लद्दाख में हालात सुधर रहे / हॉट स्प्रिंग और गोगरा में डेढ़ किलोमीटर तक पीछे हट रहीं भारत-चीन की सेना, चीन कल से अपने ढांचे गिरा रहा
लेह के थिकसे गांव में एक आर्मी एक्सरसाइज को अंजाम दिया गया। गलवान झड़प के बाद इस इलाके में भारतीय फौजों की तैनाती बढ़ा दी गई है। चीन और भारत में टकराव वाले पॉइंट से अपनी सेनाएं डेढ़ किलोमीटर तक पीछे बुलाने पर सहमति बनी हॉट स्प्रिंग और गोगरा में बने चीनी स्ट्रक्चर गिराए जा रहे, डिसइंगेजमेंट की प्रोसेस कुछ दिन में पूरी होगी
नई दिल्ली. गलवान झड़प के 22 दिन बाद लद्दाख के हालात में सुधार नजर आने लगा है। चीन और भारत की सेनाएं टकराव वाले पॉइंट पर पीछे हटने को राजी हो गई हैं। हॉट स्प्रिंग और गोगरा इलाके में भी सेनाएं पीछे हट रही हैं और यह प्रक्रिया कुछ दिनों में पूरी हो जाएगी।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि चीन ने इन पॉइंट्स पर रविवार से अपने ढांचे गिराने भी शुरू कर दिए हैं। तनाव कम करने पर जो सहमति बनी है, उसके मुताबिक दोनों सेनाएं टकराव वाले पॉइंट्स से एक से डेढ़ किलोमीटर पीछे हटेंगी। यह प्रक्रिया पूरी होने तक दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रहेगी।
डोभाल और चीनी विदेश मंत्री में 2 घंटे वीडियो कॉल पर बात हुई थी
चीन ने सेना पीछे खींचने का कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लद्दाख दौरे के दो दिन बाद रविवार को उठाया। इसी दिन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल की चीन के विदेश मंत्री मंत्री वांग यी से वीडियो कॉल पर दो घंटे चर्चा की। बातचीत के कुछ ही घंटे बाद चीन ने सेना वापस बुलाने का फैसला लिया।
इन 5 पॉइंट्स पर सहमति
- भारत और चीन के बीच पॉइंट पीपी-14, पीपी-15, हॉट स्प्रिंग्स और फिंगर एरिया में भी विवाद है। इन इलाकों से भी सैनिक पीछे हटने शुरू हो गए हैं।
- बॉर्डर पर शांति रखने और रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों को आपस में तालमेल रखना चाहिए। अगर विचार मेल नहीं खाएं तो विवाद खड़ा नहीं करना चाहिए।
- एलएसी पर सेना हटाने और डी-एस्केलेशन की प्रोसेस जल्द से जल्द पूरी की जाए। यह काम फेज वाइज किया जाए।
- दोनों देश एलएसी का सम्मान करें और एकतरफा कदम नहीं उठाएं। भविष्य में सीमा पर माहौल बिगाड़ने वाली घटनाएं रोकने के लिए मिलकर काम करें।
- एनएसए डोभाल और चीन के विदेश मंत्री आगे भी बातचीत जारी रखेंगे, ताकि दोनों देशों के समझौतों के मुताबिक सीमा पर शांति रहे और प्रोटोकॉल बना रहे।
विवाद वाले 4 पॉइंट्स पर डिसइंगेजमेंट जारी
गलवान की झड़प के 20 दिन बाद चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर 2 किलोमीटर पीछे हट गया है। उसने टेंट और अस्थाई निर्माण हटा लिए हैं। हालांकि, गलवान के गहराई वाले इलाकों में चीन की बख्तरबंद गाड़ियां अब भी मौजूद हैं। लद्दाख में भारत-चीन के बीच 4 और पॉइंट्स पर विवाद है। ये पॉइंट- पीपी-14 (गलवान रिवर वैली), पीपी-15, हॉट स्प्रिंग्स और फिंगर एरिया हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन प्वाइंट्स से भी जवान वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।