संसद का बजट सेशन:राष्ट्रपति ने कहा- गणतंत्र दिवस पर हुआ तिरंगे का अपमान दुर्भाग्यपूर्ण, कानून और नियमों का पालन करना चाहिए
संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का बजट अभिभाषण हुआ। उन्होंने 26 जनवरी को लाल किले पर हुए तिरंगे के अपमान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा कि संविधान सभी को अभिव्यक्ति की आजादी देता है, अभिव्यक्ति का सम्मान करता है। वही संविधान सभी को कानून का पालन करने के लिए भी कहता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले साल पास हुए तीनों कृषि बिलों का कई राजनीतिक दलों ने समय-समय पर समर्थन किया था। इन कानूनों की दो दशकों से मांग हो रही थी। उन्होंने भरोसा जताया कि इन कानूनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का सरकार पालन करेगी। इस बीच, लोकसभा की कार्यवाही 1 फरवरी की सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है। वहीं, वित्त मंत्री ने इकोनॉमिक सर्वे सदन में पेश कर दिया है।
मेरी सरकार ने MSP डेढ़ गुना बढ़ाई: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान से भारतीय कृषि भी मजबूत बनेगी। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करते हुए MSP डेढ़ गुना बढ़ाई गई है। मेरी सरकार MSP पर रिकॉर्ड खरीदारी कर रही है, खरीदारी केंद्रों को भी बढ़ा रही है। पुरानी सिंचाई परियोजनाओं के साथ आधुनिक सिंचाई तकनीक को भी किसानों तक पहुंचा रही है। माइक्रो इरिगेशन से किसानों को जोड़ा जा रहा है।
गलवान के शहीदों पर देश को गर्व
LAC पर हमारे जवानों ने एकता और अखंडता को चुनौती देने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया। लद्दाख में हमारे जाबांजों ने शौर्य, संयम और पराक्रम का परिचय दिया। जून में हमारे 20 जवानों ने गलवान में देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को त्याग दिया। पूरा देश आप पर गर्व करता है।
PM मोदी बोले- लोकतंत्र की मर्यादाओं का पालन हो
बजट सत्र से पहले संसद परिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से कहा, ‘भारत के उज्जवल भविष्य के लिए यह दशक बहुत ही महत्वपूर्ण है। आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे उन्हें तेज गति से पूरा करने का यह स्वर्णिम अवसर आया है। इस दशक का भरपूर उपयोग हो, इसको ध्यान में रखते हुए चर्चा हो। सभी प्रकार के विचारों का मंथन हो। लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं का पालन करते हुए। जनआकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए इसे हम आगे बढ़ाएंगे।’
यह बजट 4-5 मिनी बजट की सीरीज
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार हुआ कि 2020 में एक नहीं, वित्तमंत्री को अलग-अलग पैकेज के रूप में एक प्रकार से 4-5 मिनी बजट देना पड़ा। यानी 2020 एक तरह से लगातार मिनी बजट का सिलसिला चलता रहा। इसलिए यह बजट भी उन 4-5 बजट की श्रृंखला में ही देखा जाएगा यह मुझे पूरा विश्वास है।
19 विपक्षी दल ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बायकॉट किया
कृषि कानून के विरोध में 19 पार्टियों ने 19 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बायकॉट किया। इनमें कांग्रेस, शिवसेना, सपा, राजद, माकपा, भाकपा, तृणमूल, केरल कांग्रेस (M), बसपा, आप, अकाली दल, NCP, JKNC, DMK, IUML, RSP, PDP, MDMK और AIUDF शामिल हैं। इन दलों का कहना है कि पिछले सेशन में केंद्र ने जिस तरह तीनों कृषि कानूनों को पास किया, वह ठीक नहीं था।
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधा
राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किए जाने पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर निशाना साधा। कहा, ये दुर्भाग्यपूर्ण है। राष्ट्रपति किसी राजनीतिक दल के नहीं होते हैं। वो संवैधानिक मुखिया हैं। उनका सम्मान किया जाना चाहिए। लोकतंत्र की मजबूती के लिए उनके अभिभाषण का सम्मान करना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य की बात ये है कि विपक्ष ने और खासतौर पर कांग्रेस ने इसका बहिष्कार किया। कांग्रेस ने पिछले 50 साल तक देश पर राज किया। ये गलत परंपरा की शुरूआत की गई है।
किसानों का मुद्दा गरमाने के आसार
बजट सेशन में तीनों कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा का मुद्दा उठने की संभावना है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का कहना है कि मोदी सरकार ने विपक्ष के साथ बिना बहस किए तीनों कृषि कानून सदन में जबरन पास करा लिए।
सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा
इस सत्र में पहली बार बजट सेशन में राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान सेंट्रल हॉल के अलावा लोकसभा और राज्यसभा में भी सांसद बैठे है। ऐसा सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से किया जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी।