुरझा गया है। होंठ सूखे हुए हैं… लेकिन लोगों का प्यार देख उनकी आंखों की चमक बढ़ गई है। गर्म हवाओं के थपेड़े अब ठंडे झोंके से लगते हैं।
मेहता ने कहा कि यह गांधीगिरी है। सफर पूरा हुआ है, लेकिन खत्म नहीं। मेहता कहते हैं कि लोगों का प्यार देख कर उनका हौंसला और जुनुन पहले से कई गुणा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि बठिंडा से श्री अमृतसर साहिब के सफ़र में उन्होंने बहुत अनुभवों को साझा किया है। हर गांव, गली-कूचे, कस्बों में “दोस्तों” की फेरहिस्त बढ़ाई है।
गांवों- कस्बों प्यार से पिलाई लस्सी- लेमन सोडा और तीखी चिबड़ की चटनी का स्वाद भी वह ता उम्र नहीं भूलेंगे।

 

मेहता के काफिले में शामिल पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमित कपूर कहते है कि अमरजीत मेहता ने व्यापार मंडल का नाम रौशन किया है। सच मायने में उन्होंने दिवंगत मदन लाल कपूर का ख्वाब पूरा किया है। उनके पिता स्वर्गीय मदन लाल कपूर जिन्हें पंजाब सरकार ने स्माल स्केल इंडस्ट्रीज का चेयरमैन बना कैबिनेट का दर्जा दिया था। हमेशा से व्यापारियों को एग्रेसिव मूड में देखना चाहते थे। वह कहते थे कि प्यार से कभी डिमांड पूरी नहीं होती। अमित कपूर ने कहा कि अगर आज कपूर साहब होते तो वह जरुर व्यापारियों का जोश देख कर दो-चार तंग परेशान करने वाले अफसरों को “सैट” कर देते।

बता दें कि बुधवार व्यापारी नेता अमरजीत मेहता ने बठिंडा से श्री हरिमंदिर साहब के लिए पद यात्रा शुरू की थी। इसमें बड़े पैमाने पर जनसैलाब उमड़ा था।

*सरकार को यह बताना चाहते हैं मेहता*

मेहता दोहराते हैं कि पंजाब सरकार द्वारा जारी की गई पे कमीशन की रिपोर्ट से पंजाब के कर्मचारी वर्ग में रोष की लहर देखने को मिल रही है। इसके अलावा किसानों पर काले कानून व मजदूरों पर इंडस्ट्री बंद होने के कारण पड़ी मार तथा अब कर्मचारियों के वेतन में कटौती के कारण पंजाब की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा। प्रदेश व्यापार मंडल के सीनियर उप प्रधान अमरजीत मेहता ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार की लोकविरोधी नीतियों के कारण ऐसे हालात बने हैं। मेहता ने कहा कि समाज के लिए शिक्षा, सेहत व सुरक्षा अहम ढांचे होते हैं, पर इस सरकार ने तीनों मूलभूत सुविधाओं को समाप्त करने का प्रयास पे-कमीशन रिपोर्ट में किया है, जिसमें अध्यापकों, पुलिस कर्मियों और डाक्टरों को कुछ खास नहीं दिया गया व उनके वेतनमान में कटौती कर दी गई। मेहता ने कहा कि कोरोना महामारी दौरान लोगों की सेवा करते समय जान गंवाने वाले कोरोना पीड़ित कर्मचारियों का पिछले 2 वर्षों के दौरान एक रुपए का भी बिल सरकार द्वारा पास नहीं किया गया और यह रकम करीब 90 करोड़ रुपए बनती है, जो सरकार के पास इन कोविड पीड़ित कर्मचारियों की बकाया पड़ी है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त मुद्दों को लेकर रोष के तौर पर पैदल यात्रा शुरू की है, इस पैदल यात्रा का मुख्य मकसद किसान, मजदूर, कर्मचारी व व्यापारियों को आ रही समस्याओं और आर्थिक तंगी तथा सरकार की गलत नीतियों के प्रति लोगों को लामबंद करना है, क्योंकि जहां काले कानूनों के कारण किसानों पर मार पड़ रही है, फसलों के पूरे भाव नहीं आ रहे, मजदूरों को दिहाड़ी नहीं मिल रही, उसी तरह यदि कर्मचारियों को उनके हक नहीं मिलेंगे तो फिर व्यापारी कहां जाएगा।
उन्होंने कहा कि यदि इन तीनों ही वर्गों के पास पैसा होगा तो ही पंजाब का व्यापार चलेगा, क्योंकि किसी भी स्टेट के आर्थिक खुशहाली के लिए यही चार स्तम्भ अहम स्थान रखते हैं और आज पंजाब सरकार की गलत नीतियों के कारण चारों स्तम्भ किसान, मजदूर, कर्मचारी और व्यापारी आर्थिक तंगियों का शिकार हो रहे हैं। कांग्रेस ने चुनाव मैनीफैस्टो में जो वादे किए वह सिर्फ चुनावी वादे बनकर रह गए। व्यापारियों को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने का वादा भी कागजों तक सीमित होकर रह गया। सरकार के मंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए आपस में लड़ रहे हैं, जिनको जनता की कोई परवाह नहीं है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.