घर से तैयार होकर आएं खिलाड़ी, थूक से नहीं चमका सकेंगे गेंद; अंपायर भी ग्लव्स पहनेंगे, खेल का सामान सैनिटाइज करना होगा
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने क्रिकेट की सुरक्षित वापसी को लेकर गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन में घरेलू क्रिकेटरों से लेकर इंटरनेशनल खिलाड़ियों की ट्रेनिंग, खेल, यात्रा और वायरस से सुरक्षा संबंधी सभी दिशा-निर्देश शामिल हैं। इसके तहत किसी भी टूर्नामेंट या अंतरराष्ट्रीय मैच से 14 दिन पहले टीम को आइसोलेशन में ट्रेेनिंग कैम्प लगाना होगा।
इसके अलावा गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर रोक रहेगी। इसके अलावा खिलाड़ियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए चीफ मेडिकल ऑफिसर की नियुक्ति भी होगी।आईसीसी की मेडिकल सलाहकार समिति ने कई विशेषज्ञों के साथ मिलकर इसे तैयार किया है।
आईसीसी ने चार चरणों में ट्रेनिंग का सुझाव दिया
आईसीसी ने चार अलग-अलग चरणों में ट्रेनिंग शुरू करने का सुझाव दिया है। पहले चरण में खिलाड़ियों को व्यक्तिगत ट्रेनिंग की छूट दी गई है, जबकि दूसरे फेज में तीन या उससे कम खिलाड़ी एकसाथ प्रैक्टिस कर सकेंगे। हालांकि, इस दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा।
आखिरी फेज में पूरी टीम को एक साथ प्रैक्टिस की मंजूरी
तीसरे फेज में दस से कम खिलाड़ी एक साथ अभ्यास कर सकेंगे। वहीं, चौथे और आखिरी फेज में पूरी टीम एक साथ प्रैक्टिस कर सकेगी। इस दौरान दस या उससे ज्यादा खिलाड़ियों को मैदान पर मौजूद रहने की इजाजत होगी। वह गेंदबाजी के साथ ही बल्लेबाजी का अभ्यास भी कर सकेंगे।
आईसीसी की गाइडलाइन की अहम बातें
- ट्रेनिंग से पहले और बाद में हर तरह के इक्विपमेंट को सैनिटाइज करना जरूरी होगा।
- गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहेगा।
- अंपायरों को भी गेंद रखते वक्त ग्ल्वस पहनने की सलाह दी गई है।
- गेंद के इस्तेमाल के दौरान हाथ को बार-बार सैनिटाइज करने के लिए कहा गया है।
- खिलाड़ियों को एक दूसरे के सामान के इस्तेमाल से बचना होगा।
- ट्रेनिंग के वक्त खिलाड़ियों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा।
- स्टेडियम में तैयार होने की बजाए घर से तैयार होकर आना होगा ताकि कॉमन फैसिलिटी का इस्तेमाल न करना पड़े।
- खिलाड़ियों को जश्न मनाने के दौरान एकदूसरे के सम्पर्क में आने से बचना होगा।
- एकदूसरे की पानी की बोतल, टॉवेल के इस्तेमाल पर भी रोक।
- मैच के दौरान खिलाड़ी अपनी कैप, सनग्लासेस या तौलिया अंपायर या साथी को नहीं दे सकेंगे।
- ट्रेनिंग और मैच के दौरान भी खिलाड़ियों का स्वास्थ्य परीक्षण होगा। उनका तापमान जांचा जाएगा।