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वर्ल्ड कप टलने से आईपीएल का रास्ता साफ:26 सितंबर से 9 नवंबर के बीच हो सकता है आईपीएल, डबल क्वारैंटाइन से बचने के लिए विदेशी खिलाड़ियों को सीधे यूएई बुलाया जा सकता है

आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में यूएई में आईपीएल कराने के फैसले पर मुहर लगेगी फ्रेंचाइजियों ने अभी से ही यूएई जाने के लिए चार्टर्ड प्लेन और वहां ठहरने के लिए होटल ढूंढने शुरू कर दिए

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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने नवंबर-दिसंबर के ऑस्ट्रेलिया दौरे को ध्यान में रखकर आईपीएल का संभावित शेड्यूल तैयार किया है। (फाइल फोटो)

 

आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के एक साल टलने के बाद अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का रास्ता साफ हो गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने नवंबर-दिसंबर के ऑस्ट्रेलिया दौरे को ध्यान में रखकर आईपीएल का संभावित शेड्यूल तैयार किया है। सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड 26 सितंबर से 9 नवंबर के बीच यूएई में आईपीएल करा सकता है। इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। विदेशी खिलाड़ियों को डबल क्वारैंटाइन से बचाने के लिए उन्हें सीधे यूएई बुलाया जा सकता है।

इस मसले पर ज्यादातर फ्रेंचाइजियों की राय एक ही है। सभी टीमें यही चाहती हैं कि विदेशी खिलाड़ी भारत में आने की बजाए सीधे यूएई में ही टीम से जुड़ें। ऐसे में उन्हें सिर्फ यूएई की कोरोना गाइडलाइन का ही पालन करना होगा और खिलाड़ियों को सिर्फ एक बार ही क्वारैंटाइन पीरियड पूरा करना होगा।

फ्रेंचाइजियों ने यूएई में होटल ढूंढने शुरू किए
फ्रेंचाइजियों ने अभी से ही यूएई जाने के लिए चार्टर्ड प्लेन के अलावा वहां रहने के लिए होटल ढूंढने शुरू कर दिए हैं। एक आईपीएल फ्रेंचाइजी के ऑफिशियल ने न्यूज एजेंसी को बताया कि हमने अभी से ही ट्रैवलिंग, होटल और लॉजिस्टिक्स से जुड़े दूसरे काम शुरू कर दिए हैं। हमने टीम के लिए अबू धाबी में एक होटल भी देख लिया है। साथ ही टीम की ट्रेनिंग की प्लानिंग भी शुरू कर दी है।

यूएई में क्यों होगा आईपीएल?
यूएई आईपीएल की मेजबानी की रेस में इसलिए सबसे आगे है, क्योंकि यहां 2014 में भी आईपीएल के मुकाबले खेले जा चुके हैं। इसके अलावा यूएई ट्रैवल हब माना जाता है। यह पूरी दुनिया से जुड़ा हुआ है। मेडिकल फैसिलिटी के अलावा पहले 6 साल पहले आईपीएल की मेजबानी का अनुभव भी यूएई के पक्ष में नजर आ रहा है।

छोटे फॉर्मेट के साथ हो सकता है आईपीएल
इस बार आईपीएल 50 दिन की बजाए 44 दिन का होना था। सभी 8 टीमों को 9 शहरों में 14-14 मैच खेलने थे। इसके अलावा 2 सेमीफाइनल, 1 नॉकआउट और 24 मई को वानखेड़े में फाइनल होना था, लेकिन बीसीसीआई अब इसका फॉर्मेट और छोटा करके 2009 की तरह 37 दिन का कर सकती है। बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली भी यह बात कह चुके हैं।

2018 में एक बार टल चुका है ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप
2007 से शुरू हुए टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन हर 2 साल में होता है। लेकिन अन्य टूर्नामेंट से टकराव के कारण इसे 2009 और 2010 में लगातार कराया गया था। जबकि 2017 चैम्पियंस ट्रॉफी के कारण ऑस्ट्रेलिया में होने वाले 2018 टी-20 वर्ल्ड कप को 2020 के लिए टाल दिया था। यह सभी शेड्यूल आईसीसी अपने फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) के हिसाब से तय करता है।

 

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