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वैक्सीन लगवाओ, ज्यादा ब्याज पाओ:वैक्सीन लगवाने वालों को FD पर 0.25% ज्यादा ब्याज, वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% एक्स्ट्रा ब्याज; सेंट्रल बैंक की स्कीम

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नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर के बीच देश में वैक्सीनेशन तेजी से जारी है। वैक्सीनेशन के लिए लोगों में जागरुकता लाने और इसे बढ़ावा देने के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एक स्कीम लाया है। इसमें ऐसे लोगों को FD पर ज्यादा ब्याज दिया जाएगा, जो वैक्सीन लगवा चुके हैं। जानिए कैसे मिलेगा फायदा…

क्या है यह स्कीम?
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम लॉन्च की है। इसका नाम इम्यून इंडिया डिपॉजिट है। इसके तहत फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) कराने पर मौजूदा रेट से 0.25% ज्यादा लाभ मिलेगा।

किन्हें मिलेगा फायदा?

यह स्कीम वो लोग ले सकते हैं, जिन्होंने कोविड वैक्सीन लगवा ली है। उन्हें 0.25% ज्यादा ब्याज दिया जाएगा। ऐसे सीनियर सिटिजंस को 0.50% ब्याज दिया जाएगा। जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, वे इसका फायदा नहीं उठा सकते हैं।

इसका फायदा कब तक?

बैंक ने सोशल मीडिया पोस्ट में इस स्कीम की जानकारी दी है। स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 1,111 दिन है। इसे सीमित अवधि के लिए लॉन्च किया गया है। इस स्कीम के तहत वैक्सीन लगवाने वाले सीनियर सिटीजंस को डिपॉजिट कराने पर 0.50% ज्यादा ब्याज मिलेगा। बैंक का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगवाने को प्रेरित करने के लिए यह स्कीम लॉन्च की गई है।

FD पर 5.1% तक की ब्याज दे रहा है सेंट्रल बैंक

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया इस समय 7 दिन से लेकर 10 साल तक की फिक्स्ड डिपॉजिट की फैसिलिटी दे रहा है। बैंक 2.75 से लेकर 5.1% तक का ब्याज देता है।

अवधि ब्याज दर (%)
7-14 दिन 2.75
15-30 दिन 2.90
31-45 दिन 2.90
46-59 दिन 3.25
60-90 दिन 3.25
91-179 दिन 3.90
180-270 दिन 4.25
271-364 दिन 4.25
1 साल से ज्यादा 2 साल से कम 4.90
2 साल से ज्यादा 3 साल से कम 5.00
3 साल से ज्यादा 5 साल से कम 5.10
5 साल से ज्यादा 10 साल तक 5.10

लगातार दूसरे दिन 1.60 लाख से ज्यादा मरीज

देश में सोमवार को 1 लाख 60 हजार 694 नए मरीज मिले। 96,727 ठीक हुए और 880 की मौत हो गई। यह लगातार दूसरा दिन था जब 1 लाख 60 हजार से ज्यादा नए मरीज मिले। एक दिन पहले रविवार को 1 लाख 59 हजार 914 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। देश में अब तक करीब 1.37 करोड़ लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1.22 करोड़ ठीक हो चुके हैं। 1 लाख 71 हजार 89 ने जान गंवाई है।

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