Newsportal

बढ़ती जनसंख्या के खिलाफ SC में 2 याचिका:सुप्रीम कोर्ट में पिटीशनर ने कहा- जनसंख्या विस्फोट 50% समस्याओं की जड़, दो बच्चों की नीति लागू हो

भाजपा नेता और वकील अश्विनी उपाध्याय और मौलाना अबुल कलाम आजाद के प्रपौत्र फिरोज बख्त अहमद ने ये याचिकाएं दायर की हैं।

0 64

देश में बढ़ती आबादी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अब दो याचिकाएं दायर हो गई हैं। इनमें कहा गया है कि देश में कई समस्याओं की जड़ जनसंख्या विस्फोट है, इसलिए इस पर लगाम लगाना बहुत जरूरी है। याचिकाएं भाजपा नेता व वकील अश्विनी उपाध्याय और फिरोज बख्त अहमद ने दायर की हैं। फिरोज देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के प्रपौत्र हैं।

फिरोज की याचिका में कहा गया है कि भारत की जितनी जनसंख्या सरकारी रिकॉर्ड में बताई जाती है, वास्तविक आबादी उससे ज्यादा है। इससे देश का विकास प्रभावित होता है। भारत में 50 फीसदी समस्याओं की जड़ जनसंख्या विस्फोट है। इसलिए सरकारी नौकरी, वोट डालने, चुनाव लड़ने, सब्सिडी लेने समेत अन्य मामलों में दो बच्चों की नीति अनिवार्य की जानी चाहिए।

2027 तक चीन को पीछे छोड़ देगा भारत
अमेरिका को पीछे छोड़ने के सपने देख रहा चीन जन्मदर में कमी के परिणामों से चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र की जून 2019 में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले सालों में चीन में आबादी में कमी आएगी। वहीं, 2027 तक भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन सकता है। चीन का सेन्ट्रल बैंक भी रिपोर्ट में कह चुका है कि चीन की बूढ़ी आबादी भारत की जवान जनसंख्या से मुकाबला करने में नाकामयाब हो जाएगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.