आज़ादी की प्लैटिनम जुबली की ओर भारत:अंतरिक्ष में तिरंगा: गगनयान से पहली बार यात्री भेजेगा भारत, समुद्र में शक्ति: पहला स्वदेशी पोत विक्रांत नौसेना को मिलेगा
- अगले दो वर्षों में हमारे सामने कई बड़े लक्ष्य हैं और हम बुलंदियों को छूने की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं
- 2022 तक देश के हर नागरिक के पास बैंक खाता होगा, सरकार की जनधन योजना के तहत अब तक 40 करोड़ बैंक खाते खुल चुके हैं।
आज यानी देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस से अगले दो साल बेहद महत्वपूर्ण हैं। दरअसल, ठीक दो साल बाद भारत अपनी आज़ादी की प्लैटिनम जुबली मना रहा होगा। यानी गर्व के 75 वर्ष पूरे हो जाएंगे। आज़ादी के बाद से भारत तरक्की के कई पायदान चढ़ चुका है।
अगले दो वर्षों में हमारे सामने कई बड़े लक्ष्य हैं और हम बुलंदियों को छूने की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं। आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पढ़िए- अर्थव्यवस्था, रक्षा, स्पेस सहित अलग-अलग महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हम 2021 और 2022 में कौन-कौनसी उपलब्धियां हासिल करने जा रहे हैं।
अंतरिक्ष में तिरंगा: गगनयान से पहली बार यात्री भेजेगा भारत, समुद्र में शक्ति: पहला स्वदेशी पोत विक्रांत नौसेना को मिलेगा
अर्थव्यवस्था
27 करोड़ गरीबी से निकले, 2 साल में गरीबी हटाने का लक्ष्य
- 2022 तक देश के हर नागरिक के पास बैंक खाता होगा। सरकार की जनधन योजना के तहत अब तक 40 करोड़ बैंक खाते खुल चुके हैं। उन्हें जीवन बीमा और दुर्घटना बीमा देने का लक्ष्य भी है
- स्टेटिस्टा के अनुसार, देश में 2022 तक 13 करोड़ परिवारों की आय 3.5 लाख रुपए से 7.5 लाख रुपए सालाना होने का अनुमान है। 2019 में इस आय स्तर के 9.2 करोड़ परिवार ही थे।
- 5.5% रह सकती है भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2022-23 में। हाल में ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक में फिच रेटिंग्स ने यह अनुमान लगाया है। अनुमान है कि कोरोना के बावजूद भारत तेजी से रिकवरी करेगा।
- 27.3 करोड़ भारतीय यूएन के अनुसार 2005 से 2015 में गरीबी से बाहर निकले। भारत ने 2022 तक गरीबी मुक्त होने का लक्ष्य रखा है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर
पूरी हो जाएगी 35 हजार किमी हाईवे निर्माण की बड़ी योजना
- 2022 तक 16 राज्यों को जोड़ने वाली 35,000 किमी हाईवे निर्माण की भारत माला योजना 2022 तक पूरी होनी है।
- इसमें 9000 किमी के इकॉनॉमिक कॉरीडोर बनना है। इसके अलावा सागरमाला परियोजना भी पूरी होगी। ये परियोजना 75 हजार किमी के समुद्री तट, 12 महत्वपूर्ण पोर्ट, 185 छोटे पोर्ट का आधुनिकीकरण होगा।
- इसी तरह स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 2022 तक देश में 20 स्मार्ट सिटी का निर्माण लगभग पूरा हो जाएगा। साथ ही 99 स्मार्ट सिटी में 2.01 करोड़ रुपए के विकास कार्य भी इसके बाद लगभग दो से तीन साल में पूरे हो जाएंगे।
- 2.95 करोड़ घर बन जाने का अनुमान है हाउसिंग फॉर ऑल योजना के तहत। इस योजना में 2022 तक देश के हर परिवार को घर देने की योजना है।
टेक्नोलॉजी
हर गांव में ब्रॉडबैंड इंटरनेट होगा,7 लाख करोड़ खर्च होंगे
- नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन के तहत 2022 तक हर गांव में ब्रॉडबैंड इंटरनेट पहुंचाया जाएगा। इसके लिए 7 लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा। इसके तहत 30 लाख किलोमीटर रूट ऑप्टिकल फाइबर बिछाई जाएगी।
- 83 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स हो जाएंगे इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के अनुसार देश में 2022 तक। अभी यह संख्या 50 करोड़ हैं।
- आंत्रप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए करीब 60 इंक्यूबेशन सेंटर बनाए जा चुके हैं। इनकी संख्या बढ़कर 100 करने की योजना है।
- 1000 से ज्यादा ‘अटल टिंकरिंग लैब्स’ बनाई जा चुकी हैं और दो साल में इनकी संख्या 10 हजार तक हो जाएगी। टिंकरिंग लैब्स का उद्देश्य स्कूली छात्रों में साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ में जिज्ञासा बढ़ाना है।
