चंडीगढ़. पंजाब में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए फ्रंट लाइन पर खड़े वारियर्स के लिए सूबे की 17 फैक्टरियों में तैयार की गई पीपीई किट्स ही सूबा सरकार के लिए गले की फांस बन गई है। सरकार ने ही इन्हें पीपीई किट्स बनाने को कहा था। करीब 10 से 15 हजार के करीब किट्स हर फैक्टरी में बनकर तैयार पड़ी हैं, लेकिन खरीदार नहीं मिल रहा। इसके लिए उद्योग विभाग ने दूसरे राज्यों से भी पीपीई किट्स के आर्डर देने के लिए कहा था। लेकिन इसमें किसी राज्य ने कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई।
जिसका नतीजा यह हुआ है कि अब फैक्ट्ररियों में इतनी पीपीई किट्स पड़ी हुई है कि इनको बनाने वाले ही सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि इन किट्स का क्या किया जाए। किट्स न बिक पाने से सूबे के उद्योगपतियों के करीब 10 करोड़ 20 लाख रुपए फंस गए हैं। पहले तो उन्होंने कच्चा माल खरीदने में मोटी रकम फंसाई अब माल बन कर पड़ा है लेकिन खरीदार नहीं मिल रहे। सरकार भी न तो इन किट्स को खरीद रही और न ही इनको बिकवा पा रही है। अब इन उद्योगों के संचालक सरकार पर इन किट्स को बिकवाने को लेकर दबाव बनाने लगे हैं।
350 से 750 तक आती हैं पीपीई किट्स
एक पीपीई किट्स 350 से 750 में आती है। औसतन हर फैक्टरी में 12 हजार किट्स हैं। इससे व्यापारियों के 10.20 करोड़ फंसे हुए हैं।
किट्स न बिकने से व्यापारियों का करीब 10.20 करोड़ फंसा
लुधियाना की 12 फैक्टरियों सहित कुल 17 फैक्ट्ररियों ने पीपीई किट्स बनाने का काम शुरू किया था। इसके अलावा ये फैक्टरियां एन-95 मास्क भी बना रही थी। लेकिन अब लगभग हर फैक्टरी में 10 से 15 हजार पीपीई किट्स बन कर तैयार पड़ी हुई हैं, लेकिन इसे खरीदा नहीं गया है। जिसके बाद इन पर दोहरी मार पड़ी है। क्योंकि इन्होंने कच्चा माल खरीद कर माल तो तैयार कर लिया है। लेकिन माल नहीं बिकने की वजह से इनका पैसा फंस गया है।
उद्योग विभाग करेगा केंद्र एवं पड़ोसी राज्यों से बात
फैक्ट्ररियों में पड़ी इन पीपीई किट्स को बिकवाने को लेकर उद्योग विभाग के अधिकारी एक बार फिर से केंद्र और दूसरे राज्यों की सरकारों से बातचीत करेगा। ताकि पंजाब की फैक्टरियों में बनी किट्स को बेचा जा सके। इसके लिए सूबा सरकार की ओर से केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा जाएगा।
पहले भी राज्य सरकार ने केंद्र से की थी मांग
सूबा सरकार ने अपने यहां पीपीई किट्स बनाने को शुरू करने के बाद इनकी जांच करवाई थी। सरकार ने केंद्र को पत्र लिख कर देश के लिए पीपीई किट्स पंजाब से खरीदने के लिए कहा था। लेकिन रिस्पांस न मिलने पर पंजाब ने इनकी अपने यहां खपत शुरू की थी।
बिना पीपीई किट डॉक्टरों ने की सैंपलिंग, जवाब मांगा
श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रविवार को डॉक्टरों ने गर्मी के चलते बिना पीपीई किट पहने सैंपलिंग की। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि मुलाजिम बिना पीपीई किट डाले काम कर रहे हैं। जानकारी मिलते ही हेल्थ विभाग ने संबंधित डॉक्टरों से जवाब मांगा है।