तालाबंदी के दौरान वर्क फ्रॉम होम करते हुए जो कपल्स घर में रह रहे हैं, उनके बीच तनाव के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।इसका हल पति-पत्नी दोनों बातचीत द्वारा ही निकाल सकते हैं। संवाद का सही तरीका ही आपके रिश्ते में बढ़ती दरार को कम कर सकता है। इसे अपनाकर देखें।
सही ढंग से रखें बात
कभी-कभी हम अपने साथी से उम्मीद करते हैं, कि वह हमारी बातों के पीछे छिपे हुए असल मतलब को समझे, लेकिन इस सोच पर निर्भर रहना या इसकी इच्छा भी रखना, सच में उचित नहीं है। यह सोचने के बजाय आप अपने विचारों को सीधे तौर पर उनके सामने रखने की कोशिश करें। जब आप अपनी बात रखें, तो बातों के अर्थ को समझाने के लिए कुछ उदाहरण भी रखें, ताकि आपकी बोली जा रही बातों को आपका साथी सही मायने में समझ जाए। यदि वह समझ गया तो सारी समस्या हल हो जाएगी।
साथी की जगह खुद को रखें
किसी विशेष परिस्थिति में आपके साथी का क्या दृष्टिकोण होगा, यह जानने के लिए आपको पहले खुद को उसकी जगह पर रखकर अपनी कल्पनाशक्ति का इस्तेमाल करके ठीक उसी की तरह से सोचना होगा। इस बात से भी वाकिफ रहें कि हो सकता है, यहां पर कुछ ऐसी बातें भी हों, जिनके बारे में आपको कुछ भी जानकारी न हो। जब वह बोल रहा हो, तो एक बार उसके नजरिए से भी सोचने की कोशिश करें। इससे आपको यह समझने में आसानी होगी कि आपका व्यवहार या परिस्थिति उसे कितना परेशान कर रही है और क्यों?
विश्वास बनाए रखें
अपने साथी से बातचीत करने का मतलब यह नहीं है कि आप ऐसे पेश आएं जैसे किसी के साथ बिजनेस मीटिंग कर रहे हैं। ऐसे न दर्शाएं कि कमरे में आपका अधिकार चल रहा है, बल्कि इस परिस्थिति में जितना ज्यादा हो सके, एकदम अनुकूल होकर अपना आत्मविश्वास दर्शाएं। बीच-बीच में मुस्कुराएं, सावधानी से बोलें और बिल्कुल भी न हिचकिचाएं। यदि आपके साथी को आपकी भावनाओं पर जरा भी शक होगा तो वह आपकी बातों को गंभीरता से नहीं लेगा। अपनी बात को रोकर दर्शाने से हर हाल में बचें। इससे दोनों के बीच संवाद बेहतर नहीं होगा, बल्कि बात उलझ कर रह सकती है।
बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान
सकारात्मक बॉडी लैंग्वेज चर्चा को भी सकारात्मक बनाने में मदद करेगी। साथी की ओर झुकाव रखें। अपने हाथों और आंखों को सही उपयोग करके बात आगे रखें।