95 दिन से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद / इंटरनेशनल एयर ट्रैवल 15 जुलाई तक बंद रहेगा, पहले एविएशन मिनिस्टर ने कही थी जून-जुलाई तक शुरू करने की बात
अंतरराष्ट्रीय कार्गो फ्लाइट और वो विशेष उड़ानें जारी रहेंगी, जिनकी इजाजत डीजीसीए ने दी हुई है अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 22 मार्च से प्रतिबंध लगाया गया है, घरेलू उड़ानें 25 मई से शुरू की जा चुकी हैं, वंदेभारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा रहा है। इसके तीसरे चरण में 1.82 लाख से ज्यादा लोग लौटे हैं।
नई दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाई गई रोक 15 जुलाई तक जारी रहेगी। डीजीसीए ने शुक्रवार को इंटरनेशनल एयर ट्रैवल सस्पेंड किए जाने के बारे में जानकारी दी। इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जून-जुलाई तक शुरू की जा सकती हैं।
डीजीसीए के आदेश के मुताबिक, इस फैसले का असर अंतरराष्ट्रीय कार्गो फ्लाइट्स और विशेष उड़ानों पर नहीं पड़ेगा। देश में 25 मई से घरेलू उड़ानें शुरू कर दी गई हैं। 21 मई को इसके लिए डिटेल गाइडलाइंस भी जारी की गई थीं।
करीब 20 एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें
देश के करीब 20 हवाईअड्डों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मिलती हैं। इन एयरपोर्ट्स से 55 देशों के 80 शहरों तक पहुंच सकते हैं। दुनिया के कई देश कोरोना की चपेट में हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक जारी रखना जरूरी है। स्टेटिस्टा के मुताबिक, भारत में 2019 में करीब 7 करोड़ लोगों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में सफर किया।
वंदेभारत मिशन के तीसरे फेज में 1.82 लाख से ज्यादा भारतीय लौटे
सरकार वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को देश वापस ला रही है। इस मिशन का देश में अब तीसरा चरण चल रहा है। 11 जून को शुरू हुए तीसरे चरण में 24 जून तक 1 लाख 82 हजार 313 यात्रियों को वापस लाया गया है। इसके लिए 1441 फ्लाइट चलाई गईं।
एविएशन मिनिस्टर ने भी कही थी उड़ानें शुरू करने की बात
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 23 मई को फेसबुक लाइव सेशन में सवालों के जवाब दिए थे। उन्होंने कहा था कि अगस्त-सितंबर से पहले हम इंटरनेशनल फ्लाइट्स सेवाएं शुरू कर सकते हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी और एयरलाइंस पूरी तरह से तैयार हैं। हम इन्हें जून-जुलाई में भी शुरू कर सकते हैं।