रक्षा
पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत से हमारी शक्ति बढ़ेगी
- पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत विक्रांत का निर्माण तीसरे चरण में है। 40 हजार टन के पोत के 2021 में जलावतरण की संभावना है। 2022 तक पोत भारतीय नौसेना में शामिल हो सकता है। विक्रांत में 30 फाइटर जेट व 10 हेलीकॉप्टर तैनात होंगे।
- 2022तक नया तेजसभारत को और राफेल तो मिलेंगे ही, स्वदेशी तेजस का नया रूप एमके 1 ए लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट भी पहली उड़ान भरेगा। इसकी डिजाइन तैयार है।
- 05 थियेटर कमांडयुद्ध के समय तीनों सेनाओं में तालमेल के लिए थियेटर कमांड बनाए जा रहे हैं। 2022 तक 5 थियेटर कमांड होंगे। इससे भारत की शक्ति बढ़ेगी।
कृषि
कृषि निर्यात व किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य
- 4.5 लाख करोड़रु कृषि निर्यात का लक्ष्य 2022 तक, अभी 2.7 लाख करोड़ रु के करीब है।
- रोजगार सृजन की अगली लहर कृषि क्षेत्र से आ सकती है। कृषि क्षेत्र में कुल निजी निवेश 2015-16 में 61 हजार करोड़ रुपए था, जो 2022-23 तक 1.39 लाख करोड़ रुपए होने की उम्मीद है।
- भारत का खाद्यान्न उत्पादन फिलहाल रिकॉर्ड 296 मिलियन टन पर है। अनाज का औसत स्टॉक पहले से 2.2 प्रतिशत ज्यादा है। आने वाले वर्षों में भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था समग्र विकास में एक मजबूत योगदान देगी।
- संकट के दौर में 2020-21 में कृषि क्षेत्र अर्थव्यवस्था सिकुड़ने से बचा सकता है। 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य है।
सेहत/ शिक्षा
1.5 लाख आयुष्मान सेंटर खुलेंगे आरटीई में 3 साल के बच्चे होंगे
- देश के हर गांव में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए 2022 तक 1.5 लाख आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जाएंगे। अभी ऐसे 28,005 सेंटर हैं। आयुष्मान भारत स्कीम से 1.20 लाख कम्युनिटी स्वास्थ्य अधिकारियों को रोजगार मिलेगा।
- भारत ने 2025 तक टीबी की बीमारी को जड़ से मिटाने का लक्ष्य रखा है। केरल 2020, हिमाचल प्रदेश 2021, सिक्किम और लक्षद्वीप 2022 तक इससे मुक्त हो जाएगा। डब्ल्यूएचओ ने 2030 तक दुनिया को टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य रहा है।
- 2022 में शिक्षा में सुधारों के लिए नई व्यवस्था लागू हो जाएगी। शिक्षा का अधिकार बढ़ने जा रहा है। आरटीई में 3 से 18 साल की उम्र तक के बच्चे आएंगे। अब तक यह उम्र सीमा 6 से 14 साल थी।
अंतरिक्ष
सोलर मिशन की शुरुआत होगी चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग भी
- स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में भारत के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि अंतरिक्ष में इंसान भेजना होगी। इसरो के गगनयान अभियान के तहत तीन भारतीय अंतरिक्ष में जाएंगे। भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश होगा।
- इसरो चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग भी अगले साल करने जा रहा है। यह चंद्रमा के दक्षिणी पोलर क्षेत्र में लैंडिंग करेगा।
- 2021 की शुरुआत में भारत अपने पहले सोलर मिशन की शुरुआत भी करेगा।
- 36 मिशन पूरे करेगा इसरो। नासा के साथ मिलकर इसरो एनआईएसएआर सैटेलाइट पर भी काम कर रहा है, जो भूकंप, चक्रवात का अनुमान के लिए अध्ययन कर सकेगा।
मनोरंजन
दुनिया के शीर्ष-10 में होगा भारत का ओटीटी बाजार
- 2.4लाख करोड़ रुपए का हो जाएगा 2022 तक मीडिया व एंटरटेनमेंट सेक्टर।
- 14 करोड़ लोग तक स्मार्ट टीवी उपयोग करने की उम्मीद। यह आंकड़ा अभी 40 लाख है।
- अर्नेस्ट एंड यंग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2021-22 तक मनोरंजन के डिजिटल माध्यम, पारंपरिक माध्यमों (टीवी व रेडियो) से आगे निकल जाएंगे।
- एसोचैम और पीडब्ल्यूसी के अध्ययन के मुताबिक 2022 तक भारत का वीडियो ओटीटी (नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो, यूट्यूब आदि) बाजार दुनिया में शीर्ष-10 बाजारों में होगा। यह 5,363 करोड़ रु. का बाजार बन जाएगा। वहीं स्टेटिस्टा के मुताबिक ओटीटी वीडियो प्लेटफॉर्म्स का रेवेन्यू 2022 तक 4800 करोड़ रुपए तक हो जाएगा।